- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- जानिए सिजेरियन डिलीवरी...
लाइफ स्टाइल
जानिए सिजेरियन डिलीवरी के बारे में फैली कुछ सच्ची ये बातें...
Deepa Sahu
8 Sep 2021 5:05 PM GMT
x
सी-सेक्शन से डिलीवरी के बारे में झूठी बातें फैलने की कोई सीमा नहीं है।
सी-सेक्शन से डिलीवरी के बारे में झूठी बातें फैलने की कोई सीमा नहीं है जबकि सी-सेक्शन की दर आए दिन बढ़ती ही जा रही है, फिर भी अफवाहों की वजह से बहुत सी गलतफहमी फैली हुई हैं।
ये बात सच है कि सी-सेक्शन डिलीवरी आपको मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकता है लेकिन, ये बात बिलकुल भी सच नहीं है, कि ये आपके जीवन को बर्बाद कर देगा। बहुत से ऐसे झूठ हैं जो सी-सेक्शन डिलीवरी के बारे में फैलाए गए हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं।
डिलीवरी के वक्त आपको बिलकुल भी होश नहीं रहेगा
कंधे से लेकर पैर की उंगलियों तक सुन्न कर दिया जाता है, यही सोचते हैं लोग जब सी - सेक्शन डिलीवरी की बात आती है। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है।
सिजेरियन डिलीवरी के समय कमर से नीचे के हिस्से को सुन्न किया जाता है, और सारी चीजें समझ में आती रहती हैं। डिलीवरी के समय बेहद दर्द का एहसास तो नहीं होता, लेकिन डॉक्टरों द्वारा क्या किया जा रहा है, इसकी जानकारी आपको होती है।
आपको कोई भी असहजता नहीं होगी
सी-सेक्शन से बच्चे को जन्म देने वाली मांओं को अधिकतर ये बात सुनने को मिलती है कि अरे वाह! आपको तो कोई परेशानी नहीं हुई होगी। लेकिन उन्हें समझाना चाहिए कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। सी-सेक्शन भले ही सेफ है, लेकिन उतनी ही कठिन होती है, जितनी कोई और सर्जरी। सी सेक्शन से डिलीवरी के वक्त और बाद में महिलाओं को काफ़ी सारी तकलीफ होती हैं।
आपके पेट पर बहुत ज्यादा निशान बन जाएंगे
इस बात पर यकीन करने वाले बहुत से लोग हैं, जो सोचते हैं कि इस प्रक्रिया के दौरान बहुत बड़ा चीरा लगाया जाता है, लेकिन ये बिलकुल भी सच नहीं है। बहुत ही कम बार ऐसा हुआ होगा कि पेट में लंबा चीरा लगाया गया हो, नहीं तो बिकनी लाइन के नीचे लगाया गया ये चीरा एक बार अच्छी तरह ठीक हो जाए तो आसानी से नजर भी नहीं आता।
ये डर बहुत सी गर्भवती महिलाओं को होता है कि बच्चे को बाहर निकालने के लिए डॉक्टर्स उनके शरीर के अंग बाहर निकाल लेते हैं, और इसी वजह से उन्हें दबाव महसूस होता है। लेकिन सी-सेक्शन में ऐसा कुछ भी नही होता।
बच्चे के साथ त्वचा से त्वचा संपर्क नहीं कर पाएंगे
चिंता बिलकुल भी ना करें। आपको आपके बच्चे को गले लगाने से कोई नहीं रोक सकता। हां, चीरा लगने वाली जगह पर दर्द होने की वजह से आप थोड़े असहज जरूर हो सकते हैं, लेकिन थोड़ा सहन करने योग्य हो तो आप अपने बच्चे को आराम से त्वचा से त्वचा का संपर्क दे सकते हैं।
ब्रेस्टफीडिंग का एक्सपीरियंस
पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को स्तनपान कराने में सहज होने में थोड़ा वक्त लग सकता है। सी-सेक्शन किसी भी तरह से ब्रेस्टफीडिंग को प्रभावित नहीं करता। बस आसान पोजिशन ढूंढना होता है, जिसमें बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा सकें ताकि ऑपरेशन वाली जगह में दर्द ना हो।
चुना हुआ सी-सेक्शन बेहतर होगा बजाय इमरजेंसी के
जब वजाइनल डिलीवरी पॉसिबल न हो या कोई मेडिकल इमरजेंसी हो, उस वक्त सी-सेक्शन डिलीवरी करना मां और बच्चे दोनों के जीवन की रक्षा कर सकता है। लेकिन सी-सेक्शन करवाना सबसे आखिरी विकल्प होना चाहिए, क्योंकि सी-सेक्शन के बहुत से रिस्क भी होते हैं।
सी-सेक्शन या वजाइनल डिलीवरी दोनों ही तरीके सही हैं। बस सी-सेक्शन के बारे में तभी सोचना चाहिए जब वजाइनल डिलीवरी मुमकिन ना हो।
Deepa Sahu
Next Story