लाइफ स्टाइल

वीकेंड पर मथुरा-वृंदावन जाना है, तो ऐसे करें प्लानिंग

Tara Tandi
12 July 2022 12:39 PM GMT
वीकेंड पर मथुरा-वृंदावन जाना है, तो ऐसे करें प्लानिंग
x
जब भी वीकेंड आता है, तो घूमने के लिए तमाम प्लानिंग पहले से होने लगती है. वहीं मॉनसून (Monsson) का महीना हो, तो घूमने का मजा ही कुछ और होता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जब भी वीकेंड आता है, तो घूमने के लिए तमाम प्लानिंग पहले से होने लगती है. वहीं मॉनसून (Monsson) का महीना हो, तो घूमने का मजा ही कुछ और होता है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में रहने वाले लोगों के लिए मथुरा-वृंदावन पहली चॉइस होती है. दिल्ली से मथुरा जाने में ज्यादा से ज्यादा दो से ढाई घंटे लगते हैं. ऐसे में यहां घूमने के लिए कई सारे दार्शनिक स्थल भी मिल जाते हैं और इसी बहाने आउटिंग भी हो जाती है. अगर आप भी इस बार वीकेंड पर मथुरा-वृंदावन (Mathura-Vrindavan) जाने का प्लान बना रहे हैं, तो यहां जानिए वो ​तरीके जिससे इस ट्रिप के दौरान आपके पैसे भी कम खर्च होंगे और आप दो दिनों में यहां की ज्यादातर खास जगहों का आनंद ले सकेंगे.

चुनिंदा जगहों को चुनें
दिल्ली से मथुरा तक आप अपनी गाड़ी, बस या ट्रेन से जा सकते हैं. यहां ठहरने के लिए भी आपको बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती. 800 से लेकर 3000 रुपए तक में आपको होटल आसानी से मिल जाएंगे. आप अपने बजट के अनुसार इनका चुनाव कर सकते हैं. मथुरा और वृंदावन में यूं तो गली गली में खूबसूरत मंदिर बने हैं, लेकिन दो दिनों में इतना सब कुछ घूम पाना मुमकिन नहीं हो पाता. ऐसे में आप वहां की चुनिंदा जगहों को चुनें और वहां घूमें.
स्थानीय व्हीकल से घूमें
मथुरा और वृंदावन की सैर के लिए अपने व्हीकल की बजाय आप वहां के स्थानीय व्हीकल से घूमें. मथुरा-वृंदावन में गलियां काफी संकरी होने के कारण वहां गाड़ी ले जाना कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है. नई जगह का आइडिया न होने से गाड़ी जाम में फंस सकती है या आप रास्ता भटक सकते हैं, इससे आपका समय बर्बाद होता है. बेहतर है कि इसकी बजाय आप वहां का स्थानीय वाहन लेकर घूमें. इससे आपका समय भी बचेगा और पैसों की बचत भी होगी. मथुरा-वृंदावन में आपको घुमाने के लिए ईरिक्शा और टेम्पो आसानी से मिल जाएंगे.
सूबह के समय यमुना घाट का आनंद लें
मथुरा शहर में सुबह के समय आप यमुना घाट का आनंद लें. नाव वाले को प्रति व्यक्ति 20 से 30 रुपए देकर आप घाट के दूसरे पार तक नाव का सफर कर सकते हैं. वहां पर यमुना में डुबकी भी लगा सकते हैं. इसके बाद स्थानीय टैक्सी या ई रिक्शा लेकर वहां के प्रमुख स्थानों पर विजिट करें.
कृष्ण जन्मभूमि
मथुरा में जाकर वहां कृष्ण जन्मभूमि देखना न भूलिएगा. वहां मथुरा की जेल देखने को मिलेगी, जहां श्रीकृष्ण पैदा हुए थे. इसके अलावा आप मंदिर में दर्शन कर सकते हैं, साथ ही आकर्षक गुफा में भी घूम सकते हैं, जहां कृष्ण की झांकियां साउंड इफेक्ट के साथ दिखाई जाएंगी.
बांके बिहारी मंदिर
बांके बिहारी का मंदिर ऐसा है, जहां दूर दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं. इस मंदिर में श्रीकृष्ण और राधारानी का विग्रह रूप है. ये मंदिर वृंदावन में मौजूद हैं. इसकी बहुत मान्यता है. मथुरा-वृंदावन की ट्रिप के दौरान इस मंदिर को अपनी प्रा​थमिकता में रखें.
प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर
बांके बिहारी से थोड़ी ही दूरी पर प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर बने हैं. प्रेम मंदिर जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज ने बनवाया था. ये बेहद आकर्षक मंदिर है. यहां कई तरह की झांकियां भी हैं. रात के समय इस मंदिर की खूबसूरती देखने लायक होती है. वहीं इस्कॉन मंदिर भी प्रेम मंदिर जाते समय रास्ते में ही पड़ता है. ये भी काफी बड़ा मंदिर है. यहां जाकर भी आपको काफी अच्छा महसूस होगा. इसी रोड पर आगे चलकर माता वैष्णो देवी मंदिर भी पड़ता है. आप चाहें तो उस मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं.
रंगनाथ मंदिर
वृंदावन-मथुरा मार्ग पर श्री रंगनाथ जी का मंदिर स्थित है. ये मंदिर साउथ इंडियन शैली में बना है. यहां भगवान श्रीकृष्ण दूल्हे के तौर पर विराजमान हैं. इसे उत्तर भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक माना जाता है.
Next Story