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आयुर्वेदिक काजल के फायदे, जाने

Bhumika Sahu
25 Oct 2021 5:54 AM GMT
आयुर्वेदिक काजल के फायदे, जाने
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Make Ayurvedic Kajal At Home : अगर आप घर पर बने आयुर्वेदिक काजल का प्रयोग करें तो ये कैमिकल फ्री तो होते ही हैं, आंखों को फायदा भी पहुंचाते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आंखों की खूबसूरती को बढाने के लिए काजल (Kajal) एक बहुत ही प्रचलित कॉस्‍मेटिक है. फिर बाद दादी नानी के जमाने के सौदर्य प्रसाधनों की हो या आज के ऐडवांस मेकअप टेकनीक की हो. काजल हर समय प्रचलित रहा है. आमतौर पर लोगों की शिकायत रहती है कि बाजार में मिलने वाले काजल में कैमिकल्‍स का प्रयोग किया जाता है जो आई लिड और आंखों की स्किन को नुकसान (Harm) पहुचा सकती है. ऐसे में इसके प्रयोग के बाद रात में भली भांति इसे साफ करने की हिदायत हर डॉक्‍टर देते हैं. लेकिन अगर आप आयुर्वेदिक (Ayurvedic) काजल का प्रयोग करें तो ये नेचुरल (Natural) चीजों से बनता है जो किसी भी तरह से हानिकारक नहीं होता. लेकिन बाजार में मिलने वाले आयुर्वेदिक काजलों पर भरोसा करने की बजाए अगर हम घर पर अपना काजल खुद बनाएं तो ये जरूर सौ प्रतिशत फायदेमंद हो सकता है.

आयुर्वेदिक काजल के फायदे
अगर हम घर पर आयुर्वेदिक काजल बनाते हैं तो ये पूरी तरह से शुद्ध और कैमिकल फ्री होता है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो आंखों को संक्रमण से बचाते हैं. अगर आप इसे रात को सोते समय लगाएं तो आपको आंखों में ठंडक महसूस होगी और बेहतर नींद आएगी. इसके अलावा ये आपकी आंखों की खूबसूरती को तो बढाती ही है. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि आप घर पर कैसे पारंपरिक आयुर्वेदिक काजल कैसे बना सकती हैं.
आयुर्वेदिक काजल बनाने के लिए इन चीजों की पड़ेगी जरूरत
कुछ मात्रा में हरण, बहेड़ा, सुखा हुआ आंवला, मुलेठी, रसौठ, अरंडी का तेल औैर बादाम रोगन.
इस तरह बनाएं आयुर्वेदिक काजल
-सबसे पहले काजल का काला रंग बनाने के लिए दो कटोरियों को एक-दूसरे के सहारे टेढा करके जमीन पर रखें.
– इनके बीच में थोड़ी सी दूरी होनी चाहिए.
-एक समतल प्‍लेट को उल्‍टा करके कटोरियों के ऊपर रखें.
– अब एक दीप में अरंडी का तेल डालकर बाती लगाएं.
-इसे जलाकर दोनों कटोरियों के नीचे जलाकर रखें.
-दीये की बाती प्‍लेट को छूनी चाहिए.
-करीब 20-25 मिनट बाद प्‍लेट को धीरे से उठाएं.
-प्‍लेट के ऊपर कालिख नजर आएगी. ये ही काजल है.
-इसे चाकू की मदद से कटोरी में निकालें.
-अब हरण, बहेड़ा, आंवला, मुलेठी, रसौठ को बराबर मात्रा में लेकर महीन पाउडर बना लें.
-एक कटोरी में इस पाउडर के साथ थोड़ा सा अरंडी का तेल मिलाएं.
– अब इसमें कुछ बूंद बादाम रोगन और काला पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें.
-आपका आयुर्वेदिक काजल तैयार हो चुका है.
-इसे आप किसी डिब्बी में भरकर स्‍टोर कर लें
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