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आंखों की रौशनी बढ़ाना है, तो जानिए इन 5 औषधियों के बारे में
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम अब ऐसी दुनिया में रहते हैं, जहां हमारी सुबह वॉट्सएप मैसेज को चेक करने के साथ होती है और सोशल मीडिया पर कुछ घंटे बिताने के साथ दिन ख़त्म होता है। उठने के बाद और सोने से पहले के बीच के समय में हम काफी महनत करते हैं। जिसमें 10-12 घंटे लैपटॉप पर काम, एक-दो घंटे सोशल मीडिया और तीन-चार घंटे टीवी देखने में गुज़रते हैं। यानी कुल मिलाकर दिनभर में हमारा स्क्रीनटाइम काफी हद तक बढ़ गया है। ऐसे में हमारी आंखों जो आराम चाहिए वो नहीं मिल पाता है। यही वजह है कि लोगों को तेज़ी से चश्मे लग रहे हैं। इससे सिर्फ आंखें कमज़ोर ही नहीं होती बल्कि लंबे समय में इनको गंभीर नुकसान भी हो सकता है।
आपने आंखों के लिए सही डाइट, एक्सरसाइज़ और आराम की तकनीक के बारे में तो खूब सुना होगा। आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी औषधियों के बारे में जिनकी मदद से आप आंखों हेल्दी रखने के साथ उन्हें कई गंभीर बीमारियों से बचा भी सकते हैं। आइए जानें आयुर्वेद में मौजूद 5 ऐसी औषधियों के बारे में जो आपकी आंखों का ख़्याल रखना बखूबी जानती हैं।
इन 5 औषधियों के बारे में नहीं जानते होंगे आप!
1. जिन्कगो आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए यह सबसे अच्छे आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है। यह न केवल दृष्टि में सुधार करता है, बल्कि आपको ग्लूकोमा और धब्बेदार अध: पतन से भी बचाता है। कुछ शोध यह भी बताते हैं कि यह रेटिनोपैथी से पीड़ित लोगों के लिए मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, बच्चों और डायबिटीज़ के मरीज़ों को इसे बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
2 . जंगली शतावरीअगर आप चाहते हैं कि आपकी आंखों की रौशनी तेज़ हो, तो जंगली शतावरी को खाने में ज़रूर शामिल करें। आंखों को तेज़ करने के लिए इससे अच्छी चीज़ कोई और नहीं है। इससे आपकी आंखों में चमक भी आ जाती है। जंगली शतावरी को शहद में मिलाएं और इसे गुनगुने दूध के साथ रोज़ाना खाएं। इसे कुछ महीनों तक नियमित रूप से करें और फर्क ख़ुद देखें।
3. आईब्राइ आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए इस जड़ी बूटी का प्रयोग प्राचीन काल से किया जाता रहा है। यहां तक कि, अधिकांश प्रोडक्ट्स या खाद्य पदार्थ जो आपकी आंखों के लिए अच्छे होते हैं, उनमें प्राथमिक घटक के रूप में आईब्राइट होती है। दक्षिण अफ्रीका में हुए एक अध्ययन के अनुसार, आईब्राइट ड्रॉप्स कन्जंगक्टवाइटिस से तेज़ी से ठीक होने में मदद कर सकता है।
4. बिलबेरी कहा जाता है कि इस औषधी में ब्लूबेरी और क्रैनबेरी की तरह ही एंथोसायनिन नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट फ्लेवोनोइड्स होते हैं। यहां तक कि, ऐसा माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, रॉयल एयर फ़ोर्स के पायलटों ने बिलबेरी जैम का सेवन किया था जिससे उनके नाइट विज़न में सुधार करने में मदद मिली।
5. कोलियसकहा जाता है कि यह जड़ी बूटी आंखों में तरल पदार्थ के उत्पादन को कम करती है, जिससे संभावित ग्लूकोमा से दबाव कम होता है।