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इन 5 तरीकों से अपनी मिठाइयों में बढ़ाएं प्रोटीन की मात्रा! Non Veg खाने की नहीं होगी जरूरत

Neha Dani
10 Jun 2022 4:20 AM GMT
इन 5 तरीकों से अपनी मिठाइयों में बढ़ाएं प्रोटीन की मात्रा! Non Veg खाने की नहीं होगी जरूरत
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चूंकि इसे तैयार करने में दाल का इस्तेमाल होता है, इसलिए इसमें प्रोटीन की कोई कमी नहीं होती.

प्रोटीन हमारी डेली डाइट का एक बेहद हम हिस्सा है जिससे हमारी मांसपेशियों और टिश्यूज का निर्माण होता है. आमतौर पर मांस और अंडे जैसे नॉन वेट आइटम्स को प्रोटीन रिच डाइट के तौर पर सेवन किया जाता है, लेकिन शाकाहारियों में इस बात को लेकर हमेशा कंफ्यूजन बना रहता है कि आखिर वो प्रोटीन की जरूरतों को कैसे पूरा करें, तो आइए हम ऐसी 5 मिठाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें इस खास न्यूट्रिएंट की कोई कमी नहीं है.

बेसन के लड्डू (Besan ke Laddu) में फोलिक एसिड (Folic Acid) की भरपूर मात्रा पाई जाती है, इसे फोलेट (Folate) भी कहा जाता है. इसकी मदद से हमारी नसों में व्हाइट और रेल ब्लड सेल्स में इजाफा होता है, ये प्रोटीन से भरपूर होता है और साथ ही सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद भी है
खीर (Kheer) को तैयार करने में दूध का इस्तेमाल किया जाता है, भारत में शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां ये स्वीट डिश न बनती हो. इसमें काफी कम कैलोरी पाई जाती और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलता है. कुछ लोग इसे तैयार करने में गुड़ का इस्तेमाल करते हैं जिससे इसकी हेल्थ वैल्यू बढ़ जाती है.
मिल्क केक (Milk Cake) को दूध से तैयार किया जाता है, इस मिठाई को खाने से भरपूर प्रोटीन मिलता है क्योंकि इसमें कई अहम अमीनो एसिड्स होते हैं. चूंकि इसको बनाने में खोया का इस्तेमाल होता है इसलिए ये हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता और ऊर्जा को बेहतर करने का काम करता है.
मिष्टी दोई (Mishti Doi) को दही और गुड़ से बनाया जाता है, इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन होता है, साथ ही गुड़ को चीना का एक हेल्दी ऑप्शन माना जाता है. ये एक अच्छा प्रोबायोटिक है जिससे डाइजेशन की प्रॉब्लम भी नहीं होती.
मूंग दाल का हलवा (Moong Dal Halwa) भारत में काफी पसंद किया जाता है इससे मिलने वाला मैग्नीशियम और पोटेशियम हाई बीपी के मरीजों को राहत पहुंचाता है. चूंकि इसे तैयार करने में दाल का इस्तेमाल होता है, इसलिए इसमें प्रोटीन की कोई कमी नहीं होती.

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