- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- हार्ट अटैक से बचना है...
हार्ट अटैक से बचना है तो समय रहते पहचान लें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के ये लक्षण
शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) का बढ़ना लोगों के लिए गंभीर खतरे की निशानी बनता जा रहा है. इसके चलते लोगों को हार्ट अटैक, नसों के जाम होने, लकवा और पार्किंसंस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. हेल्थ एक्सपर्टों के मुताबिक शरीर को स्वस्थ बनाए रखने और कोशिकाओं को मजबूत बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है. हमारे शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होता है, एक गुड और एक बैड कोलेस्ट्रॉल. बैड कोलेस्ट्रॉल मोम जैसा एक चिपचिपा पदार्थ होता है, जो खून की नसों में जाकर जम जाता है. इसके चलते शरीर को ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई में रुकावट आने लगती है, जिससे इंसान को कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है.
शरीर में इन वजहों से बढ़ जाता है कोलेस्ट्रॉल
डॉक्टरों का कहना है कि बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं. इनमें शरीर का वजन ज्यादा बढ़ने, शराब पीने, स्मोकिंग करने, फिजिकल एक्सरसाइज न करे और फैट वाला भोजन खाने जैसी चीजें शामिल होती है. लेकिन लोगों के सामने सबसे बड़ी समस्या इस बात की आती है कि वे आखिर इस बात का पता कैसे लगाएं कि उनके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है.
बीमारी के इन संकेतों को पहचानें
मेडिकल एक्सपर्टों के मुताबिक शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol Symptoms) की मात्रा बढ़ने का आमतौर पर पता नहीं चल पाता है. जब आप किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ जाते हैं और टेस्ट कराते हैं, तब जाकर ही क्लियर हो पाता है कि यह बीमारी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से हुई है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि शरीर के उन लक्षणों को समय रहते पहचान लें, जो बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत देते हैं. इन लक्षणों में हाथ-पैरों में सुन्नपन आना, ज्यादा थकान रहना, सांस लेने में दिक्कत होना, हाई ब्लड प्रेशर रहना, हर वक्त जी मिचलना शरीर का सुन्न हो जाना शामिल हैं.
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण दिखने पर करें ये काम
डॉक्टर कहते हैं कि अगर आपको अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol)बढ़ने के लक्षण नजर आएं तो तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से मिलकर अपना ब्लड टेस्ट करवाएं. उस टेस्ट के जरिए ही पता चल पाता है कि आपका शरीर ठीक ढंग से काम कर रहा है या नहीं. वे सुझाव देते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए 11 से 55 साल की उम्र के लोगों को हर 5 साल में एक बार लिपिड टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए. खासकर 45 से 65 साल के पुरुषों और 55 से 64 की महिलाओं को हर 2 साल में अपना ब्लड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. जांच में अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की पुष्टि होती है तो तुरंत डॉक्टर के बताए इलाज को शुरू कर दें.