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ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क, हो सकता है डेंगू

Gulabi
27 Oct 2021 1:17 PM GMT
ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क, हो सकता है डेंगू
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डेंगू मच्छर इन 3 घंटो में रहता है सबसे ज्यादा एक्टिव

पिछले कुछ दिनों से डेंगू (Dengue) ने अपने पैर बहुत तेजी से पसार रखे हैं. हाल ये है कि दिनों-दिन डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में सबसे जरूरी है मच्छरों (Mosquitoes) से अपना बचाव करना. वैसे ये तो आप जानते ही हैं कि डेंगू के मच्छर दिन में एक्टिव (Active) रहते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि डेंगू के ये एडीजी मच्छर दिन के किन तीन घंटों में सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं? अगर नहीं, तो आइये आपको बताते हैं कि दिन के वो तीन घंटे कौन से हैं, जिनमें डेंगू के मच्छर सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं.

डेंगू मच्छर इन 3 घंटो में रहता है सबसे ज्यादा एक्टिव
आपने ये तो सुना होगा कि डेंगू के एडीजी मच्छर दिन के समय काटते हैं. लेकिन बता दें कि ये अक्सर रात के समय भी एक्टिव रहते हैं लेकिन खासकर वहां जहां आर्टिफिशियल लाइट की रोशनी ज्यादा होती है. लेकिन ये मच्छर सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं सूर्योदय के 2 घंटे बाद और सूर्यास्त के 1 घंटा पहले. ये समय सबसे ज्यादा खतरनाक है और इसी समय सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है. माना जाता है कि अगर आपने इन तीन घंटों में खुद को मच्छर से सुरक्षित रख लिया तो डेंगू होने संभावना काफी कम हो जाती है.
अलग-अलग स्ट्रेन से चार बार भी हो सकता है डेंगू
डेंगू एक फ्लू जैसी बीमारी ही है जो डेंगू संक्रमण DEN-1, DEN-2, DEN-3, और DEN-4 वायरस के ज़रिये फैलती है. यानी जब वायरस वाला एडीजी मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो डेंगू होता है और इन चारों वायरस को सीरोटाइप कहा जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि ये चारों अलग-अलग तरह के एंटीबॉडी को इफेक्ट करते हैं. इसका मतलब ये है कि आपको अलग-अलग स्ट्रेन के जरिये चार बार भी डेंगू हो सकता है.
ये हो सकते हैं लक्षण
वैसे सामान्य तौर पर डेंगू के लक्षण संक्रमित होने के चार से छह दिन बाद दिखने शुरू हो जाते हैं. लेकिन कभी-कभी ये दो हफ्ते तक का समय भी ले सकते हैं. इन लक्षणों में थकान, तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द, उल्टी और स्किन रैशेज जैसी दिक्कतें शामिल हैं. अगर आपको एक हफ्ते से ज्यादा ये दिक्कतें हों और किसी भी तरह से इनमें आराम न हो रहा हो, तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए और डेंगू का टेस्ट करवाना चाहिए.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जनता से रिश्ता इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)


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