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केले का उपयोग सब्जियों, फलों और चिप्स सहित विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है। केले का फल आमतौर पर सभी घरों में पाया जाता है। आपको बता दें कि केले की खेती सबसे ज्यादा दक्षिण भारत में की जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप कितनी तरह के केले खाते हैं और आपको …
केले का उपयोग सब्जियों, फलों और चिप्स सहित विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है। केले का फल आमतौर पर सभी घरों में पाया जाता है। आपको बता दें कि केले की खेती सबसे ज्यादा दक्षिण भारत में की जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप कितनी तरह के केले खाते हैं और आपको जो केला पसंद है उसका नाम क्या है? बहुत से लोगों को लगता है कि सुंदर पका हुआ आकार लेने के लिए यह बहुत बड़ा है। लेकिन आज हम केले को लेकर आपका भ्रम दूर करेंगे, यहां हम आपको भारतीय केले की कुछ प्रमुख किस्मों के बारे में बताएंगे।
कैवेंडिश (Cavendish)
यह सबसे आम और प्रसिद्ध केला है जिसकी खेती भारत में की जाती है। इस केले का रंग सफेद होता है और आमतौर सभी फल वाले के पास आसानी से मिल जाती है।
रसगोला (Rasa Kadali)
इस केले की खेती दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में की जाती है और इसकी खासियत है कि रसगोला की पत्तियां बड़ी होती हैं और इसका स्वाद भी अन्य केला से थोड़ा अलग होता है।
राजा पुरी (Raja Puri)
यह केला भारत में दक्षिण भारत (दक्षिण भारत में घूमने लायक जगह) के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इसके फल का आकार बड़ा होता है और यह मीठा होता है।
एलाका (Elaichi)
इस केले की खासियत है उसके छोटे फलों की और इसके फलों का स्वाद मीठा और खास होता है।
बालामपुरी (Balampon)
यह केला दक्षिण भारतीय क्षेत्रों में प्रमुख रूप से तमिलनाडु (तमिलनाडु में घूमने लायक जगह ) में पाया जाता है। इसका फल छोटा और मोटा होता है और खाने में मीठा।
रॉबुस्टा (Robusta)
रॉबुस्टा केला दक्षिण भारतीय खेतों में उगाया जाता है और इसकी विशेषता है कि इसकी पत्तियां गहरे हरी रंग की होती है। खाने में इसका स्वाद मीठा होता है और इसकी खुशबू बहुत अच्छी होती है।
