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इस तरह से गुजारें सगाई और शादी के मध्य समय को, रिश्ते में रहेगी मजबूती

Ashwandewangan
26 May 2023 5:29 PM GMT
इस तरह से गुजारें सगाई और शादी के मध्य समय को, रिश्ते में रहेगी मजबूती
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वक्त के साथ-साथ समाज में बदलाव आया है। आज उन बंधनों को तोड़ दिया गया है जो पहले सामाजिकता के दायरे में सही नहीं माने जाते थे। विशेष रूप से शादी ब्याह से सम्बन्धित पाबंदियाँ। एक दौर था जब बेटे या बेटी का रिश्ता तय होने के बाद दोनों परिवारों में कुछ ऐसी पाबंदियाँ लागू हो जाती थी, जिसके समाज की नजरों में जरूरी माना जाता था। जैसे बेटे या बेटी का अपने मंगेतर से मिलना-जुलना या बातचीत करना। वक्त बदला तकनीक बदली और यह बंधन अपने आप सिमटते चले गए। आज रिश्ता तय होने के बाद ही परिजनों से ज्यादा लडक़े-लड़कियाँ स्वयं अपने रिश्ते को नए अंदाज में जीना शुरू कर देते हैं। रिश्ता तय होने के बाद सगाई होती है और शादी के लिए कुछ समय लिया जाता है। सगाई के बाद और शादी से पहले के इस वक्त को आजकल परिवार वाले एक-दूसरे को समझने के लिए लेते हैं। परिजनों के साथ ही लडक़ा-लडक़ी भी एक दूसरे को समझने व अपने-अपने नए परिजनों को जानने का प्रयास करते हैं।

सगाई और शादी के बीच का यह समय जितना युवा जोड़े के लिए महत्त्वपूर्ण होता है उतना ही यह परिजनों के साथ-साथ उनके लिए भी बहुत नाजुक होता है। दोनों ओर से रिश्ते में आरामदायक महसूस होने का प्रयास किया जाता है। लेकिन इस दौरान भूलवश कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं जिनके चलते इन रिश्तों को आगे कोई नाम नहीं दिया जा पाता है। परिस्थितियाँ ऐसी बन जाती हैं कि रिश्ता किसी अंजाम तक पहुंच नहीं पाता। ऐसी परिस्थिति पैदा न हो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आइए डालते हैं एक नजर उन बातों पर जिनके चलते इन रिश्तों में कड़वाहट आ जाती है—

जैसे हैं वैसे ही रहें

आज सगाई के बाद लडक़े-लडक़ी का मिलना या बातचीत करना आम बात हो गई है। यह भी देखा गया है कि एक-दूसरे को प्रभावित करने के चक्कर में युवा जोड़ा कुछ ऐसी बातें बोल देता है जिसका वास्तविकता के धरातल पर कोई आधार नहीं होता है। इन बातों से हो सकता है सामने वाला प्रभावित हो जाए। लेकिन शादी के बाद जब उन्हें वास्तविकता का पता लगेगा तब क्या होगा इस बात को भी ध्यान में रखते हुए शादी से पहले अपने साथी से कुछ बोलना चाहिए। प्रयास यह हो कि आप जैसे हैं वैसे ही रहें। अपेक्षाओं को बढ़ा चढ़ाकर न बताएँ साथ ही अपने साथी के मन में बेवजह के सपनों को पैदा न करें। इससे रिश्ते पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। जब आप एक दूसरे के बारे में बातें करें या अपनी-अपनी आदतों, स्वभाव और पसंद और नापसंद के बारे में बताएं तो जरूरी है कि उस समय आप ईमानदार रहें। ऐसा करने से आपसी समझ भी बढ़ेगी और रिश्ते में मिठास भी आएगी।

आदेशात्मक न हो रवैय्या

कुछ परिवारों और लडक़ों में यह देखा गया है कि सगाई के बाद से ही वे दूसरे पक्ष के परिजनों व लडक़ी पर आदेश थोपने लगते हैं। वे बात-बात लडक़ी व उसके परिजनों पर टोका टोकी शुरू कर देते हैं, जिससे रिश्ता बनने से पहले ही उसमें खटास आ जाती है। उनका यह व्यवहार ऐसा होता है जैसे शादी हो चुकी है और सामने वाला अब आपका गुलाम है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपका अभी सिर्फ रिश्ता हुआ है, शादी नहीं। लडक़ी अपने पिता के घर पर है और वे अपनी मर्जी की मालिक हैं। उन्हें ये बिल्कुल अच्छा नहीं लगेगा जब आप उन्हें क्या करना है या क्या नहीं करना है यह बताएं। इससे दूसरे पक्ष के दिमाग में यह बात घर कर जाती है कि अभी से यह हाल है तो शादी के बाद क्या होगा। यही बात रिश्ते को शुरू होने से पहले ही खत्म कर देती है।

मेल-जोल सीमित हो

आप शादी से पहले जितना ज्यादा एक-दूसरे के करीब आएंगे उतनी ही बातें ज्यादा होंगी। ज्यादा मिलने जुलने से आप एक दूसरे को समझ नहीं पाएंगे। हो सकता है इसी दौरान कोई बात कलह का कारण बन जाए। इसलिये सगाई से शादी के बीच के दौर में रिश्ते को अपनी गति से गुजरने दें। मिलना-जुलना और फोन पर बातचीत करना सीमित करें। अक्सर लड़कियाँ फोन पर बात करते हुए अपने आपको पूरी तरह से लडक़े के सामने खोल कर रख देती हैं। प्रयास करके इन स्थितियों से बचें।

फिजूलखर्ची पर लगाम

शादी से पहले लोग अत्यधिक उत्साह में एक-दूसरे को तोहफे देना, घूमने-फिरने के नाम पर बेवजह पैसा खर्च करना शुरू कर देते हैं जो सीधे-सीधे फिजूलखर्चों में आता है। तोहफा वगैरहा दूसरे पक्ष के यहाँ किसी आयोजन के मौके पर देना या घूमने-फिरने के बाद आवश्यकता महसूस होने पर खर्च करना सही माना जाता है, लेकिन बेवजह ऐसा करना किसी भी तरफ के परिजनों को अखर सकता है। धन के महत्त्व को समझते हुए उसे अपनी आने वाली जिन्दगी के लिए जोडऩे का प्रयास शुरू करें। शादी के बाद युवा कपल को पैसों की बहुत जरूरत होती है, ऐसे में इन पैसों को आप अपने साथी की बाद की आवश्यकताओं के लिए जोड़े तो अच्छा रहेगा। इससे आप शादी के बाद किसी अन्य के सामने शर्मिन्दा होने से बचेंगे।

फ्लर्टिंग छोड़ दें

बहुत से लोगों में अक्सर फ्लर्ट करने की आदत होती है और सगाई के बाद भी नहीं जाती। पर हमें याद रखना चाहिये कि यह आदत आपकी मंगेतर की नजरों में आपको पूरी तरह गिरा सकती है। ऐसे में वह हमेशा के लिये आपसे मुंह मोड़ सकती है। आपकी फ्लर्ट की आदत आपके रिश्ते के लिये बहुत घातक सिद्ध हो सकती है इसलिये सगाई के बाद इस आदत से जल्द बाहर निकलें।

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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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