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कितनी मात्रा में करे गुजिया का सेवन

Apurva Srivastav
7 March 2023 12:58 PM GMT
कितनी मात्रा में करे गुजिया का सेवन
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इस मिठाई तो जरूरत से ज्यादा खा लेने से आप पाचन में दिक्कत,
होली का त्योहार बस अब एक ही दिन दूर है। सभी होली के रंगों के साथ मस्ती और धूम मचाने के लिए तैयार भी हैं। साथ ही इस त्योहार पर खाने की स्वादिष्ट चीजें भी खूब होती हैं। खासतौर पर गुजिया! गुजिया का मतलब ही होली का जश्न है। इसे मैदे, खोया, नारियल, ड्राई फ्रूट्स और चीनी के साथ तैयार किया जाता है। इनका स्वाद इतना कमाल का होता है कि किसी का भी पेट और दिल सिर्फ एक गुजिया से नहीं भर सकता।
गुजिया मजेदार मिठाई जरूर है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा खा लेने से सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है। इसमें मौजूद मैदा, खोया और सफेद चीनी स्वास्थ्य के लिए खराब ही होते हैं। तो अगर आप भी अपनी डाइट का खास ख्याल रख रहे हैं, तो जानें होली पर कितनी गुजिया खाना सही है?
कितनी गुजिया खा सकते हैं आप?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इसका अंदाजा इस चीज से लगेगा कि गुजिया में क्या-क्या डाला गया है। नारियल और ड्राई फ्रूट्स हेल्दी होते हैं, लेकिन खराब क्वालिटी का खोया, सफेद चीनी और मैदे के साथ इसे सस्ते तेल में फ्राई भी किया जाता है, जिससे गुजिया की कैलोरी बढ़ जाती है। 100 ग्राम गुजिया में तकरीबन 260-430 कैलोरी हो सकती है। जिसमें फैट्स, कार्ब्स, प्रोटीन भी शामिल हैं।
अगर गुजिया को बेक किया गया है, तो इसमें कैलोरी की मात्रा कम हो सकती है। वहीं, ड्राई फ्रूट्स, बीज और खस-खस इसे फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, खनिज और विटामिन्स से भरपूर बनाते हैं। इसलिए एक दिन में एक गुजिया खाने से आपकी सेहत को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
ज्यादा गुजिया क्यों नुकसान करती है?
इस मिठाई तो जरूरत से ज्यादा खा लेने से आप पाचन में दिक्कत, सीने में जलन, ब्लोटिंग और वजन बढ़ने जैसी परेशानियों से जूझ सकते हैं।
नकली खोया
खोया एक ऐसी चीज है जो गुजिया में डाला ही जाता है। खोया स्वादिष्ट होने के साथ पोष्टिक भी होता है, लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाला खोया नकली होता है, जिससे फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है।
खराब तेल का इस्तेमाल
बाजार में मिलने वाली गुजिया सस्ते तेल में बनाई जाती हैं, जो सेहत को नुकसान ही करती हैं। साथ ही इस तेल को कई बार इस्तेमाल भी किया जाता है, जिससे शरीर में ट्रांस फैट्स की मात्रा बढ़ती है और क्रॉनिक बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
सिंथेटिक रंग
बाजार में गुजिया सप्लाई करने वाले कई बार असली केसर की जगह सिंथेटिक रंग का इस्तेमाल करते हैं, जो सेहत को गंभीर नुकसान पुहंचाता है।
चाश्नी
सफेद चीनी से बनाई गई चाश्नी में गुजिया को तलकर डुबोया जाता है। चीनी कितनी तेजी से वजन बढ़ा सकती है यह हम सब जानते हैं, ऐसे में आपके लिए बिना चाश्नी वाली गुजिया का विकल्प बेहतर होगा
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