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जानिए बेल के पत्तों के फायदे

Tara Tandi
6 Sep 2022 10:37 AM GMT
जानिए बेल के पत्तों के फायदे
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आयुर्वेदिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है बेल का पेड़। बेल के पेड़ की न सिर्फ जड़, बल्कि छाल, फल, बीज और पत्तों का भी प्रयोग विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आयुर्वेदिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है बेल का पेड़। बेल के पेड़ की न सिर्फ जड़, बल्कि छाल, फल, बीज और पत्तों का भी प्रयोग विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति में सबसे पहले बेल और बेल के पत्तों यानी बिल्व पत्र का ही नाम आता है। इससे स्किन डिजीज, टाइफाइड, पेट दर्द, अल्सर के साथ-साथ डायबिटीज का भी उपचार किया जाता है। उपयोगिता को देखते हुए इन दिनों मेट्रो सिटीज में भी आवासीय सोसायटीज में बेल के पेड़ खूब लगाए जा रहे हैं। मां कहती है कि यदि नियमित रूप से बेल की पत्तियाें का सेवन किया जाए, तो यह ब्लड शुगर कंट्रोल कर (Bael leaves for diabetes) डायबिटीज से बचाव भी करती है।

पहले समझिए क्या है प्री डायबिटिक होना
यदि ब्लड में ग्लूकोज लेवल सामान्य से अधिक है, लेकिन डायबिटीज की सीमा (80-120 mg/DL) तक नहीं पहुंचा है, तो इसे प्री डायबिटीज कहा जाता है। यदि खानपान की आदतों में सुधार और नियमित एक्सरसाइज न की जाए, तो प्री डायबिटिक 1-2 वर्षों के भीतर डायबिटिक हो जाते हैं।
बेल के पत्तों के बारे में क्या कहती है रिसर्च
वर्ष 2021 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदा एंड फार्मेसी में शैलजा चौधरी की स्टडी प्रकाशित हुई। इसमें बताया गया है कि बेल और बेल की पत्तियाें में औषधीय गुण बहुत अधिक होते हैं। विटामिन, मिनरल्स और कई एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति के कारण यह एंटी डायबिटिक, एंटीहिस्टामिन, रेडियो प्रोटेक्टिव, एंटी कैंसर, कार्डियो प्रोटेक्टिव, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीवायरल भी है।
बेल की पत्तियों में मौजूद पोषक तत्व
विशेषज्ञ मानते हैं कि बेल की पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन बी-1, विटामिन बी-2, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, एमिनो एसिड, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस भी मौजूद होते हैं। इसलिए यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ-साथ पाचन तंत्र की समस्याओं और आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी खाया जाता है।
एंटी डायबिटिक है बेल का पत्ता
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदा एंड फार्मेसी की स्टडी के अनुसार बेल के पत्ते इंसुलिन प्रोडक्शन में मदद कर सकते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं। इसमें स्ट्रांग फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं। यह लिपिड, कोलेस्ट्रॉल और ऑक्सीडेटिव टेंशन लेवल को भी कम कर देता है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
बेल के पत्तों का एंटी ऑक्सीडेटिव एलिमेंट सेल डैमेज से भी बचाव करता है। यह फ्री रेडिकल्स को भी खत्म करता है। आयरन से भरपूर होने के कारण बेल के पत्तों के रोजाना सेवन से खून की कमी की समस्या भी दूर होती है और आप एनर्जेटिक फील करती हैं।
अब जानिए कैसे करना है प्रयोग
1 खाली पेट पत्तियों को चबाना
नियमित रूप से लंबे समय तक खाली पेट बेल के पत्तों का सेवन करना चाहिए।
3-4 बेल के पत्ते चबाकर खाया जा सकता है।
2 पीसकर खाएं
बेल की पत्तियों को पानी के साथ मिक्सी में पीस लें।
इस पेस्ट को 1 कप पानी मे घोलकर खाली पेट पी जाएं।
3 तुलसी के साथ करें सेवन
बेल की 2-3 पत्तियों को तुलसी की कुछ पत्तियों के साथ खाली पेट चबा लें।
इससे ब्लड शुगर और कॉलेस्ट्रॉल दोनों कंट्रोल होंगे।
4 काली मिर्च के साथ सेवन
बेल की पत्तियों को काली मिर्च के साथ मिलाकर पीस लें।
इसे 1 कप पानी के साथ पी जाएं।
5 पत्तियों का पाउडर
बेल की पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लिया जाता है।
इसका भी सेवन खाली पेट किया जा सकता है।
बरतें सावधानियां
यदि आप डायबिटिक हैं, तो एलोपैथ दवा लेने के साथ-साथ बेल की पत्तियों का भी सेवन कर सकती हैं। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
यदि आप प्रेगनेंट हैं या प्रेगनेंसी की योजना बना रही हैं, तो बेल पत्र का सेवन न करें।
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