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गर्मी में मिट्टी के घड़े का पानी पीना है जरुरी, जानिए इसके कारण

Kunti Dhruw
9 Jun 2021 3:39 PM GMT
गर्मी में मिट्टी के घड़े का पानी पीना है जरुरी, जानिए इसके कारण
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शहरी जीवन में हम लोग इतने रस-बस गए है

नई दिल्ली, शहरी जीवन में हम लोग इतने रस-बस गए है कि हम अपनी परंपराओं को भी ताक़ पर रखने लगे हैं। तकनीकी के हम इतने ज्यादा मोहताज हो गए है कि हमारा रहन-सहन और जीने का तरीका सब कुछ बदल गया है। बदलते लाइफस्टाइल की वजह से ही अनजाने में ही हम कई बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। गांवों में आज भी पुरानी परंपराएं चल रही है। वहां खाना पकाने से लेकर पानी पीने तक के लिए मिट्टी के घड़ों का इस्तेमाल किया जाता है। मिट्टी के बर्तन में पानी वाष्पीकरण के सिद्धांत के माध्यम से प्राकृतिक रूप से ठंडा करता है। घड़े में रखे पानी में जितना ज्यादा वाष्पीकरण होता है पानी उतना ही ज्यादा ठंडा होता है।

शहरों में ठंडा पानी पीने के लिए हम लोग फ्रिज पर निर्भर रहते हैं, लेकिन आप जानते हैं कि फ्रिज का ठंडा पानी आपकी इम्यूनिटी कमज़ोर करता है। आइए जानते हैं कि घड़े का पानी पीने के कौन-कौन से फायदे हैं।
मटके का पानी पीने के फायदे
कोरोनाकाल में गले को ठीक रखता है घड़े का पानी:
गर्मियों में ठंडा पानी पीने की तलब ज्यादा होती है और हम फिज्र से ठंडा पानी पीते रहते हैं। कोरोनाकाल में ठंडा पानी सर्दी जुकाम कर सकता है जो कोरोना को दावत देने के लिए काफी है। ठंडा पानी पीने से गले की कोशिकाओं का ताप अचानक से गिर जाता है जिसके कारण गले का पकना और गले की ग्रंथियों में सूजन आने लगती है। ठंडा पानी शरीर की क्रियाओं को बिगड़ता है।
इम्यूनिटी को बढ़ाता है घड़े का पानी:
गर्मी तेज़ होते ही हम लोग फ्रिज का तेज़ ठंडा पानी पीने लगते हैं लेकिन आप जानते हैं कि तेज ठंडा पानी आपकी इम्यूनिटी घटाता है। मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा करके पीने से इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है। घड़े में पानी स्‍टोर करने से शरीर में टेस्‍टोस्‍टेरोन हार्मोन का स्‍तर बढ़ जाता है।
कब्ज से निजात दिलाता है घड़े का पानी:
मटके का पानी बहुत अधिक ठंडा नहीं होता, इसलिए यह पाचन को दुरुस्त रखता है। इसे पीने से संतुष्टि मिलती है। इसका नियमित उपयोग पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
पानी में पीएच का संतुलन:
मिट्टी में क्षारीय गुण विद्यमान होते है। क्षारीयता पानी की अम्लता के साथ प्रभावित होकर, उचित पीएच संतुलन प्रदान करती है।
मिट्टी में विषैले पदार्थ सोखने की शक्ति है:
मिटटी में शुद्धि करने का गुण मौजूद होता है, यह सभी विषैले पदार्थ सोख लेती है। मिट्टी के घड़े का पानी पीने से सभी जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व मिलते है। इसमें पानी सही तापमान पर रहता है, ना बहुत अधिक ठंडा ना गर्म रहता।
बॉडी के दर्द और ऐठन से राहत दिलाता है:
यह शरीर में दर्द, ऐठन या सूजन जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है। अर्थराइटिस की बीमारी में यह बेहद फायदेमंद माना जाता है।
एनीमिया से छुटकारा दिलाता है:
एनीमिया की बीमारी से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए मिट्टी के बर्तन में रखा पानी पीना बेहद फायदेमंद है। मिट्टी में आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। एनीमिया आयरन की कमी से होने वाली एक बीमारी है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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