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काशी विश्वनाथ के नाम से मशहूर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना चाहते हैं और तो जान लीजिए काशी भ्रमण की पूरी जानकारी

Tara Tandi
12 July 2022 12:03 PM GMT
काशी विश्वनाथ के नाम से मशहूर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना चाहते हैं और तो जान लीजिए काशी भ्रमण की पूरी जानकारी
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14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है। सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है। सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है। लोग सावन के सोमवार का उपवास करते हैं और भगवान से मनोकामना की पूर्ति की मुराद मांगते हैं। सावन के मौके पर कई लोग शिव मंदिरों के दर्शन के लिए भी जाते हैं। शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। वैसे तो भारत में कई सारे प्रसिद्ध शिवालय और मंदिर हैं, जहां कि महिमा और चमत्कार की कहानी जगजाहिर है। इन्हीं में 12 ज्योतिर्लिंग भी प्रसिद्ध हैं। माना जाता है कि देशभर में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में भगवान भोलेनाथ स्वयं विद्यमान हैं। इन 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक उत्तर प्रदेश में स्थित है। बनारस को भगवान शिव की नगरी मानी जाती है। भोलेनाथ के सबसे प्रिय स्थानों में से एक वाराणसी में उनका एक ज्योतिर्लिंग स्थापित है। काशी विश्वनाथ के नाम से मशहूर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना चाहते हैं और सावन में वाराणसी जाने की योजना बना रहे हैं तो जान लीजिए काशी भ्रमण की पूरी जानकारी।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर
हाल ही में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनकर तैयार हुआ है। विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद ये पहला सावन का महीना है। ऐसे में वाराणसी में इस सावन में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक बढ़ने के आसार हैं। विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए वाराणसी जाना चाहते है तो बस, ट्रेन या हवाई माध्यम से बनारस पहुंच सकते हैं।
वाराणसी का किराया
दिल्ली से वाराणसी अगर आप फ्लाइट से जा रहे हैं तो लगभग 3000 से 5000 रुपये में आपको टिकट मिल जाएगा। वहीं दिल्ली से वाराणसी के ट्रेन का किराया स्लीपर में 500 रुपये और एसी कोच का किराया 1000 से 3000 का मिलेगा। बस से वाराणसी जाने के लिए यात्रियों को 700 रुपये से 1500 रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा शुल्क
सावन के महीने में काशी विश्वनाथ धाम में स्पेशल पूजा करवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अलग से पैसे देने होंगे। विश्वनाथ मंदिर में सोमवार को मंगला आरती के लिए आपको 2000 रुपये खर्च करने होंगे। एक शास्त्री से रुद्राभिषेक के लिए 500 रुपये और श्रावण संयासी भोज के लिए लगभग 7500 रुपये का खर्च आएगा।
काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा
भगवान शिव माता पार्वती के साथ कैलाश पर वास करते हैं। लेकिन एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से उनके घर ले जाने के लिए कहा। भोलेनाथ ने मां पार्वती की बात मान ली और काशी लेकर आ गए। माता को काशी बहुत पसंद आया। तब से भगवान शिव का काशी प्रिय हो गया और वह यहां विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के रूप में वास करने लगे। माना जाता है कि वाराणसी शहर शिवजी के त्रिशूल पर टिका है।
वाराणसी कैसे जाएं
बस, ट्रेन या हवाई माध्यम से वाराणसी पहुंचने के बाद आप ऑटो या टैक्सी करके मंदिर पहुंच सकते हैं। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से मंदिर की दूरी करीब साढ़े चार किलोमीटर है। वहीं हवाई अड्डे से मंदिर 25 किलोमीटर दूर है। विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन के अलावा आप माता अन्नपूर्णा मंदिर, काल भैरव मंदिर, संकटा और संकट मोचन मंदिर जा सकते हैं। आरती समारोह के लिए दशावमेधा घाट जा सकते हैं।
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