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माइग्रेन, आधासीसी या अधकपारी नए जमाने की लाइफस्टाइल प्रॉब्लम है। माइग्रेन असल में बेहद गंभीर और बार-बार होने वाला सिरदर्द है। सिर का ये दर्द अक्सर किसी तय वक्त पर, पहले से चेतावनी देने वाले कुछ संकेतों या कुछ अन्य लक्षणों के साथ होता है।
माइग्रेन में होने वाला मुश्किल दर्द कई बार कई घंटों से लेकर कुछ दिनों तक चलता है। अमेरिका के माइग्रेन एसोसिएशन के अनुसार, इस समस्या से कुल मिलाकर 36 मिलियन अमेरिकी नागरिक प्रभावित हैं। ये अमेरिका की कुल 12 फीसदी आबादी के बराबर है।
माइग्रेन में सिर के एक हिस्से में भारी दर्द होता है। दर्द के कारण कई बार इंसान के देखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। दिल की हर धड़कन के साथ सिर में ऐसा दर्द महसूस होता है जैसे नसें फट जाएंगी। माइग्रेन से ज्यादातर 15 से 55 साल की उम्र वाले लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं। क्यों होता है माइग्रेन?
माइग्रेन का कोई साफ कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि माइग्रेन दिमाग में होने वाली एब्नॉर्मल एक्टिविटी के कारण होता है। इस एक्टिविटी की वजह से दिमाग में रक्त की नसें फैल जाती हैं और कुछ खास किस्म के केमिकल निकालने लगती हैं।
ये केमिकल नर्व्स फाइबर द्वारा पड़ने वाले दबाव से निकलते हैं। इस दबाव के कारण ब्लड वेसल्स में सूजन, दर्द और फैलाव बढ़ जाता है। इस स्थिति में मरीज को बहुत तेज सिरदर्द होता है। अगर किसी को ये समस्या अनुवांशिक रूप से मिली है तो उन्हें माइग्रेन की समस्या और ज्यादा हो सकती है।
किन चीजों से बढ़ता है माइग्रेन
किसी इंसान को माइग्रेन का दर्द नीचे लिखे कुछ कारणों की वजह से भी हो सकता है।
हार्मोन में बदलाव : टीनेज में कुछ लड़कों को माइग्रेन की समस्या हो सकती है क्योंकि उस वक्त शरीर के हार्मोन में ढेर सारे बदलाव आते हैं।
भावनाओं में बदलाव : अचानक होने वाली टेंशन, डिप्रेशन, बेचैनी, खुशी और सदमे के कारण भी माइग्रेन का दर्द हो सकता है।
शारीरिक कारण : थकान और कम नींद, कंधे और गर्दन में तनाव, गलत ढंग से बैठना और कठिन शारीरिक श्रम के कारण भी कई बार माइग्रेन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा लो ब्लड शुगर और विमान यात्रा से हुई थकान के कारण भी माइग्रेन का दर्द हो सकता है।
गलत खानपान के कारण : अल्कोहल और कैफीन के अधिक सेवन के कारण भी आपको माइग्रेन हो सकता है। कुछ खास भोजन भी आपकी समस्या को और बढ़ा सकते हैं। जिनमें टायरामाइन की अधिकता वालेे भोजन जैसे चॉकलेट, पनीर, चीज़, खट्टे फल का अधिक सेवन शामिल हैं। कई बार खाने-पीने के शेड्यूल बिगड़ने और जरुरत से कम पानी पीने पर भी माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है।
दवाओं के कारण : कुछ नींद की दवाएं, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की दवाएं खाने के कारण भी पुरुषों को माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
माहौल में बदलाव के कारण : आंखों के सामने तेजी से सीन बदलना जैसे यात्रा के दौरान, तेज गंध, वातावरण में मौजूद धुएं के कारण, तेज शोर के कारण भी माइग्रेन हो सकता है। कुछ लोगों को भरे हुए कमरे, तापमान में बदलाव और तेज रोशनी के कारण भी समस्या हो सकती है।
माइग्रेन का उपचार
अभी तक माइग्रेन का सफल इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। माइग्रेन का इलाज सिर्फ इसे चरम तक जाने से रोकने में ही कारगर है। लेकिन अपनी लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव माइग्रेन की बढ़ती समस्या को कम जरूर कर सकते हैं। जैसे-
पर्याप्त नींद लेना
कम टेंशन लेना
खूब पानी पीना
टायरामाइन युक्त भोजन से बचें
नियमित व्यायाम करना
ग्लूटेन फ्री भोजन करना
हालांकि इन उपायों को अपनाकर सिर्फ और सिर्फ अस्थायी तौर पर माइग्रेन की समस्या को थोड़ा कम किया जा सकता है। माइग्रेन का उपचार, इसे बढ़ाने वाली चीजों से दूर रहकर और डॉक्टर की सलाह लेकर ही किया जा सकता है।
माइग्रेन के घरेलू उपाय
1. देसी घी
माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए रोजाना शुद्ध देसी घी की 2-2 बूंदे नाक में डालें। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगी।
2. सेब
रोज सुबह खाली पेट सेब का सेवन करें। माइग्रेन से छुटकारा पाने के लिए यह काफी असरदार तरीका है।
3. लौंग पाउडर
अगर सिर में ज्यादा दर्द हो रहा है तो तुरंत लौंग पाउडर और नमक मिलाकर दूध के साथ मिलाकर पिएं। ऐसा करने से सिर का दर्द झट से गायब हो जाएगा।
4. नींबू का छिलका
नींबू के छिलके को धूप में सुखाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को माथे पर लगाने से आपको माइग्रेन के दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
5. पालक और गाजर का जूस
माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए पालक और गाजर का जूस पीएं। इससे आपका दर्द मिनटों में गायब हो जाएगा।
6. खीरा
खीरे की स्लाइस को सिर पर रगड़ें या फिर इसे सूंघे। इससे आपको माइग्रेन के दर्द से आराम मिलेगा।
7. अदरक
सिर्फ 1 चम्मच अदरक का रस और शहद को मिक्स करके पिएं। इसके अलावा माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए आप अदरक का टुकड़ा भी मुंह में रख सकते हैं। अदरक का किसी भी रूप में सेवन माइग्रेन में राहत दिलाता है।
माइग्रेन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
माइग्रेन के कुछ ही मरीज उन कारणों को पहचान पाते हैं, जिनके संपर्क में आते ही उन्हें तेज सिरदर्द, एलर्जी, तेज रोशनी दिखाई देना और टेंशन जैसी समस्याएं होती हैं। जबकि कुछ लोगों को माइग्रेन का दर्द उठने से पहले महसूस होने वाले प्रारंभिक लक्षणों से पता चल जाता है कि थोड़ी ही देर में सिरदर्द शुरू होने वाला है।
माइग्रेन के मरीज अक्सर सिर में भारीपन महसूस होते ही रोकने के उपाय करने लगते हैं। लेकिन इन उपायों के सफल होने की दर बेहद कम होती है। फिर भी दवा खाकर दर्द को कम जरूर किया जा सकता है। लेकिन इन दवाओं के अपने साइड इफैक्ट हो सकते हैं। इसीलिए बिना किसी डॉक्टर की सलाह के दवाएं कभी नहीं खाना चाहिए।
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Kajal Dubey
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