लाइफ स्टाइल

अकबर का सबसे वफादार किन्नर था इतिमाद खान, हरम पर रखता था निगाह

SANTOSI TANDI
15 Jun 2023 12:16 PM GMT
अकबर का सबसे वफादार किन्नर था इतिमाद खान, हरम पर रखता था निगाह
x
हरम पर रखता था निगाह
अकबर की बायोग्राफी को मैं बहुत वक्त से पढ़ने की सोच रही थी, पर टाइम ही नहीं मिल पा रहा था। बायोग्राफी को पढ़ते हुए मुझे इस बात का इल्म हुआ कि मुगल इतिहास में बाबर के बाद अगर सबसे इंटरेस्टिंग कोई शख्स रहा है, तो वो अकबर है। 13 साल की उम्र में बादशाह बनने वाला और अंदरूनी और बाहरी तौर पर राजनीति में फंसा अकबर अपने आप में एक एरा है।
हालांकि, जितना विवाद और कोरा झूठ मुगलों को लेकर चल रहता है। इसके बाद, तो यही समझ आता है कि हमें अकबर को पढ़ना ही होगा। यही वजह है कि हम अपनी सीरिज 'हिस्ट्री ऑफ वुमन' में इतिहास से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं। हमने पहले बाबर, औरंगजेब, शाहजहां, हुमायूं और अकबर के बारे में विस्तार से बताया। पर आज हम आपको अकबर से सबसे अजीज दोस्त किन्नर के बारे में बताएंगे।
किन्नर से जुड़े फैक्ट्स
मुगल सल्तनत में किन्नर का होना वाकई हैरान कर देने वाला था। कहा जाता है कि 17 वीं शताब्दी में बादशाह के बाद अगर कोई शक्तिशाली था, तो वो किन्नर का समुदाय था। किन्नर के पास हर ऐशो-आराम की सुविधाएं मौजूद थीं। एक से बढ़कर एक कपड़े और बादशाह के लिए भरोसेमंद इंसान थे। यही वजह है कि मुगल हरम में रानियों की सुरक्षा करने के लिए किन्नर को ही नियुक्त किया जाता था।
मुगल साम्राज्य का सबसे प्रभावशाली किन्नर
मुगल सल्तनत में कई किन्नरों ने काम किया , लेकिन जावेद का नाम इतिहास में दर्ज है। जावेद एक ऐसा किन्नर था जिसे पता था कि मौके पर अपने दिमाग का इस्तेमाल कैसे करना है। उसने ऐसा ही किया और मुगल इतिहास का सबसे प्रभावशाली हिजड़ा बन गया।
बता दें कि किन्नर जावेद की भर्ती मुहम्मद शाह रंगीला के शासनकाल में हुई थी, लेकिन बादशाह की मृत्यु के बाद जावेद एक प्रभावशाली किन्नर बनकर उभरा।
अकबर का सबसे वफादार किन्नर
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अकबर के शासन में हरम में किन्नरों की संख्या काफी बढ़ गई थी। अकबर ने हरम की सुरक्षा की जिम्मेदारी किन्नरों को सौंप दी थी। किन्नरों की बिना मर्जी के कोई भी मुगलों के हरम में घुस नहीं सकता था। पर बादशाह अकबर का सबसे खास किन्नर इतिमाद खान था।
अकबर को इतिमाद खान तमाम साजिशों और बातों के बारे में बताया करता था, जो अकबर के खिलाफ हुआ करती थीं।
हरम में आला अधिकारी था
इतिमाद खान सिर्फ बादशाह अकबरका खास नहीं था बल्कि हरम का सबसे आला दर्जे का अधिकारी भी था। मशहूर इतिहासकार शादाब बानो अपने लेख Eunuchs in Mughal households and court में लिखती हैं कि इतिमाद खान शासन के रोजमर्रा के काम में भी दखल दिया करता था।
बता दें कि इतिमाद खान एक अफसर भी था, जो बहुत ताकतवर था। अकबर ने खान साहब को सिक्योरिटी से लेकर जैसे वित्त जैसी अहम जिम्मेदारियां भी दे रखी थीं।
उम्मीद है यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको मुगल इतिहास के बारे में कुछ और जानना है, तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। आपको लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर और लाइक ज़रूर करें, साथ ही, ऐसी अन्य जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें हरजिन्दगी के साथ।
Next Story