लाइफ स्टाइल

बाजार से खरीदा गया गुड़ जहरीला तो नहीं, जानें 'असली' या 'नकली' की पहचान करने का तरीका

Deepa Sahu
30 Aug 2021 2:29 PM GMT
बाजार से खरीदा गया गुड़ जहरीला तो नहीं, जानें असली या नकली की पहचान करने का तरीका
x
मौसम में हल्की ठंडक आ गई है।

मौसम में हल्की ठंडक आ गई है। ऐसे में अब बाजारों में गुड़ मिलना शुरू हो जाएगा। वैसे तो हर मौसम में गुड़ की बिक्री होती है, लेकिन सर्दी के दिनों में बाजार में मिलने वाले गुड़ की बात ही कुछ और है। इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए ठंड के दिनों में इसे खाने की सलाह दी जाती है। कई लेाग शक्कर की जगह गुड का ही इस्तेमाल करते हैं।

इसका स्वाद तो अच्छा होता ही है साथ ही आयरन और विटामिन सी की उपस्थिति के चलते सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके तमाम फायदों का लाभ आप तभी ले पाएंगे, जब गुड़ शुद्ध होगा। लेकिन आप इस बात की गारंटी कैसे ले सकते हैं कि जो गुड़ आप खरीद रहे हैं, वो पूरी तरह से शुद्ध है। दरअसल, आजकल पैसा कमाने के चक्कर में दुकानदार नकली गुड बनाकर बेच रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि अच्छी गुणवत्ता वाले गुड़ की पहचान कैसे करनी चाहिए।
​गुड़ क्या है
गुड़ एक सुपर फूड और स्वीटनर है, जो गन्ने से बनता है। यह कच्चे गन्ने के रस को उबालकर बनाया जाता है। यह 20 प्रतिशत इनवर्टेड शुगर, 50 प्रतिशत सुक्रोज और 20 प्रतिशत नमी और कई तरह के घुलनशील पदार्थ से बनता है। इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, पोटेशियम और जिंक , प्रोटीन , विटामिन बी की प्रचुर मात्रा के कारण यह चीनी का हेल्दी ऑप्शन है। गन्ने के रस को सांचों में डालने से पहले घंटों तक उबाला जाता है और फिर इसे सख्त होने के लिए रख दिया जाता है। वहीं चीनी को पैक करने से पहले क्रिस्टलाइजेशन के साथ कई अन्य प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। इस प्रकार चीनी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक बन जाती है।
​गुड़ की शुद्धता जांचने के तरीके
आमतौर पर अच्छी क्वालिटी के गुड़ में अच्छा रंग, अच्छा स्वाद और कठोरता होनी चाहिए।
जब भी गुड़ खरीदें, तो इसे थोड़ा सा चखने के लिए मांगें। गुड़ का स्वाद केवल मीठा होना चाहिए। यदि इसमें जरा भी नमकीन स्वाद आता है, तो समझ जाएं, कि आप जो गुड़ खरीद रहे हैं, वो नकली है। बता दें कि गुड़ जितना पुराना होगा उतना ही नमकीन होता जाता है।
चखने पर अगर गुड़ में कड़वापन लगे, तो इसका मतलब है कि उबलने की प्रक्रिया के दौरान कारमेलिजेशन से गुजरा है।
यह जानने के लिए कि गुड़ शुद्ध है या नहीं, इस पर किसी भी तरह के क्रिस्टल की जांच करें। क्रिस्टल की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि इसे मीठा बनाने के लिए कई प्रक्रिया से गुजारा गया है।
गुड़ जितना ज्यादा सख्त होगा, उसकी शुद्धता की गारंटी उतनी ज्यादा होगी। इससे ये सबित होता है कि गन्ने को उबालने पर किसी तरह के एडिटिव्स का इस्तेमाल नहीं किया गया।
​ऐसा होता है नकली गुड़ का रंग

गुड़ का रंग भी शुद्धता की पहचान करने का अच्छा तरीका है। आदर्श रूप से गुड़ का रंग गहरा भूरा होना चाहिए। लेकिन अगर आपके द्वारा खरीदे गए गुड़ में पीला रंग दिख रहा है, तो यह असली नहीं है। इसका पीला रंग रसायनिक उपचार का संकेत है। इस गुड़ को अगर आप पानी में डालेंगे, तो मिलावटी पदार्थ बर्तन में नीचे बैठ जाएंगे। जबकि अगर ये शुद्ध होगा तो पूरी तरह से पानी में घुल जाएगा।
सरसों के तेल में मिलावट का खेल, इन तरीकों से करें घर पर असली और नकली तेल की पहचा

​गुड़ का वजन बढ़ाने के लिए

आमतौर पर मिलावटी गुड़ में कैल्शियम और सोडियम बायकार्बोनेट मिलाया जाता है। कैल्शियम कार्बोनेट गुड़ में इसलिए मिलाया जाता है , ताकि इसका वजन बढ़ाया जा सके। जबकि सोडिसम बायकार्बोनेट का इस्तेमाल पीला रंग मिलाने के बाद इसके लुक को निखारने के लिए होता है।
कहीं चाक पाउडर तो नहीं मिला है?

अधिकांश विक्रेता गुड़ में चाक पाउडर मिलाते हैं। अगर आपको इसकी पहचान करनी है, तो ट्रांसपैरेंट बर्तन में एक कटोरा पानी लें और गुड़ के एक टुकड़े को पानी में घोलें। अगर गुड़ नकली होगा, तो पाउडर पानी में नीचे बैठ जाएगा।

​आर्टिफिशियल कलर्स का यूज

गुड़ को सही रंग देने के लिए आर्टिफिशियल कलर्स का यूज होता है। इसकी शुद्धता की पहचान करने के लिए आधा चम्मच गुड़ लें। इसमें छह मिलीलीटर शरब डालकर अच्छी तरह मिला लें। अब इसमें 20 बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मिलाएं। अगर गुड़ गुलाबी रंग का हो जाए, तो इसका मतलब है कि इसमें आर्टिफिशियल कलर मिलाया गया है।

तो अब गुड़ खरीदना आपके लिए काफी आसान हो जाएगा। यहां बताए गए टिप्स की मदद से आप गुड़ की शुद्धता की पहचान कर खुद की और दूसरों की सेहत के साथ खिलवाड़ होने से रोक सकते हैं।


Next Story