लाइफ स्टाइल

पिम्पल और ब्रेकआउट से परेशान होतो इस्तमाल करे ये उपाए

Tara Tandi
20 April 2023 12:26 PM GMT
पिम्पल और ब्रेकआउट से परेशान होतो इस्तमाल करे ये उपाए
x
पिम्पल और ब्रेकआउट से से छुटकारा पाने का बेहतरीन उपाए
बदलता मौसम, गलत खानपान, तो कभी हार्मोनल बदलाव आपकी गट हेल्थ को प्रभावित करते हैं। जिसका असर सिर्फ पेट तक ही सीमित नहीं रहता, बल्कि आपकी त्वचा पर भी दिखाई देने लगता है। यही वजह है कि आपको एक्ने, पिम्पल, ब्रेकआउट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सिर्फ इतना ही नहीं, खराब आंत स्वास्थ्य अर्ली स्किन एजिंग का भी कारण बनता है। इसलिए अगर आप हेल्दी स्किन चाहती हैं, तो सबसे पहले अपनी गट हेल्थ पर ध्यान दें। हमने एक आयुर्वेद एक्सपर्ट से जाने ऐसे उपाय जो आपके आंतों के स्वास्थ्य में सुधार कर त्वचा में निखार ला सकते हैं।
1. हर दिन लें 1 चम्मच गुलकंद
गुलकंद को गुलाब की पंखुड़ियों के जैम के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन करने से आपकी पेट की गर्मी कम होती है। जिससे आपको कई सवास्थ्य एवं सौंदर्य समसयाओं से छुटकारा मिलता है।
2. रसोई की सामग्रियों से बनाएं फेस पैक
चैताली के अनुसार घर पर बने आयुर्वेदिक फेस मास्क का इस्तेमाल त्वचा की समस्याएं जैसे की एक्ने, पिम्पल और ब्रेकआउट में प्रभावी रूप से काम करता है। हल्दी, गुलाब जल, गुलाब की पंखुड़ियां, चन्दन, नीम जैसे आयुर्वेदिक तत्वों से बने फेस मास्क का इस्तेमाल त्वचा के लिए प्रभावी रूप से काम करता है और आपकी स्किन को बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के एक्ने फ्री और ग्लोइंग बनाये रखता है।
3. हर सुबह खली पेट त्रिफला का सेवन करें
आयुर्वेद में त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए त्रिफला को एक प्रभावी नुस्खे के तौर पर जाना जाता है। यह शरीर के त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) को संतुलित रखता है। साथ ही बॉडी को डिटॉक्सीफाई करता है और हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ता है। इसकी हीलिंग प्रॉपर्टी त्वचा पर होने वाले एक्ने को हील करती हैं और त्वचा से जुडी अन्य सभी समस्यायों के खतरे को सिमित कर देती हैं।
4. गर्म तासीर वाले मसालों का सेवन सिमित रखें
अपनी डाइट में गर्म तासीर वाले मसलों के सेवन को सिमित रखें। इनका अधिक सेवन शरीर में पित्त दोष को बढ़ा देता है। जिसकी वजह से एक्ने और त्वचा से जुडी अन्य समस्यायों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इसे नियंत्रित रखने के लिए लाल मिर्च, सरसो के बीज और काली मिर्च जैसे मसलों के सेवन को सिमित रखना चाहिए।
Next Story