- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- आप का स्नानघर-कैसे रहे...
x
आज के माहौल में किसी भी घर में स्नानघर का स्थान बेहद महत्त्वपूर्ण होता है। लोग बड़े-बड़े आलीशान मकान बना लेते हैं पर अपने स्नानघर की तरफ कोई खास ध्यान नहीं देते।
आप अपने बहुत से साथियों, रिश्तेदार, पड़ोसियों आदि के घर बर्थडे पार्टी, त्यौहार, मीटिंग आदि पर खाना खाने तो अवश्य जाते ही होंगे। आपने इस बात पर ध्यान शायद न ही दिया हो कि जहाँ उनके सजे सजाए साफ सुथरे ड्राईंगरूम एवं लज्जतदार पकवान दिल खुश कर देते हैं, वहीं जब हाथ धोने की बारी आती है तो उनके स्नानघर को देख कर यूं लगता है जैसे कोई खूबसूरत व्यक्ति कोट टाई पहने पैरों में फटे पुराने जूते पहने हो। स्नानघर में घुसते ही बदबू के मारे सांस रोकनी पड़ती है, खूंटियों पर घर के प्रत्येक सदस्य के कपड़े टंगे होते हैं। तौलिया देख कर लगता है शायद काफी दिनों से धोया नहीं। तौलिया एवं पोछा लगाने वाले कपड़े मेें शायद कोई अंतर ही नजर नहीं आता हो। साबुनदानी में छोटे छोटे साबुन के टुकड़े जैसे मुंह चिढ़ा रहे हों। न जाने कब से वाश बेसिन साफ नहीं किया गया हो। हाथ धोने के लिए बाल्टी में रखा पानी एवं उस के अंदर जमी मैल को देख कर लगेगा शायद बिना हाथ धोए बाहर आना ही बेहतर होगा।
कुछ लोगों का विचार हो सकता है कि सजाने संवारने का काम तो सिर्फ ड्राईंगरुम में ही होता है, स्नानघर को कौन सजाये। उसमें अधिक समय थोड़े ही बिताना पड़ता है। वे शायद भूल जाते हैं कि स्नानघर में 10-15 मिनट चैन से नहाने एवम साफसुथरे स्वस्थ वातावरण में अकेले बिताया गया प्रत्येक क्षण आप का अपना होता है। इस लिये स्नानघर की भी उचित देख भाल करनी चाहिए। यहाँ हम आपके स्नानघर की देख-भाल के लिए कुछ सुझाव दे रहे हैं।
आप का स्नानघर चाहे बड़ा हो या छोटा, चाहे टाइलों वाला हो या साधारण, हमेशा उसमें प्रयोग में आने वाली वस्तुएं ही रखें। टूटे मग या बाल्टी, टुथपेस्ट की पिचकी हुई ट्यूब, पुराने टुथ ब्रश, शैंपू की खाली शीशियां आदि फौरन फेंक देनी चाहिए। हफ्ते में दो बार नहाने से पहले वाश बेसिन अवश्य साफ करना चाहिए। बहुत सी स्त्रियां बिंदी आदि शीशे पर चिपका देती हैं। इससे शीशे पर मैल चिपक जाती है, ऐसा न करें।
स्नानघर में कपड़े टांगने के लिए कील न ठोकें। कपड़े टांगने के लिये राड अवश्य लगाएं। कीलों पर टंगे कपड़े देखने में तो भद्दे लगते ही हैं, इनमें कपड़े फंस कर फटने का डर भी रहता है।
हाथ पोंछने के तौलिये को हमेशा प्रयोग के बाद राड पर फैला देना चाहिए। इस से हवा लगने के कारण उस में बदबू नहीं आएगी। फ्लश को भी प्रतिदिन विम व हारपिक से अवश्य साफ करना चाहिए। महीने में एक बार वाश बेसिन, फ्लश, एवम टाइलों को तेजाब से साफ करना चाहिए जिससे आप का स्नानघर चमक उठेगा।
नहाने के काम आने वाली वस्तुएं जैसे बाल्टी, मग, साबुनदानी आदि को नहाते वक्त रोज साफ करने की आदत डालनी चाहिए। साबुन के बचे छोटे छोटे टुकड़ों को पानी में भिगो कर लिक्विड सोप बना लें। इसे हाथ धोने के काम में लाये। स्नानघर के फर्श को हफ्ते में एक बार रगड़ कर अवश्य साफ कर लें। साबुन आदि के प्रयोग से ये अक्सर चिकने हो जाते हैं। इससे फिसल कर गिरने का भय बना रहता है।
पानी की किल्लत के कारण यदि पानी को हौज या बाल्टियों में जमा करना पड़े तो पानी को उचित समय पर बदल देना चाहिए। हफ्तों पहले भरा पानी व्यवहार में नहीं लाना चाहिए।
आप अपने स्नानघर के प्रयोग के लिए एक जोड़ी रबड़ की चप्पल अवश्य रखें जिससे वहाँ की गंदगी अन्य कमरों एवं रसोई आदि में न जा सके। इन सब चीजों के अलावा आप अपने स्नानघर के बाहर पायदान रखना न भूलें ताकि बाहर निकलते वक्त पैर पोछें जा सकें।
इस तरह आप अपने स्नानघर पर थोड़ा सा ध्यान एवम 10-15 मिनट उसके रख रखाव एवं सफाई पर लगायें तो न सिर्फ वह आपके घर के अन्य भागों की तरह आकर्षक लगेगा बल्कि आपकी समझदारी का परिचय भी देगा।
Admin4
Next Story