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बच्चे को टैल्कम पाउडर लगाती हैं तो टैल्कम पाउडर के साइड इफेक्ट्स

बेबी : बेबी को नहलाने के बाद तैयार करते वक्त मांएं उनको पाउडर जरूर लगाती हैं। ऐसा करने से उन्हें लगता है कि दूध की बदबू या बच्चे को रैशेज वगैरह कम होंगे, लेकिन कई बार ये गलती भारी पड़ जाती है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि छोटे बच्चे को टेलकम पाउडर लगाना कितना नुकसानदायक हो सकता है। तो वहीं कुछ रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार बेबी पाउडर में मौजूद एस्बेस्टस केमिकल बच्चे की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे बेबी पाउडर के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कई कैंसर इंस्टीट्यूट ने इस बात का खुलासा किया है कि प्राइवेट पार्ट या उसके आसपास टेलकम पाउडर के इस्तेमाल से इसमें मौजूद टेल्क कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना को बढ़ा सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बेबी पाउडर में टैल्क मौजूद होता है, जो बच्चे के लिए नुकसानदाक होता है। जब बच्चे को पाउडर लगाते हैं, तो पाउडर में मौजूद इसके छोटे-छोटे कण हवा में फैलने लगते हैं और ये बच्चे के लंग्स तक पहुंच जाते हैं। जो सांस लेने के दौरान अंदर पहुंच सकते हैं जिससे आगे चल कर बच्चे को एक्यूट और क्रोनिक लंग्स डिजीज का कारण बनते हैं।लगता है कि दूध की बदबू या बच्चे को रैशेज वगैरह कम होंगे, लेकिन कई बार ये गलती भारी पड़ जाती है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि छोटे बच्चे को टेलकम पाउडर लगाना कितना नुकसानदायक हो सकता है। तो वहीं कुछ रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार बेबी पाउडर में मौजूद एस्बेस्टस केमिकल बच्चे की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे बेबी पाउडर के साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कई कैंसर इंस्टीट्यूट ने इस बात का खुलासा किया है कि प्राइवेट पार्ट या उसके आसपास टेलकम पाउडर के इस्तेमाल से इसमें मौजूद टेल्क कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की संभावना को बढ़ा सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बेबी पाउडर में टैल्क मौजूद होता है, जो बच्चे के लिए नुकसानदाक होता है। जब बच्चे को पाउडर लगाते हैं, तो पाउडर में मौजूद इसके छोटे-छोटे कण हवा में फैलने लगते हैं और ये बच्चे के लंग्स तक पहुंच जाते हैं। जो सांस लेने के दौरान अंदर पहुंच सकते हैं जिससे आगे चल कर बच्चे को एक्यूट और क्रोनिक लंग्स डिजीज का कारण बनते हैं।