- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- इस लक्षणों से करें...
लाइफ स्टाइल
इस लक्षणों से करें पहचान, क्या बंद होने वाले हैं आपके पीरियड्स
Admin4
31 Aug 2022 9:59 AM GMT
x
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
Health Tips: किशोरियों में एक उम्र के बाद मासिक धर्म चक्र की शुरुआत होती है। हर महिला को लगातार 12 महीनों में हर माह मासिक धर्म से गुजरना पड़ता है। इस तरह की शारीरिक स्थिति महिलाओं ले लिए आवश्यक होती है। वहीं उम्र बढ़ने पर पीरियड्स खत्म भी हो जाते हैं। पीरियड्स आने की सही उम्र 12 साल होती है। हालांकि कई बार लड़कियों को 8 साल की उम्र या 15 साल की उम्र में भी मासिक धर्म शुरू हो जाते हैं। वहीं मासिक धर्म बंद होने की उम्र 45 से 50 साल होती है। इस स्थिति को मेनोपाॅज कहा जाता है। लेकिन हर स्त्री के लिए मेनोपाॅज के अनुभव अलग अलग हो सकते हैं। मेनोपाॅज स्वास्थ्य की वह स्थिति है, जिसमें किसी महिला को लगातार 12 महीने मासिक धर्म से नहीं गुजरना पड़ता। इस अवस्था में गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है। मेनोपाॅज एक सामान्य स्थिति है, हालांकि इससे जुड़ी कुछ समस्याएं भी हैं। ये कैसे पता चलेगा कि किसी महिला के पीरियड्स बंद होने वाले हैं यानी महिला मेनोपाॅज के करीब है? चलिए जानते हैं मेनोपाॅज के लक्षण, जिससे पीरियड बंद होने के मिलते हैं संकेत।
पीरियड्स बंद होने की सही उम्र
एक रिसर्च के मुताबिक, मेनोपाॅज के लिए उम्र पहले से निर्धारित मानी गई है। लेकिन कई कारणों से मेनोपॉज की स्थिति उम्र से पहले आ सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक, मेनोपाॅज की शुरुआती आयु 45 से 50 साल मानी जाती है। इस उम्र की अधिकांश महिलाओं को मासिक धर्म आना बंद होने लगते हैं। हालांकि कुछ महिलाओं की ओवरी जल्दी ही काम करना बंद कर देती है। वहीं कुछ महिलाओं का मासिक धर्म 50 साल की उम्र के बाद भी जारी रहता है।
मेनोपाॅज के प्रकार
पीरियड्स खत्म होने से पहले पूरे एक साल के लिए मासिक धर्म की कमी होने की स्थिति मेनोपाॅज है। मेनोपाॅज दो प्रकार के होते हैं- पेरिमेनोपॉज और पोस्टमेनोपाॅज।
पेरिमेनोपॉज के दौरान अक्सर पीरियड्स अनियमित आने लगते हैं या लेट पीरियड्स होते हैं। एक दो बार से ज्यादा पीरियड्स पूरी तरह से छूट सकते हैं। ब्लड का फ्लो कभी भारी तो कभी हल्का होने लगता है।
पोस्ट मेनोपॉज की स्थिति में आपके पीरियड्स लगातार 12 महीने से ज्यादा समय तक चल सकते हैं।
अनियमित मासिक धर्म
जब आपके पीरियड्स अनियमित होने लगें तो इसका एक कारण मेनोपाॅज भी हो सकता है। वैसे तो स्वास्थ्य संबंधी समस्या या प्रेगनेंसी के दौरान भी मासिक धर्म अनियमित होते हैं लेकिन मेनोपाॅज का यह सबसे प्रमुख लक्षण है। पीरियड बंद होने से पहले मासिक धर्म में ब्लड का फ्लो कभी ज्यादा कभी कम हो सकता है।
वेजाइनल ड्राईनेस
मासिक धर्म चक्र बंद होने से पहले योनि में सूखापन, खुजली हो सकती है। मेनोपॉज में महिला की त्वचा में कटने-फटने की समस्या होने पर इंफेक्शन फैलने का खतरा भी बढ़ सकता है।
मेनोपॉज की स्थिति में नींद आने में परेशानी होने लग सकती है। महिला में डिप्रेशन, चिंता या मूड स्विंग के लक्षण देखे जा सकते हैं। इसके अलावा भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
हाॅट फ्लैशेस
हॉट फ्लैशेस में शरीर के ऊपरी हिस्से में गर्मी ज्यादा लगती है। पीरियड बंद होने की स्थिति में चेहरे, गर्दन और सीने में ज्यादा गर्मी महसूस हो सकती है। अधिक पसीना आना और त्वचा पर लाल चकत्ते आ सकते हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
Admin4
Next Story