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ग्रह सज्जा में वास्तु का अत्यंत महत्व होता है। यदि आप चाहते हैं, कि आपके घर में धन समृद्धि के साथ-साथ शांति और खुशहाली बनी रहे, तो कुछ बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। ऐसी एक बात आज पंडित दीपक पांडे समझा रहे हैं।
द्वार पर शुभ नहीं होता गणेश जी को लगाना
आमतौर पर हर शुभ कार्य का आरंभ गणेश पूजा से होता है। ऐसे में स्वाभाविक है कि कुछ लोग घर के प्रवेश द्वार के बाहर या अंदर की ओर गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर शुभ मान कर लगा देते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार यह सही नहीं है। वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि श्री गणेश प्रथम पूजनीय अवश्य हैं, लेकिन वे द्वारपाल नहीं हैं। इसलिए मुख्य द्वार या प्रवेश द्वार पर किसी भी ओर गणेश जी को नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर से सुख, शांति ही नहीं लक्ष्मी भी रुष्ट होकर चली जाती हैं। गणेश जी को हमेशा घर के मंदिर में स्थापित करना चाहिए।
एक पौराणिक कथा भी है
गणेश जी को मुख्य द्वार पर ना लगाने की पीछे एक पौराणिक कथा भी है। इस कथा के अनुसार एक बार माता पार्वती श्री गणेश को द्वार पर बैठाकर स्नान करने गई थीं, और उनसे कहा था कि वह किसी को भी अंदर ना आने दें। उसी समय भगवान शिव वहां आए और अंदर जाने लगे। गणेश जी ने उन्हें भी रोक दिया। इस बात से शिव क्रोधित हो गए और उन्होंने गुस्से में गणपति का सर काट दिया। इसी के बाद माता पार्वती से सच जान कर, उनका दुख दूर करने के लिए गणेश जी के सर पर हाथी का सर लगाकर उन्हें जीवित किया गया। तभी से वह गजानन कहलाए। तब से गणेश जी को द्वारपाल की तरह रहना पसंद नहीं आता।
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