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बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हो सकता है जानलेवा

Kajal Dubey
21 May 2023 5:21 PM GMT
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हो सकता है जानलेवा
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कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है जो खून की नसों में जमा होता है। हमारे शरीर को हेल्दी सेल्स बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है लेकिन शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल फैटी फूड खाने, एक्सरसाइज ना करने, ओवरवेट होने, स्मोकिंग और ड्रिंक करने के कारण बढ़ता है। कई बार यह जेनेटिक भी होता है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हार्ट डिसीज, डायबिटीज और एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हमारे शरीर में दो तरह का कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है एक गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। अगर बात बैड कोलेस्ट्रॉल की करें तो यह हमारी आर्टरीज में जमा हो सकता है। वह शरीर के लिए कई जोखिम पैदा कर सकता है। ऐसे में कुछ खाद प्रदार्थों के बारे में बताया गया है जिनके सेवन से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में दालों के बारे में बताने जा रहे है जिनके नियमित सेवन से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।
दालों को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है, यही वजह है कि इन्हें कई तरीके से आप अपनी रोजाना की डाइट में शामिल कर सकते हैं। दाल एक सुपरफूड है और ये पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये प्रोटीन का सबसे भरोसेमंद स्त्रोत है साथ ही ये खनिज, विटामिन, एंटी-ऑक्सीडेंट और पाचन क्रिया में मददगार फाइबर्स से युक्त होती हैं। दाल को पचा पाना बहुत आसान है। हर रोज दाल खाने से बॉडी एक्ट‍िव बनी रहती है। दालें न केवल प्रोटीन की कमी को पूरा करती हैं बल्क‍ि ये आयरन की जरूरत को भी पूरा करती हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं पाया जाता। तो चलिए आज हम उन 5 तरह की दालों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे जिससे कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी कम हो जाता है और इनका सेवन वजन घटाने में भी आपकी मदद कर सकता है।
मूंग की दाल
मूंग को आप दाल के रूप में या फिर स्पाउट्स के तौर पर भी खा सकते हैं, इनमें पोषक तत्वों की कोई कमी नहीं होती, साथ ही फैट और कैलोरी कम पाई जाती है जिससे कोलेस्ट्रॉल और वजन कम होने लगता है। मूंग की दाल लिवर के लिए भी अच्छी मानी जाती है और इसका सेवन शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखता है। एक कप पकी हुई मूंग दाल में 80% फोलेट होता है, जो भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरूरी है, इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत अच्छा सप्लीमेंट है। इसे रेगुलर डाइट में शामिल करना बेहद जरुरी है।
मसूर की दाल
मसूर की दाल सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है, भारत में इसे काफी मात्रा में लोग खाना पसंद करते है। इसमें मौजूद प्रोटीन और डाइटरी फाइबर कोलेस्ट्रॉल को तो कम करता ही है इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करता है। मसूर की दाल का सेवन वजन को कम करने में भी आपकी मदद कर सकता है। डायबिटीज मरीजों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद रहता है।
मोठ की दाल
मोठ की दाल भारत में इसे कचौड़ी के साथ मिलाकर काफी ज्यादा मात्रा में खाया जाता है, क्योंकि इसका स्वाद बेहतरीन होता है। मोठ की दाल में मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैंगनीज, आयरन, कॉपर, सोडियम और जिंक पर्याप्त मात्रा में होता है। विभिन्न गुणों से भरपूर होने के कारण यह एक हेल्दी सुपरफूड है। मोठ दाल बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है और ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है।
उड़द की दाल
उड़द की दाल का सेवन भारत में सबसे ज्यादा मात्रा में खाया जाता है, उड़द की दाल भी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अहम भूमिका निभाती है। इसका इस्तेमाल इडली, डोसा और वड़ा जैसी अलग-अलग खाने की चीजों को बनाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और विटामिन ए और सी की बहुत अधिक मात्रा होती है। यह वजन कम करने में भी मदद करती है। जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है उनको भी इस दाल का सेवन फायदेमंद रहता हैं।
काबुली चना
काबुली चना जिसे हम छोला या सफेद चना भी कहते हैं न सिर्फ खाने में टेस्टी होता है बल्कि हमारी सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है। चने में लगभग 28% फॉस्फॉरस होता है। यह शरीर में नई कोशिकाएं बनाने में सहायक है। यह हीमॉग्लोबीन की मात्रा बढ़ाकर किडनी में मौजूद विषाक्त पदार्थों को साफ करता है। इसका सेवन कलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह आंत में पित्त के साथ मिलकर खून में बढ़े हुए कलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसकी वजह से हार्ट डिजीज का खतरा भी कम होता है।
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