लाइफ स्टाइल

जानिए बालों में फंगल इंफेक्शन के लक्षण,कारण और बचाव के बारें में

Kajal Dubey
13 March 2022 4:47 AM GMT
जानिए बालों में फंगल इंफेक्शन के लक्षण,कारण और बचाव के बारें में
x
फंगल इंफेक्शन किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन गर्मी और बरसात में ज्यादा होता है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फंगल इंफेक्शन किसी भी मौसम में हो सकता है, लेकिन गर्मी और बरसात में ज्यादा होता है, क्योंकि तब नमी और पसीना अधिक होता है। याद रखें डैंड्रफ और फंगल इंफेक्शन दोनों ही अलग- अलग होते हैं। हालांकि, दोनों में आपको लक्षण कुछ हद तक सामान्य मिलेंगे। लेकिन फंगल इंफेक्शन डैंड्रफ से ज्यादा खतरनाक परिणाम देने वाला होता है और आसानी से ये जाता नहीं। ठीक होने के बाद, जरा सी लापरवाही से ये वापस आ जाता है। इसलिए फंगल इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण अगर पकड़ में आ जाएं तो उसका ट्रीटमेंट तुरंत शुरू कर देना चाहिए, ताकि इसे बढ़ने से रोक जा सके। क्योंकि एक बार बढ़ने के बाद इसे रोकना आसान नहीं होता। तो चलिए फंगल इंफेक्शन के लक्षण के साथ इसके कारण और बचाव के बारे में विस्तार से बताएं।

फंगल इंफेक्शन आमतौर पर छोटे बच्चों में देखा जाता है। लेकिन 12 साल की उम्र के बाद बच्चों में भी यह नहीं होता। लेकिन इम्यूनो डेफिशियेंसी, डायबिटीज के चलते भी ये होता है। स्कैल्प का ये फंगल इंफेक्शन यीस्ट इंफेक्शन कहलाता है। स्कैल्प फंगल इंफेक्शन का कारण कई बार डैंड्रफ भी होता है, जो कभी-कभी इनविजिबल होता है।
फंगल इंफेक्शन का कारण क्या है?
इंफेक्शन स्कैल्प में ज्यादा पसीने, धूल और प्रदूषण के कारण होता है। लगातार बालों में पसीना और गंदगी रोमछिद्र में जा कर जमा होने लगता है, इससे यीस्ट का उत्पादन बढ़ता है। अगर पसीने आने के बाद बालों को शैंपू न किया जाए तो नमी के चलते ये फंगल इंफेक्शन में तब्दील होने लगते हैं।
स्कैल्प इंफेक्शन के लक्षण
बालों में लगतार खुजली बने रहना।
स्कैल्प पर लाल रंग के छोटे दाने निकलना।
स्कैल्प में फ्लैकी डैंड्रफ होना, जो हाथ लगाने पर झड़ने लगें।
एक्स्ट्रीम इंफेक्शन होने पर सिर पर पस से भरे सफेद या पीले रंग के फोड़े हो जाते हैं
स्कैल्प पर सफेद, चिपचिपे पैचेज होना।
बालों कई बार फुंसियां फोड़ों का रूप लेती हैं और वहां से बाल गायब हो जाते हैं।
बाल से हमेशा एक अजीब सी स्मेल आना, जैसे सालों से बंद बक्से आदि से आते हैं।
सबसे पहले अपने बालों को कटाक्रोनोजोल युक्त मेडिकेटेड शैंपू से धोना शुरू करें। इसके अलावा कोई और शैंपू बिलकुल न लगाएं।
स्कैलप पर बिटाडीन साल्यूशन लगाएं और 1 घंटे बाद इसे पानी से धो दें।
बालों में नमी न आने दें। साथ ही तेल लगाने से बचें।
जब भी बालों में पसीना आए उसे सूखाने के बजाए शैंपू से धोएं।
डाइट को बेहतर करें। इसके लिए अपने आहार में, जिंक, प्रोटीन, विटामिन-एच, बायोटिन से समृद्ध खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
बालों को सन एक्सपोजर भी दें, ताकि आपको विटामिन-डी मिल सके।
अपने डॉक्टर से मिलकर फंगल इफेक्शन को खत्म करने के लिए दवाएं लें।
इन घरलू उपायों से करें इंफेक्शन दूर
बालों में आप सेब का सिरका लगा सकते हैं। ये यीस्ट इंफेकशन को दूर करने में बहुत लाभकारी होता हैं।
प्याज के रस को भी स्कैल पर लगाना बहुत फायदा देगा।
नीम की पत्तियों या फिर तेल से भी कर सकते हैं। इसके लिए घर में नीम की पत्तियों का पेस्ट बना लें और उसमें नींबू का रस और थोड़ी हल्दी मिला लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ो में 30 मिनट तक लगाकर छोड़ दें।
फंगल इंफेक्शन को रोकने के लिए दही काफी मददगार साबित हो सकता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स लैक्टिक एसिड बनाता है, जो फंगल इंफेक्शन की रोकथाम में मददगार होता है। दही में नींबू मिलाकर लगांए और 1 घंटे बाद शैंपू से धो दें।


Next Story