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प्रेग्‍नेंसी में मटर के दाने खाने का सही तरीका जानना है जरूरी, मां और बच्‍चे को होता है फायदा

Kunti Dhruw
24 March 2021 2:48 PM GMT
प्रेग्‍नेंसी में मटर के दाने खाने का सही तरीका जानना है जरूरी, मां और बच्‍चे को होता है फायदा
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प्रेग्‍नेंसी में मटर खाने के फायदे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: गर्भवती महिलाओं को अपने आहार के बारे में पूरी और सही जानकारी होनी चाहिए। उन्‍हें पता होना चाहिए कि इस नाजुक समय में उन्‍हें क्‍या खाना चाहिए और क्‍या नहीं। इस समय महिलाओं को कई तरह के फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है जिसमें मटर भी शामिल है।

प्रेगनेंट महिलाएं अपने खाने में मटर को शामिल करने से पहले ये जरा भी नहीं सोचती हैं कि उनके और उनके शिशु के लिए यह सही भी है या नहीं जबकि ऐसा करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
अगर आप भी गर्भवती हैं तो मटर खाने से पहले यह जान लें कि यह सब्‍जी आपके और आपके गर्भस्‍थ शिशु के लिए फायदेमंद है या नुकसानदायक।
​मटर के पोषक तत्‍व
हरी मटर में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्‍प्‍लेक्‍स, मैग्‍नीशियम, विटामिन सी, फाइबर और प्रोटीन होता है। इससे प्रेगनेंट महिलाओं को अपनी रोजाना की जरूरत के हिसाब से प्रोटीन और विटामिन मिल जाता है।
100 ग्राम मटर में 14.45 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन 5.42 ग्राम, टोटल फैट 0.40 ग्राम, डायट्री फाइबर 5.1 ग्राम, फोलिक एसिड 65 मिग्रा, नियासिन 2.090 मि.ग्रा, राइबोफ्लेविन 0.132 मिग्रा होता है।
​प्रेग्‍नेंसी में मटर खाने के फायदे
मटर के दानों में अनेक पोषक तत्‍व होते हैं जो गर्भवती महिला और उसके बच्‍चे को कई तरह के लाभ पहुंचा सकते हैं, जैसे कि मटर में फोलिक एसिड होता है जो कि कोशिकाओं में डीएनए बनाने में मदद करता है। प्रेग्‍नेंसी में मटर खाने से शिशु में न्‍यूरल ट्यूब डिफेक्‍ट का खतरा कम करने में सहायता मिलती है।
मटर में फाइबर, लाइकोपीन और ल्‍यूटिन होता है जो ह्रदय को ठीक तरह से कार्य करने में मदद करता है। लाइकोपीन एंटीऑक्‍सीडेंट की तरह काम करता है जिससे कोशिकाओं को नुकसान नहीं पहुंचता।
मटर में मौजूद अन्‍य पोषक तत्‍व एलडीएल कोलेस्‍ट्रोल के लेवल को घटाते और गुड कोलेस्‍ट्रोल को बढ़ाते हैं।
प्रेग्‍नेंसी में विकारों को कम करने के लिए विटामिन बी9 चाहिए होता है। मटर में विटामिन बी9 उच्‍च मात्रा में होता है जिससे शिशु को न्‍यूरल ट्यूब डिफेक्‍ट से बचाव मिल सकता है। यह विकार विटामिन बी9 की कमी से होता है।
मटर भ्रूण के कॉग्‍नीटिव कार्य और विकास में भी मदद करता है।
​डाइट में कैसे लें मटर
प्रेग्‍नेंसी में सूप पीना बहुत फायदेमंद होता है और आप मटर का सूप बनाकर पी सकती हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर और जरूरी विटामिन उच्‍च मात्रा में होते हैं। आइए जानते हैं कि मटर का सूप कैसे बनाते हैं।
इसके लिए आपको चाहिए 500 ग्राम ताजा हरी मटर, एक बड़ी प्‍याज कटी हुई, एक चुटकी नमक, दो कप चिकन या वेजिटेबल स्‍टॉक, एक कप दूध, आधा कप दही, स्‍वादानुसार नमक या मिर्च, पुदीने की एक टहनी और गार्निशिंग के लिए धनिया।
​मटर का सूप बनाने की विधि
सबसे पहले धीमी आंच पर मक्‍खन में प्‍याज को भूरा होने तक भूनें। इसके बाद इसमें गर्म वेजिटेबल स्‍टॉक के साथ मटर डाल दें और उबाल आने दें। बर्तन को ढक दें और दस मिनट तक उबलने दें।
ब्‍लेंडर में पुदीने को पीसकर उसमें दही, दूध और मसाले डालें। मटर का सूप तैयार है। इसे धनिये से गार्निश कर के सर्व करें।


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