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डायबिटिक फुट में काटनी पड़ सकती हैं पैरों की उंगलियां

Subhi
14 Nov 2022 1:22 AM GMT
डायबिटिक फुट में काटनी पड़ सकती हैं पैरों की उंगलियां
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ब्लड शुगर का लगातार बढ़ा हुआ रहना कई प्रकार की शारीरिक जटिलताओं का कारण बन सकता है। इससे न सिर्फ हृदय रोगों और किडनी की समस्या बढ़ने का खतरा हो सकता है, साथ ही गंभीर स्थितियों में इसमें आपके पैर या इसकी उंगलियां काटनी भी पड़ सकती हैं। डॉक्टर्स कहते हैं, डायबिटीज की गंभीर स्थिति रक्त वाहिकाओं को क्षतिग्रस्त करने लग जाती है, जिसके कारण कई लोगों में डायबिटिक फुट बीमारी का खतरा बढ़ने लगता है। इस स्थिति में पैर की उंगलियां और अन्य हिस्सों में रक्त का प्रवाह प्रभावित हो जाता है जिससे वह हिस्से काले पड़कर अल्सर में बदलने लगते हैं। इस स्थिति पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो प्रभावित हिस्से को काटने तक की भी नौबत आ सकती है।

लखनऊ स्थित डायबिटोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक अरुण बताते हैं, डायबिटीज में पैरों को प्रभावित करने वाली यह समस्या, डायबिटिक न्यूरोपैथी के कारण होती है। डायबिटिक न्यूरोपैथी में अक्सर पैरों की नसों को नुकसान पहुंचने लगता है, इसके कारण अक्सर पैरों में दर्द, झुनझुनी और सुन्नता बनी रहती है। ऐसे लक्षणों पर समय रहते ध्यान देना और इसका इलाज कराना आवश्यक हो जाता है।

डायबिटिक फुट अल्सर की दिक्कत

डॉ अभिषेक बताते हैं, डायबिटिक न्यूरोपैथी की समस्या के शिकार लोगों के पैरों पर इसके संकेत दिखने लगते हैं। इसमें पैरों में रक्त का संचार कम हो जाने के कारण वहां की कोशिकाएं मृत होने लगती हैं जिसके कारण सड़न और घाव हो सकती है। डायबिटिक फुट अल्सर मधुमेह वाले लगभग 20 प्रतिशत रोगियों में देखी जाती है।

पैरों की उंगलियों, तलवे या ऊपरी सतह पर सड़न और घाव होने की स्थिति में सुधार न होने पर प्रभावित हिस्से की सर्जरी करनी होती है जिससे अन्य हिस्से को बचाया जा सके। इस तरह की समस्याओं को जानलेवा भी माना जाता है। सभी डायबिटिक रोगियों को इसके लक्षणों को लेकर गंभीरता बरतनी चाहिए।

डायबिटिक फुट और अल्सर के लक्षण

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, शुरुआती स्थिति में पैरों में कालापन होने, उंगलियों में सूजन जैसी स्थिति होने लगती है। इस पर ध्यान न देने से समय के साथ इसमें अल्सर होने का खतरा रहता है। इसमें पैर से डिस्चार्ज होने लग जाता है। कुछ स्थितियों में यह समस्या तेजी से बढ़ने लगती है और पूरे पैर में भी फैल सकती है। पैरों में काले दाग, फफोले, असामान्य सूजन, जलन, लालिमा, नीले निशान और अजीब गंध जैसे लक्षण डायबिटिक फुट और अल्सर का संकेत माने जाते हैं, जिनपर समय रहते ध्यान देने और उपचार की आवश्यकता होती है।

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