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शुरुआती स्टेज कैसे पहचाने मुंह के कैंसर का

Teja
14 Feb 2023 11:45 AM GMT
शुरुआती स्टेज कैसे पहचाने मुंह के कैंसर का
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आजकल सिगरेट बीड़ी के साथ शराब का सेवन सामाजिक प्रतिष्ठा का घोतक हैं .कई लोग अधिकतम समय में तम्बाखू .गुटका को मुंह में दबाये रहते हैं और लगातार बीड़ी सिगरेट का सेवन करते हैं .जबकि मुंह हमेशा साफ़ रखना चाहिए .यहाँ तक की भोजन करने के बाद मुंह को साफ़ रखना चाहिए .यदि लगातार सिगरेट बीड़ी तम्बाखू खाने और पीने के बाद में मुंह में छाले होना या गाल में जख्म होता हैं तो उसे सामान्य न मानकर उसके प्रति सचेत हो जाए .ऐसे समय समय का बहुत महत्व होता हैं .विलम्ब होने से विपत्तियों का आना शुरू होने लगता हैं .

मुंह का कैंसर एक गंभीर बीमारी है। इसे यदि शुरुआती स्टेज में ही पहचान लिया जाए तो इलाज से पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। माउथ कैंसर के लक्षण पहले स्टेज में किसी इंफेक्शन या खराब हाइजीन की तरह नजर आ सकते हैं।

मुंह हमारे शरीर को पोषण पहुंचना वाले द्वार की तरह काम करता है। भोजन को काटने-चबाने से लेकर उसे आंतों के लिए भेजने तक सारा जिम्मा मुंह का होता है। मुंह के हिस्सों में होंठ वेस्टिब्यूल मुंह गुहा मसूड़े दांत कठोर और नरम तालु जीभ लार ग्रंथियां शामिल हैं।

इन हिस्सों में छाले होना बहुत आम है फूड एलर्जी पोषक तत्वों की कमी जैसे कारकों का परिणाम हो सकता है। हालांकि यदि यह लक्षण लगातार बने रहते हैं या गंभीर रूप ले लेते हैं तो यह

मुंह के कैंसर की जानलेवा बीमारी का संकेत हो सकता है।

क्या होता है मुंह का कैंसर

मुंह का कैंसर तब होता है जब होठों पर या मुंह में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह कैंसर सपाट पतली कोशिकाओं से शुरू होता है जो आपके होंठों और आपके मुंह के अंदर की रेखा बनाते हैं।

मुंह के अंदर होने वाले कैंसर को ओरल कैंसर या ओरल कैविटी कैंसर भी करते हैं। मुंह का कैंसर होंठ मसूड़ों जीभ गालों की अंदरूनी परत मुंह का ऊपरी हिस्सा और मुंह के तल में हो सकता है।

इन लक्षणों से शुरू हो सकता है मुंह का कैंसर

होंठ या मुंह का घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो

मुंह के अंदर एक सफेद या लाल रंग का पैच

कमजोर दांत

मुंह के अंदर गांठ

मुंह में दर्द

कान में दर्द

निगलने में कठिनाई

बोलने में बदलाव

नियमित चेकअप से प्रथम स्तर पर कर सकते हैं मुंह के कैंसर का पता

यदि शुरुआती स्टेज पर मुंह के कैंसर का पता लग जाए तो उपचार के बाद ५ साल जीवित रहने की दर सभी लोगों के लिए ५ साल होती है।

मुंह के कैंसर के लक्षणों को आमतौर पर अन्य या कम गंभीर स्थितियों के रूप में समझने की गलती हो जाती है। इसमें मुख्य रूप से दांत का दर्द और छाले शामिल है। ऐसे में यह सुझाव दिया जाता है कि नियमित डेंटल चेकअप कराएं। यह लक्षणों के सही कारणों का पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका होता है

मुंह से संबंधित किसी भी गंभीर परेशानी से बचने के लिए जरूरी है रेगुलर डेंटल चेकअप। ओरल हेल्थ को मेंटेन रखने के लिए आपको केवल साल में एक बार डेंटल चेकअप कराने की आवश्यकता होती है। लेकिन अधिक समस्याओं वाले लोगों को अधिक बार चेक-अप की जरूरी हो सकता है।

कैसे करें माउथ कैंसर के जोखिम को कम

माउथ कैंसर का सबसे ज्यादा जोखिम तम्बाकू वाले पदार्थों से होता है। इसका किसी भी रूप में सेवन आपके जोखिम को कई गुना तक बढ़ा सकता है। ऐसे में इससे परहेज करें। साथ ही होठों को अत्यधिक धूप के संपर्क से बचाएं।

मुंह में छाले दांतों में दर्द निगलने में कठिनाई मुंह में सफेद चकते मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।

मुंह में छाले कई कारणों से हो सकते हैं। यह कैंसर है या नहीं इसका पता जांच से ही लगाया जा सकता है। इसलिए ज्यादा दिन तक छाले रहने पर डॉक्टर से तुरंत जांच कराना चाहिए।

अत्यधिक तंबाकू का सेवन मुंह के कैंसर का मुख्य कारण होता है।

शुरुआती स्तर में इलाज न मिलने पर यह कैंसर जानलेवा साबित हो सकता है।

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