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कॉफी कई प्रकार की होती है। इनमें से अधिकतर एस्प्रेसो (ब्लैक कॉफी) पर आधारित कॉफी होती हैं। भारत में विभिन्न प्रकार की विदेशी प्रकार की कॉफी हैं, जिनके बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा। तो आइए जानते हैं कॉफी के कॉमन टाइप्स के बारे में…
1. एस्प्रेसो (Espresso)
दुनिया में कॉफी के जितने भी प्रकार है वो सब इसी में मिलाकर तैयार किए जाते है। एस्प्रेसो (Espresso) या ब्लैक कॉफी, कॉफी का शुद्ध रूप होता है। रोजाना ब्लैक कॉफी पीने के भी कई वैज्ञानिक फायदे (Scientific benefits of drinking black coffee daily) होते हैं। यह सबसे हार्ड कॉफी होती है जो दुनिया में सबसे ज्यादा बिकती है। इस कॉफी के पाउडर को गर्म पानी में डालकर या फिर पानी में उबालकर बनाया जाता है।
2. अमेरिकानो (Americano)
एस्प्रेसो टेस्ट में काफी हार्ड होती है लेकिन अमेरिकानो को इस तरह से बनाया जाता है कि यह अधिक हार्ड न रहे। इसे बनाने के लिए एस्प्रेसो कॉफी में अधिक गर्म पानी मिला देते हैं, जिससे इसकी हार्डनेस कम हो जाती है।
इसे अक्सर कॉफी पीने का पश्चिमी तरीका माना जाता है। जो लोग कॉफी तो पीना चाहते थे लेकिन एस्प्रेसो जितनी हार्ड नहीं। उसके बाद अमेरिकन सैनिकों ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर के समय इसे बनाया था। उसके बाद से ही इसका चलन शुरू हो गया।
3. कैपुचिनो (Cappuccino)
कैपुचिनो कॉफी में काफी झाग या फेन (Foam) होता है। एक सामान्य कप में फोमयुक्त गर्म दूध, एस्प्रेसो और स्टीम्ड दूध (झाग वाला) एक-तिहाई मात्रा में होता है। इसे बनाने के लिए एस्प्रेसो कॉफी के ऊपर दूध का झाग डाला जाता है।
इसमें स्टीम भी दी जाती है, जिससे फोम बन जाता है। पर्सनल च्वाइस के मुताबिक, कप में कुछ लोग चॉकलेट या कोको पाउडर छिड़कर भी पीते हैं।
4. लाते (Latte)
जब एस्प्रेसो कॉफी के ऊपर स्टीम्ड मिल्क डाला जाता है, तो यह एक लाते होता है। तीन चौथाई कप में दूध और झाग होता है और बाकी में एस्प्रेसो कॉफी होती है। चूंकि यह दूध के साथ मिश्रित एस्प्रेसो है इसलिए इसमें फोम जल्दी मेल्ट हो जाती है यानी इसकी कंसिस्टेंसी हमेशा समान नहीं होती है।
भारतीयों को एस्प्रेसो कॉफी कड़वी लग सकती है, लेकिन लाते का झागदार एहसास भारतीयों के लिए स्वादिष्ट हो सकता है।
5. मोचा (Mocha)
मोचा एक तरह का एस्प्रेसो ड्रिंक है, जिसमें चॉकलेट का एक शॉट मिलाया जाता है। कुछ लोग इसमें हॉट चॉकलेट मिलाते हैं तो कुछ इसे बनाने के अलग-अलग तरीके खोजते हैं।
कभी-कभी, पर्सनल च्वाइस के अनुरूप कॉफी और चॉकलेट को समान मात्रा में मिलाया जाता है। इसमें आमतौर पर चॉकलेट की मिठास एस्प्रेसो की कड़वाहट के साथ संतुलित होती है।
कौन सी कॉफी है अधिक फायदेमंद (Which coffee is more beneficial)
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस बात पर कोई रिसर्च नहीं है कि किस प्रकार की कॉफी अधिक फायदेमंद है। लेकिन फिर भी मीडियम-भुनी हुई ब्लैक कॉफी (Medium-roasted black coffee) जो बिना पकी हुई हो उसे पीना शायद सबसे अच्छा है।
स्वास्थ्य के लिए सबसे खराब कॉफी (The worst coffee for your health)
हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इस बात से सहमत हैं कि आपकी कॉफी में बहुत अधिक मिठास जोड़ना या कैफीनयुक्त पेय पदार्थों में अधिक मात्रा में शामिल होना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
ध्यान रखें कॉफी में शुगर का सेवन न करें। चीनी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है और अधिक सेवन करने से कई शारीरिक समस्याएं भी पैदा कर सकती हैं। इसलिए कॉफी को नेचुरल रूप से जितना सेवन करेंगे, उतना ही वह फायदा पहुंचाएगी।
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Kajal Dubey
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