लाइफ स्टाइल

50 की उम्र में भी जोड़ों का दर्द नहीं करेगा परेशान, खाएं ये फूड्स

SANTOSI TANDI
6 Jun 2023 10:23 AM GMT
50 की उम्र में भी जोड़ों का दर्द नहीं करेगा परेशान, खाएं ये फूड्स
x
50 की उम्र में भी जोड़ों का दर्द नहीं करेगा परेशान
पहले समय में जोड़ों के दर्द को बढ़ती उम्र की समस्‍या माना जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आजकल की खराब लाइफस्टाइल के कारण सभी उम्र के लोगों में यह समस्या देखने को मिलती है। इसके अलावा, कैल्शियम की कमी, इम्‍यूनिटी में कमजोरी और मेटाबॉलिक रेट में बदलाव से भी जोड़ों में दर्द सताने लगता है। दर्द से बचने के लिए कई लोग पेनकिलर लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक इन्‍हें लेने से शरीर में कई तरह के साइड इफेक्‍ट्स देखने को मिलते हैं।
क्‍या आपको भी सुबह उठने के बाद जोड़ों में दर्द महसूस होता है? इससे पहले कि समस्‍या बहुत ज्‍यादा बढ़ जाए और आपको उठने-बैठने, चलने और रोजमर्रा के कामों को करने में भी तकलीफ महसूस होने लगे। आज से ही अपनी डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स से भरपूर चीजों को शामिल करें। इन फूड्स के बारे में डाइटिशियन शीयम के मल्‍होत्रा बता रही हैं।
बीज और नट्स
बीज और नट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो जोड़ों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा माना जाता है। साथ ही, इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया से जुड़े दर्द और अकड़न को कम करते हैं।
इसके अलावा, इसमें प्रोटीन और फाइबर भी मौजूद होता है। ये दोनों चीजें जोड़ों में मजबूती लाती हैं और दर्द से छुटकारा दिलाती हैं।
हल्‍दी
दर्द और संक्रमण से लड़ने के लिए हमारी मां हमेशा हल्‍दी वाला दूध पीने के लिए कहती हैं। ऐसा इसलिए क्‍योंकि हल्‍दी और काली मिर्च से बना दूध एक फेमस ड्रिंक है, जिसके कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ हैं।
हल्दी और काली मिर्च का कॉम्बिनेशन दर्द को दूर करने, मोटापे को कंट्रोल करने, डायबिटीज को मैनेज करने, सूजन से लड़ने और कैंसर को रोकने में मदद करता है।
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे बीमारियों और संक्रमण से लड़ने और दर्द से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही, काली मिर्च हल्‍दी में मौजूद एक्टिव तत्‍व करक्यूमिन के अवशोषण को बढ़ाती है।
इसे जरूर पढ़ें:जोड़ों के दर्द को इस जादुई ड्रिंक से किया जा सकता है दूर
क्रूसिफेरस सब्जियां
क्रूसिफेरस सब्जियों में विटामिन्‍स और मिनरल्‍स होते हैं। ये आपके स्वास्थ्य को सही रखने के लिए जरूरी होते हैं। साथ ही, ये एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्‍वों से भरपूर होती हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकती हैं।
जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए क्रूस वाली कुछ सब्जियों में पत्ता गोभी, फूल गोभी, केल, ब्रोकली, बोक चोय, ब्रसेल्‍स स्‍प्राउट्स, कोलार्ड ग्रीन आदि शामिल हैं।
पाइनएप्‍पल
होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये सूजन और जोड़ों के दर्द को कम करते हैं। विटामिन-सी की कमी के कारण जोड़ों में दर्द परेशान करता है। पाइनएप्‍पल में विटामिन-सी या एस्‍कॉर्बिक एसिड होता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह कोलेजन के निर्माण में भी मदद करता है और जोड़ों को पोषण देता है।
इसके अलावा, पाइनएप्पल में कॉपर भी होता है, जो जोड़ों के लिए जरूरी मिनरल है। विटामिन-सी की तरह, कॉपर का कोलेजन पर असर पड़ता है।
इसे जरूर पढ़ें: 50 की उम्र के बाद भी महिलाओं की हड्डियां रहेंगी मजबूत
रागी
रागी कैल्शियम का सबसे अच्‍छा स्रोत है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्‍वों से भरपूर होती है, जो जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करती है।
रागी आयरन का भी अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को स्‍वस्‍थ और मजबूती बनाती है।
अगर आप भी बढ़ती उम्र में जोड़ों के दर्द से बचना चाहते हैं, तो आज से ही इन फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें। आपको भी डाइट से जुड़ी कोई जानकारी चाहिए, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Next Story