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जानिए जापानी वॉटर थैरेपी के बारे में आपके सेहत पर ये कितना असर करेगा

Tara Tandi
24 Jan 2021 6:36 AM GMT
जानिए जापानी वॉटर थैरेपी के बारे में आपके सेहत पर ये कितना असर करेगा
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पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है.

जनता से रिश्ता बेवङेस्क | पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है. पानी हमारे शरीर का संतुलन को बनाए रखता और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. जापान में पानी पीकर वजन करने विशेष तरीका है जिसे जापानी वॉटर थैरेपी कहा जाता है. यह वजन घटाने में काफी सहायक मानी जाती है.

पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है. यह सभी प्राणियों के लिए जरूरी मूल तत्व है. पानी हमारे शरीर का संतुलन को बनाए रखता और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. कई स्टडी बताती हैं कि पानी मेटाबॉलिज्म के लिए मददगार है और वजन घटाने में सहायता कर सकता है. जापान में पानी पीकर वजन करने विशेष तरीका है जिसे जापानी वॉटर थैरेपी कहा जाता है.

क्या है जापानी जल चिकित्सा

इस फेमस जापानी जल चिकित्सा (जापानी वॉटर थैरेपी) में रूम टेम्परेटर पर सुबह उठते ही कई गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा एक ईटिंग पैटर्न का भी पालन करना पड़ता है जिसमें लंच और ब्रेकफास्ट के बीच का ब्रेक काफी लंबा होता है.

पानी वजन घटाने में कैसे मदद करता है

कई स्टडी में सामने आया है कि पानी वजन घटाने में मदद कर सकता है. एक स्टडी के अनुसार, भोजन से 30 मिनट पहले 2.1 कप (500 एमएल) पानी पीने की कोशिश करने वाले वयस्कों ने खाने से पहले तरल पदार्थ पीने वाले वयस्कों की तुलना में 13 प्रतिशत कम भोजन खाया. वही एक दूसरी स्टडी में पाया गया कि चीनी से भरे पेय पदार्थों की बजाए पानी पीने से कैलोरी इंटेक कम हो सकता है जो अन्यथा वजन बढ़ा सकता है.

थैरेपी वजन घटाने में ऐसे मदद करती है

यह माना जाता है कि पानी में हाइड्रेशन कंपोनेट वजन कम करने प्रमुख भूमिका निभा सकता है. भोजन से पहले एक गिलास पानी पीने से हम ज्यादा खाने से बच सकते हैं. यह ट्रैक पर बने रहने और ज्यादा कैलोरी के कारण वजन बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है. न केवल पानी का बल्कि खाने का पैटर्न भी कम कैलोरी का उपभोग करने में मदद करता है. ये सभी फैक्टर वजन घटाने में मदद करते हैं.

सुबह उठने के बाद लगभग 180 मिलीलीटर रूम टेम्पेचर वाला पानी पीना पड़ता है. यह पहले मील से लगभग 45 मिनट पहले होना चाहिए. खाने का समय 15 मिनट तक ही सीमित किया गया है. फिर दिन भर प्यास लगने पर पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखना होता है.

हालांकि यह चिकित्सा जापान में काफी फेमस है और अब दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी लोकप्रियता हासिल कर ली है. वैज्ञानिकों ने इसके बारे में मिली-जुली राय दी है. कुछ ने इसे प्रभावी माना तो कुछ ने नहीं.

विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही करें थैरेपी का उपयोग

कुछ विशेषज्ञों के जापानी जल चिकित्सा प्रारंभिक वजन कम कर सकती है, लेकिन यह टिकाऊ नहीं होगा. इस थेरेपी का एक और नकारात्मक पहलू ओवरहाइड्रेशन का खतरा है. बहुत अधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम की मात्रा खतरनाक स्तर तक कम हो सकती है. इस कारण से मन मचलना, उल्टी और दौरे आना जैसी स्थिति आ सकती है. इसलिए इस थैरेपी को का उपयोग करने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श करना बेहतर है.

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