लाइफ स्टाइल

तलाक के बाद आए इन 3 ख्यालों को दिमाग से तुरंत निकाल दें.

Kunti Dhruw
17 July 2021 2:22 PM GMT
तलाक के बाद आए इन 3 ख्यालों को दिमाग से तुरंत निकाल दें.
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इस बात में कोई दोराय नहीं कि तलाक हर किसी के लिए दर्दनाक होता है।

इस बात में कोई दोराय नहीं कि तलाक हर किसी के लिए दर्दनाक होता है। कभी भी कोई यह सोचकर अपना रिश्ता शुरू नहीं करता है कि एक दिन उन्हें अलगाव की राह से गुजरना पड़ेगा। हां, वो बात अलग है कि प्रेम-त्याग, एडजस्टमेंट और ढेर सारे प्रयासों के बाद भी कुछ कपल्स अपना रिश्ता बचाने में नाकामयाब रहते हैं।

हालांकि, एक असफल विवाह में खुद को पीड़ा पहुंचाने से अच्छा है कि दोनों लोग आपसी सहमति से उस रिश्ते को खत्म करके फिर से एक नई शुरूआत करें। लेकिन एक दर्दनाक तलाक के बाद पुनर्विवाह का फैसला लेना भी इतना आसान नहीं होता। तलाक लेने वाले ज्यादातर कपल्स दर्द-चोट और नकारात्मकता जैसी भावनाओं से गुजरते हैं, जिसकी वजह से उन्हें अकेले रहना ज्यादा अच्छा लगता है। हालांकि, ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि तलाक कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे अपमानजनक नजरों से देखा जाए।
लाइफ यही खत्म नहीं होती
इस बात में कोई शक नहीं कि तलाक और दिल टूटने के घाव को ठीक होने में समय लगता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि उदास और अकेलापन महसूस करने के लिए आप पूरी लाइफ बाध्य है। तलाक के बाद जिंदगी खत्म नहीं हो जाती है। हालांकि, इस दौरान आपके पास मौका है कि आप अपनी लाइफ के बारे में एक बार फिर सोच सकें।
आप अभी भी जन्मदिन मनाने और पार्टी करने के लिए स्वतंत्र हैं। तलाक के बाद आप पहले ही अपना साथी खो चुके हैं, ऐसे में खुद को परेशान करके काम चलने वाला नहीं है।
शादी कोई गलती नहीं होती
तलाक के बाद ज्यादातर लोग यह कहते हुए नजर आते हैं कि उस इंसान से शादी करना मेरी सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि मैंने बहुत कम उम्र में शादी का फैसला लिया था। मैं उस समय प्यार में था, इसलिए मुझे हमेशा शादी का पछतावा रहेगा। मैंने गलत इंसान को अपना पार्टनर बनाया।
हालांकि, ऐसे लोगों को बता दें कि शादी करना कभी भी गलत फैसला नहीं होता है। कभी-कभार शादीशुदा रिश्ते में बैलेंस नहीं बैठ पाता है, जिसकी वजह से उनके बीच नहीं बन पाती है। ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि आप दोनों ने जितना भी समय साथ बिताया था, वह आपके लिए सबसे बेस्ट था। ऐसे में पुरानी बातों को याद करना खुद को परेशान करने जैसा है।
रिश्ता बचाने की कोशिश नहीं की
तलाक को प्यार के असफल प्रयासों के रूप में देखना बहुत ही गलत है। कभी-कभार शादी जैसा रिश्ता निभाना तब मुश्किल हो जाता है, जब दो लोग उसमें पूरी तरह से जुड़े हुए न हों। ऐसे में एक-दूसरे को दोष देकर भी काम चलने वाला नहीं है। अगर तलाक के बाद आपको लगता है कि आपने रिश्ता बचाने की कोशिश नहीं की, तो यह बातें आपको दुख कुछ नहीं देंगीं। इस दौरान आपको यह सोचने की जरूरत है कि आपने अपनी पिछली शादी में क्या गलत किया था, जिसकी वजह से आपका रिश्ता टूट गया।
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