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व्यक्ति को संक्रमण से उबरने में लगता है लंबा वक्त, कोरोना का ओमीक्रोन स्वरूप है 'साइलेंट किलर

Bhumika Sahu
24 Feb 2022 3:21 AM GMT
व्यक्ति को संक्रमण से उबरने में लगता है लंबा वक्त, कोरोना का ओमीक्रोन स्वरूप है साइलेंट किलर
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उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप एक 'साइलेंट किलर' की तरह है। इसके संक्रमण से उबरने में लंबा वक्त लगता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप एक 'साइलेंट किलर' की तरह है। इसके संक्रमण से उबरने में लंबा वक्त लगता है। मुख्य न्यायाधीश ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब उच्चतम न्यायालय बार संघ (एससीबीए) के अध्यक्ष विकास सिंह ने लोगों की मौजूदगी में मुकदमों की सुनवाई फिर शुरू करने का आग्रह किया।

न्यायमूर्ति एनवी रमना ने कहा कि देश में अब कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। मगर, कोरोना का ओमीक्रोन स्वरूप भले ही पहले के मुकाबले हल्का है, लेकिन देखने में आया है कि इसका असर लंबे वक्त तक रहता है।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वह कोरोना की पहली लहर के दौरान चार दिनों में स्वस्थ हो गए थे, लेकिन तीसरी लहर में स्वस्थ होने में उन्हें लंबा वक्त लग रहा है। उन्हें 25 दिन हो गए हैं और अब भी वह इससे उबर नहीं पा रहे हैं।
वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कोरोना का नया वैरियंट आया तो 6 से 8 महीने में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है। ओमिक्रॉन वैरियंट से यह बात सामने आ चुकी है कि नए वैरियंट्स पर वैक्सीन की इम्यूनिटी असर नहीं कर रही। एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसा आगे भी होगा।
कब आएगी चौथी लहर ?
वहीं CNBCTV की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर जयदेवन ने बताया, वायरस हमारे बीच ही रहने वाला है। लंबे समय तक उतार-चढ़ाव देखने को मिलते रहेंगे। नया वायरस कब आएगा ये तो कहना मुश्किल है। हालांकि इसके इतिहास को देखते हुए कहा जा सकता है कि लहर एक बार फिर से आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि चौथी लहर BA.2 से नहीं आएगी क्योंकि यह BA.1 से इन्फेक्टेड लोगों को संक्रमित नहीं कर पा रहा। अगर नया वैरियंट आया तो 6 से 8 महीने में नई लहर आ सकती है।


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