लाइफ स्टाइल

होली खेलने से पहले इन बातों का रखे ध्यान

Apurva Srivastav
7 March 2023 12:48 PM GMT
होली खेलने से पहले इन बातों का रखे ध्यान
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यदि आपको जमकर होली खेलना पसंद है
होली का नाम लेते ही आंखों के सामने लाल, पीले, हरे, गुलाबी जैसे ढेरों रंग तैर जाते हैं. इस त्यौहार में इन्हीं रंगों से एक-दूसरे को रंगने का रिवाज है. और इसी चक्कर में कई बार त्वचा और बालों की सेहत बिगड़ जाती है. हमने विशेषज्ञों से बात कर आपकी इस होली को सुरक्षित और ख़ुशहाल बनाने की कोशिश की है. आजकल रंगों में भारी मात्रा में मिलावट की जाती है. इंडस्ट्रीज़ के वेस्ट प्रॉडक्ट्स बेहद सस्ते होते हैं इसलिए रंग बनाने के लिए इन हानिकारक तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है. रंग में मौजूद एसिड्स, माइका, कांच का बुरादा और हानिकारक क्षार, एलर्जी, एक्ज़िमा जैसी त्वचा की गंभीर समस्याओं को जन्म देते हैं.
डॉ अप्रतिम गोयल, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई का कहना है,‘‘इन केमिकल्स की वजह से त्वचा का लाल पड़ना, खुजली और फफोले पड़ने जैसी समस्याएं होती हैं. गीली होली खेलना सूखी होली से ज़्यादा हानिकारक है. इससे संक्रमण जल्दी फैलने की संभावना रहती है. ग़ौरतलब है कि बालों को पहुंचे नु़कसान को आप ठीक कर सकती हैं, लेकिन त्वचा के मामले में प्रभाव को कम करना या ख़त्म करना काफ़ी पेचीदा और समय खपानेवाला साबित हो सकता है.’’
डॉ गोयल के मुताबिक़, कई बार होली के रंगों से ज़्यादा समस्या त्वचा से रंग को निकालने की जल्दबाज़ी में उठाए गए गलत क़दमों की वजह से होती है. होली के रंगों से एलर्जी कॉन्टैक्ट डर्मैटाइटिस (एसीबी) हो सकता है. जिससे आपकी त्वचा पर लाल-लाल दाने पड़ सकते हैं. इस दौरान फ़ंगल इंफ़ेक्शन भी बहुत आम समस्या है. मुहांसोंवाली त्वचा पर ब्रेकआउट्स हो सकते हैं. ज्योविस इंस्टिट्यूट, मुंबई की डॉ ज्योति सातपुते के मुताबिक़,‘‘खुली चोटों पर पट्टी करवाना या ऐंटिसेप्टिक बैंडेड लगाना न भूलें, वर्ना हानिकारक केमिकल्स आपकी रक्त वाहिनियों में प्रवाहित होकर काफ़ी हानिकारक प्रभाव भी डाल सकते हैं, जैसे-अंधापन, कैंसर इत्यादि.’’
होली खेलने से पहले
यदि आपको जमकर होली खेलना पसंद है, लेकिन एलर्जी की आशंका आपकी होली में मुश्क़िल पैदा कर रही है तो दो दिन पहले से एलर्जी की कोई उपयुक्त दवा लेना शुरू कर दें. ‘‘विटामिन ए और सी के टैबलेट्स तीन दिन पहले से लेना शुरू करें. ज़िंक ऑक्साइड वाली क्रीम, ऑयल बैरियर वाली क्रीम्स या सनस्क्रीन्स लगाएं.
ड्राय त्वचावाले ओमेगा 3 एसिड्स की कैप्सूल्स खाएं,’’ सलाह देती हैं डॉ गोयल. रंगों के इस्तेमाल से पहले कान के पीछे, उंगलियों के सिरों पर और उंगलियों के बीच तेल या क्रीम लगाना न भूलें.
होली खेलने के बाद
जहां-जहां रंग लगा हो, वहां बेबी ऑयल या ऑलिव ऑयल लगाकर 20-25 मिनट के लिए छोड़ दें, उसके बाद इन्हें टिशू पेपर या साफ़-सुथरे कपड़े से पोछ लें.
ड्राय त्वचा के लिए
होली के बाद ड्राय त्वचावालों को सबसे ज़्यादा देखरेख की ज़रूरत पड़ती है. त्वचा की अच्छी कंडिशनिंग बहुत ज़रूरी है. ओटमील वाले मॉइस्चराइज़र से त्वचा को नमी प्रदान करें. रंग को साफ़ करने के बाद तौलिए को गर्म पानी में डालकर निचोड़ लें और इस हल्के गर्म तौलिए से चेहरे को दो मिनट तक सेंकें. इसके बाद क्रीम लगाएं, ताकि त्वचा में क्रीम जल्दी और अच्छी तरह अवशोषित हो जाए. आप चावल के पानी या तिल के तेल से भी मसाज कर सकती हैं.
ऑयली और कॉम्बिनेशन त्वचा के लिए
कच्चे दूध से बेहतर क्लेंज़र क्या हो सकता है? इससे त्वचा को अच्छी तरह धोएं. डॉ गोयल कहती हैं,‘‘जिन्हें मुहांसे हों वो होली खेलने के बाद चेहरे को मॉइस्चराइज़ न करें. सामान्य त्वचावाली विटामिन-सी युक्त क्रीम का उपयोग करें.’’ वहीं डॉ सातपुते का कहना है,‘‘रंग निकालने में जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए. यदि त्वचा पर जलन महसूस हो तो ऐलोवेरा जेल लगाकर कुछ समय के लिए छोड़ दें. ग्लिसरीन व ऐलोवेरा वाले साबुन का प्रयोग करें.’’
सोर्स : फेमिना
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