लाइफ स्टाइल

इन मोटे अनाजों को भोजन में शामिल करें जिससे सेहत चुस्त और दुरुस्त बनी रह सके

Kajal Dubey
12 Feb 2022 3:02 AM GMT
इन मोटे अनाजों को भोजन में शामिल करें जिससे सेहत चुस्त और दुरुस्त बनी रह सके
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साबुत अनाज सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मोटा अनाज यानी साबुत अनाज (Whole-grains) सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसी वजह से हमारे बुजुर्ग मोटे अनाज को अपनी रोज की डाइट (Diet) में जगह देते थे. इतना ही नहीं गांव में आज भी मोटा अनाज भोजन में शामिल किया जाता है, जिससे सेहत (Health) दुरुस्त रह सके. आज के दौर की लाइफ स्टाइल में हम सबको भी मोटे अनाज जैसे बाजरा, ज्वार, जौ और रागी जैसी चीजों को डाइट में शामिल करने की जरूरत है. जिससे हमारी सेहत भी चुस्त और दुरुस्त बनी रह सके.

अब आप सोच रहे होंगे कि मोटे अनाज को भला डाइट में किन तरीकों से शामिल किया जा सकता है? तो आपकी इस समस्या का समाधान हम कर देते हैं. आज हम आपको बताते हैं कि मोटे अनाज को आप किन तरीकों से अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं और ये सेहत के लिए किस तरह से फायदेमंद है. आइये जानते हैं इसके बारे में.
बाजरे की बनायें खिचड़ी, रोटी और मलीदा
बाजरे को खिचड़ी के जरिये आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसके साथ ही आप चाहें तो इसकी रोटी या फिर बाजरे का मलीदा बनाकर भी आप बाजरे को डाइट में शामिल कर सकते हैं. बाजरा फाइबर और कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसको खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में रहता है और कब्ज की दिक्कत से भी निजात मिलती है. साथ ही हड्डियों को भी काफी मजबूती मिलती है.
ज्वार की रोटी बनायें
ज्वार की रोटी बनाकर आप इसको अपने लंच और डिनर में शामिल कर सकते हैं. ज्वार फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से लैस होता है. जो आपको भरपूर एनर्जी तो देता ही है. साथ ही आपके पाचन तंत्र और हड्डियों के लिए भी ये काफी फायदेमंद होता है.
जौ का दलिया खायें
जौ को आप अपनी डाइट में दलिया और सत्तू जैसी चीजों के जरिये शामिल कर सकते हैं. जौ विटामिन, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और कॉपर जैसे पोषक तत्वों से भरा होता है. जो कोलेस्ट्रोल और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में अच्छी भूमिका निभाता है. इतना ही नहीं जौ खाने से एनर्जी लेवल भी बढ़ता है जिससे थकान और कमजोरी भी दूर होते हैं.
रागी का हलवा बनायें
रागी को आप अपने खाने में हलवा बनाकर या फिर डोसा बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं. रागी में कार्बोहाइड्रेट, खनिज, कैल्शियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं. इस अनाज में अमीनो अम्ल मेथोनाइन पाया जाता है जो हार्मोनल हेल्थ को सही रखता है. इसके साथ ही ये पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाये रखने और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है.


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