लाइफ स्टाइल

अगर आपसे कोई झूठ बोल रहे है, और आपको उनका झूठ पकड़ना है तो ये जबरदस्त तरीके अपनाये

Neha Dani
14 July 2023 2:21 PM GMT
अगर आपसे कोई झूठ बोल रहे है, और आपको उनका झूठ पकड़ना है तो ये जबरदस्त तरीके अपनाये
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लाइफस्टाइल: सच्चाई और अपनी गलती को छिपाने के लिए इंसान अक्सर झूठ का सहारा लेता है। कुछ लोगों के लिए यह एक आदत बन जाती है। ऐसे में कौन कब झूठ बोल रहा है इसका पता लगाने के लिए आप यहां बताए गए तरीकों को आजमा सकते हैं। झूठ पकड़ने के ये तरीके हैं जबरदस्त, जानने वालों के सामने तोते की तरह लोग बोलने लगते हैं सच अपने जीवन में हम सब कभी न कभी झूठ बोलते हैं। हमारा सबसे पहला झूठ आमतौर पर खुद को मुसीबत से बचाने के लिए होता है। जब यह काम कर जाता है, तब हम दूसरी, तीसरी और हजारवीं बार झूठ बोलने की हिम्मत जुटाते हैं। वैसे तो ऐसा कहा जाता है, कि झूठ बोलना बहुत आसान काम है, लेकिन वास्तव में यह एक बहुत जोखिम भरा और मुश्किल काम होता है।
एक बेहतरीन झूठा इंसान वही है, जो अपनी कही गई झूठी बातों को सच की तरह जीता है। झूठ बोलने के बाद आपको हर समय इसके बचाव के लिए अलर्ट रहना पड़ता है। पर झूठ कितना ही प्योर क्यों न बोला जाए उसमें सच बनने की कोई न कोई कसर रही ही जाती है। इसलिए झूठ को पहचानने के कई तरीके भी हैं, जिसे आप अपने रोजमर्रा के जिंदगी में इस्तेमाल करके लोगों के गलत इरादों से बच सकते हैं।
इन बॉडी साइनों पर ध्यान
मिशिगन विश्वविद्यालय द्वारा 2015 में झूठ को पहचाने के लिए एक स्टडी की गई। इसमें अदालती मामलों के 120 मीडिया क्लिपों को देखा गया ये जानने के लिए कि लोग झूठ बोलते समय और सच बोलते समय कैसा व्यवहार करते हैं। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग झूठ बोलते हैं, वे सच बोलने वालों की तुलना में अपने दोनों हाथों को बात करते समय ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा झूठ बोलने वाले लोग अक्सर बात करते समय अपने हाथों पैंट के पॉकेट में या टेबल के नीचे रखते हैं। इसके साथ ही वह हमेशा आपके ध्यान को भटकाने और खुद के नर्वसनेस को छिपाने के लिए आसपास रखे सामानों से खेलने लगते हैं या अपनी बॉडी में खुजली करने लगते हैं।
चेहरे पर नोटिस करें ये लक्षण
2015 के अध्ययन में यह भी पाया गया कि जो लोग झूठ बोलते हैं, वे सच्चे लोगों की तुलना में ज्यादा घूरते हैं। झूठ बोलने वाले लोगों की 70% क्लिप में वे सीधे उन लोगों को घूरते हुए दिखाई देते हैं जिनसे वे झूठ बोल रहे थे। माना जाता है, ऐसा वह इसलिए करते हैं ताकि वह सामने वाले व्यक्ति को अपने झूठ पर यकीन करा सके। इसके साथ ही वह पूरे बातचीत के दौरान किसी एक डायरेक्शन में देख रह होते हैं, जिससे कि उन्हें देखकर किसी को यह लगे की वह बातों को ध्यान से सुन रहे हैं। जबकि वह अपना दूसरा जवाब सोच रहे होते हैं। इसके अलावा चेहरे का रंग बदलना, होंठों का सूखना, माथे पर पसीना आना, गले का सूखना भी झूठ बोलने का संकेत होता है।
बात करने के तरीके पर करें फोकस
यदि बातचीत करते समय कोई व्यक्ति अपने बात को मनवाने के लिए जोर से या तेज बोलने लगे, तो संभावना है कि वह झूठ बोल रहा है। इसके साथ ही झूठ बोलने वाले लोगों के शब्द बीच-बीच में टूटने लगते हैं, वह बोलते समय बार-बार अपना गला साफ करते हैं। शब्दों के चयन पर दें ध्यान यदि आप किसी को ध्यान से सूने तो आपको उसी वक्त उसके सच झूठ का पता लग सकता है। क्योंकि झूठ बोलने वाले लोग ऐसे शब्दों का चयन करते हैं, जिससे कि आप पूरी बात को सुनने से पहले ही सच मान लें, जैसे कि मुझपर यकीन करों, मैं तुमसे झूठ क्यों बोलूंगा आदि। इसके अलावा वह कई बार अपने बोले हुए बातों को करेक्ट भी करते हैं।
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