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बाल बांधते समय जरूर रखें इस बातों का ख्याल

Ritisha Jaiswal
19 July 2022 3:43 PM GMT
बाल बांधते समय जरूर रखें इस बातों का ख्याल
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कई बार स्पेशल हेयर केयर रूटीन फॉलो करने के बाद भी बालों का टूटना जारी रहता है

कई बार स्पेशल हेयर केयर रूटीन फॉलो करने के बाद भी बालों का टूटना जारी रहता है. वैसे तो डाइट से लेकर बालों की खास देखभाल करने तक, कुछ टिप्स की मदद से हेयर फॉल को रोका जा सकता है. मगर, कभी-कभी लाख कोशिशों के बाद भी हेयर फॉल रुकने का नाम नहीं लेता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि बाल टूटने की कोई और वजह भी हो सकती है. जी हां, बाल टूटने की वजह सिर्फ डाइट और हेयर केयर रूटीन तक ही सीमित नहीं है. बल्कि कई बार आपकी हेयर स्टाइलिंग भी हेयर फॉल का कारण बन सकती है. जिसे मेडिकल की भाषा में ट्रैक्शन एलोपेशिया भी कहा जाता है. तो आइए जानते हैं ट्रैक्शन एलोपेशिया के बारे में विस्तार से.

ट्रैक्शन एलोपेशिया का मतलब
ट्रैक्शन एलोपेशिया हेयर फॉल से जुड़ा एक कॉमन शब्द है. दरअसल कई बार हेयर स्टाइलिंग करते समय लोग अपने बालों को काफी कस कर बांध लेते हैं. बेशक ऐसा करने से आपकों बालों के बिखरने का डर नहीं रहता है. मगर, बालों को टाइट बांधने से बाल जड़ से कमजोर होने लगते हैं. जिसके चलते न सिर्फ हेयर फॉल शुरू हो जाता है बल्कि कुछ समय में आप गंजेपन का शिकार भी हो सकते हैं.
ट्रैक्शन एलोपेशिया के लक्षण
ट्रैक्शन एलोपेशिया का शिकार लोगों के बालों में कुछ आम लक्षण देखने को मिलते हैं. ट्रैक्शन एलोपेशिया के अतंर्गत स्कैल्प में पिंपल्स, खुजली और रेडनेस की समस्या आम हो जाती है.
ट्रैक्शन एलोपेशिया के कारण
वैसे तो बालों को काफी कस कर बांधने से ट्रैक्शन एलोपेशिया की समस्या हो सकती है. मगर, इसके अलावा बालों में टाइट क्लिप, हेयरबैंड और हेयर एक्सटेंशन लगाने से भी आपको ट्रैक्शन एलोपेशिया का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही ज्यादा लम्बे और घने बालों में भी अक्सर ट्रैक्शन एलोपेशिया हो जाता है. वहीं पुरुष भी टोपी और हेल्मेट लगाने से ट्रैक्शन एलोपेशिया का शिकार हो सकते हैं.
ट्रैक्शन एलोपेशिया का इलाज
ट्रैक्शन एलोपेशिया से बचने के लिए बालों को ज्यादा टाइट बांधना अवॉयड करें. वहीं सोते समय बाल ज्यादा टूटते हैं. इसलिए सोने से पहले बालों को खोल कर सोएं. साथ ही योगा, एक्सरसाइज और हेयर स्टाइलिंग के दौरान बालों को कस कर ना बांधें. इसके अलावा बालों में टाइट हेयर एसेसरीज लगाने से बचें. वहीं प्रोटीन और आयरन रिच चीजों को डाइट में एड करके भी आप ट्रैक्शन एलोपेशिया को निजात पा सकते हैं.


Ritisha Jaiswal

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