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इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) में निवेशकों की दिलचस्पी कम हो रही है. जुलाई 2021 की तुलना में अगस्त 2021 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश घटा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Mutual Funds: इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) में निवेशकों की दिलचस्पी कम हो रही है. जुलाई 2021 की तुलना में अगस्त 2021 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश घटा है. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों का रुझान ऐसे समय में कम हो रहा है जब शेयर बाजार नई ऊंचाइयां छू रहा है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 8,056.80 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो था. यह जुलाई के मुकाबले 61.15% कम है. जुलाई में इक्विटी फंड्स में 20,742.77 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो था. हालांकि निवेश की भारी गिरावट के बावजूद निवेश फ्लो पॉजिटिव बना हुआ है. निवेशकों के रिडेम्पशन की रफ्तार भी अगस्त में ज्यादा दिखी. जुलाई में निवेशकों ने 17,831.65 करोड़ रुपये निकाले थे. जबकि अगस्त में 23,144.89 करोड़ रुपये निकाले.
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स में पैसा लगा रहे हैं निवेशक
एक्सपर्ट्स इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेशकों का रुझान कम होने के पीछे कई कारण मानते हैं. हालांकि इसकी एक वजह और भी है. निवेशक जिस तेजी से इक्विटी म्यूचुअल फंड्स से पैसा निकाल रहे हैं. उतनी ही तेजी से वे बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स (Balanced Advantage funds) के न्यू फंड ऑफर (NFO) में निवेश कर रहे हैं. यह रणनीति विशेषतौर पर रिटेल निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकती है. बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स में जोखिम कम होता है. इसके अलावा निवेशकों की ओर से प्रॉफिट बुकिंग की वजह से भी इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश घटता दिख रहा है.
बता दें कि एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (SBI Balanced Advantage Fund) इस साल अगस्त में लॉन्च हुआ था. इसमें 14,551 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. यह एक हाइब्रिड स्कीम थी, जिसमें डेट और इक्विटी दोनों में निवेश होता है. इससे पहले जुलाई में आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल फ्लैक्सी कैप फंड लॉन्च हुआ. यह इक्विटी स्कीम थी और इसने उस महीने 9,808 करोड़ रुपये जुटाए.
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