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बुरे सपनों की वजह से टूट जाती है आपके बच्चे की नींद तो हो जाए सतर्क
हेल्थ : नींद के दौरान बच्चे अक्सर सपनों की दुनिया में खोए रहते हैं। ऐसे में इन सपनों का उनकी नींद पर भी गहरा असर पड़ता है। कई बार जहां बच्चे नींद में अच्छे सपनों को देखकर मुस्कुराते हैं, तो वहीं कई बार वह बुरे सपने की वजह से डरकर या चौंककर उठ भी जाते हैं। कई बार तो यह सपने इतने भयानक होते हैं कि इनकी वजह से वह नींद से जगकर रोने भी लगते हैं। हालांकि, हम अक्सर इन चीजों को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अब हाल ही में इसे लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है।
अगर आपका बच्चा भी बार-बार बुरे सपनों की वजह से जग रहा है, तो आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है। दरअसल, हाल ही सामने आई एक स्टडी में पाया गया है कि अगर आपका बच्चा बार-बार बुरा सपना देख कर जग जाता है, तो उन्हें पार्किंसन रोग होने का खतरा बढ़ सकता है। चलिए इस स्टडी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हाल ही में बर्मिंघम सिटी हॉस्पिटल में हुई एक रिसर्च में यह पता चला कि बच्चों को अक्सर परेशान करने वाले सपने या बुरे सपने डिमेंशिया और पार्किंसन डिजीज के शुरुआती कारण हो सकते हैं। पार्किंसंस डिजीज (पीडी) एक प्रोग्रेसिव डिसऑर्डर है, जिसमें नर्व सेल्स पर असर पड़ने के कारण शरीर के बैलेंस को बनाए रखने में परेशानी होती है। इसकी वजह से पैरों और जबड़ों में कंपकपी होने लगती है। साथ ही इस बीमारी की वजह से शरीर का मूवमेंट भी धीमा होने लगता है।