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: बीमारियों से बचे रहना है, तो 30 की उम्र के बाद जरूर करवाएं ये 5 तरह टेस्ट

HARRY
27 Aug 2023 6:18 AM GMT
: बीमारियों से बचे रहना है, तो 30 की उम्र के बाद जरूर करवाएं ये 5 तरह टेस्ट
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हेल्थ टिप्स : सेहतमंद रहने के लिए जितना जरूरी स्वस्थ आहार और व्यायाम जरूरी है उतना ही जरूरी है समय-समय पर हेल्थ चेक-अप्स करवाना। उम्र बढ़ने के साथ हमें अपने शरीर का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसलिए अगर आप भी 30 के हो गए हैं तो कुछ टेस्ट जरूर करवाएं ताकि किसी समस्या का इलाज समय पर हो सके और लंबे समय तक सेहत बनी रहे। 30 की उम्र के बाद ये 5 टेस्ट जरूर कराएं 30 की उम्र एक व्यस्क जीवन के लिए कई मायनों में खास होती है। अगर आप अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं, तो आने वाले सभी जन्मदिन सेहतमंद हो कर मनाने के लिए ये 5 टेस्ट जरूर करवा लें: ब्लड शुगर टेस्ट आजकल की जीवनशैली के आधार पर 30 के बाद ब्लड शुगर टेस्ट कराना अनिवार्य हो गया है। फास्टिंग शुगर, खाने के दो घंटे बाद का शुगर और HbA1C टेस्ट जो पिछले 3 महीने का शुगर लेवल बता स के, ये सभी टेस्ट नियम से करवा लेने चाहिए।

ब्लड प्रेशर तनाव भरी जिंदगी में चीखना, चिल्लाना और गुस्सा करना एक आम पहलू हो चुका है। ऐसे में ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ता है और यह बिना किसी आहट के अचानक से हानिकारक साबित हो सकता है। यह पैरालिसिस, किडनी डैमेज, हार्ट अटैक जैसी समस्याओं को जन्म देता है, इसलिए ब्लड प्रेशर नियमित रूप से चेक करते रहें। घर में ब्लड प्रेशर नापने की डिजिटल मशीन भी रख सकते हैं। या फिर डॉक्टर से नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहें।लिपिड प्रोफाइल आपके दिल का सही हाल बताने वाला यह टेस्ट आपके शरीर में HDL, LDL, ट्राइग्लीसेराइड के स्तर का पता लगाता है और स्वस्थ हृदय का संकेत देता है। रिपोर्ट नॉर्मल आती है तब भी हर स्वस्थ इंसान को दो साल में एक बार ये टेस्ट करवा लेना चाहिए। थायराइड फंक्शन टेस्ट यह थायराइड के अपर्याप्त रूप से सक्रिय या अति सक्रिय थायराइड की जांच करता है, जिसे हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म कहते हैं। थायराइड की मात्रा में गड़बड़ी से वजन पर असर, व्यवहार में बदलाव, पीरियड्स में बदलाव और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

लिवर फंक्शन टेस्टऔर किडनी फंक्शन टेस्ट(KFT) साल में एक बार LFT करवाने से जॉन्डिस, सिरोसिस, फैटी लिवर आदि से बचा जा सकता है। शराब का सेवन करने वालों के लिए यह टेस्ट बेहद जरूरी है। KFT करने से ब्लड में क्रिएटिनिन की मात्रा का पता चलता है जिससे एक्यूट रीनल फेल्योर, क्रॉनिक किडनी डिजीज और ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस जैसी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।इनके अलावा, CBC , यूरीन टेस्ट, विटामिन D की जांच, पैप स्मियर टेस्ट, कैंसर स्क्रीनिंग, मेमोग्राफी आदि टेस्ट भी नियमित रूप से कराते रहना चाहिए। सही समय पर सही कदम उठा लेने से आप सदा के लिए स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। लेकिन एक गलत कदम, और देर से उठाया कदम आपके सम्पूर्ण जीवन के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। सचेत रहें और 30 की उम्र पार करते ही सभी जरूरी टेस्ट करवाते रहें और अनदेखी बिमारियों को सही समय पर देख कर उचित इलाज करवाएं।

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