लाइफ स्टाइल

कितनी तरह की होती है सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज

Apurva Srivastav
20 April 2023 1:58 PM GMT
कितनी तरह की होती है सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज
x
सेक्शुअली ट्रांसमेटेड डिजीज के प्रकार
सेक्शुअली ट्रांसमेटेड डिजीज की पूरी लिस्ट काफी लम्बी है और ये कई प्रकार के होते हैं जैसे:
1. गोनोरिया
गोनोरिया एक प्रकार का सेक्शुअली ट्रांसमिटेड वायरस होता है। गोनोरिया का एक दूसरा वायरस एसटीडी है, जिसे “क्लैप भी कहा जाता है। लगभग 50% महिलाएं तथा 10 % पुरुष इसके किसी सिम्पटम्स का अनुभव नहीं करते और इस बात से अनजान होते हैं कि वे इस रोग से इन्फेक्टेड हैं। महिलाओं में गोनोरिया के कारण पेशाब करते समय दर्द अथवा जलन का अनुभव, वैजिनल डिस्चार्ज (आमतौर पर पानी जैसा, पीला या हरे रंग का लिक्विड) , सेक्शुअल एक्ट के दौरान अथवा उसके बाद लोअर एब्डोमेन में दर्द तथा यौन क्रिया के समय या उसके बाद अथवा मंथली डिस्चार्ज के बीच मे भी ब्लीडिंग हो सकती है तथा कभी कभी बहुत ज़्यादा मेंस्ट्रुएशन भी हो सकता है | पुरुषों मे गोनोरिया की वजह से पिशाब करते समय दर्द या जलन का अनुभव, लिंग के अगले भाग से सफेद,पीला या हरे रंग का डिस्चार्ज होना और टेस्टिकल्स मे दर्द या टेक्टीलिटी भी हो सकती है। सबसे डेंजरस बात तो ये है कि अगर मां इस वायरस का शिकार हो गई है तो उसका बच्चा भी इसकी चपेट में आ सकता है।
2.एचपीवी
एचपीवी मतलब ह्यूमन पैपीलोमावारसइ भी एक सेक्शुअली रिलेटेड बीमारी है जो इन्फेक्शन से फैलती है। जो भी व्यक्ति एचपीवी का शिकार होता है उसके जेनिटल्स औऱ मुंह या गले पर मस्से दिखाई देते हैं। इस इन्फेक्शन को फाटल भी कहा जा सकता है क्योंकि इससे पीड़ित व्यक्ति में कैंसर के सेल्स जल्दी बढ़ते हैं।
3.सिफलिस
सिफलिस एक बैक्टीरीयल इन्फेक्शन है जिसकी शुरुवात में जेनिटल्स पर या उसके मुख के आस पास दर्द रहित किंतु हाइली कॉनटेजीअस घाव बन जाता है। लेकिन समय के साथ साथ ये गंभीर रोग में बदल जाता है। सिफलिस की थर्ड स्टेज आमतौर पर कई वर्षों बाद उत्पन्न होती है तथा इसके कारण हृदय से संबंधित समस्याएँ, पैरालिसिस और ब्लाइंडनेस जैसी गंभीर कंडीशंस पैदा हो सकती हैं। सिफलिस के लक्षणों को पहचानना मुश्किल है।
4. एचआईवी
एचआईवी एक सेक्शुअल बीमारी है और ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है I एचआईवी जनरली अनप्रोटेक्टेड सेक्स संबंध द्वारा होता है। इन्फेक्टेड ब्लड के संपर्क में आने से भी यह ट्रांसमिट हो सकता है- उदाहरण के लिए स्टेरॉयडस या ड्रग्स लेने के लिए नीडल्स को साझा करना। इसके अलावा ये एचआईवी व्यक्ति के इम्यून सिस्टम को कमजोर बना देती है। एचआईवी इन्फेक्शन की अंतिम अवस्था एड्स (AIDS) है, ऐसा जब होता है जब आपका शरीर लेथल इन्फेक्शन्स का और अधिक मुकाबला नही कर पाता।
5. क्लैमिडिया
क्लैमिडिया (chlamydia) एक आम प्रकार का सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन है तथा सेक्शुअल रिलेशन्स के दौरान ये आसानी से पारित होता है। अधिकतर लोग इसके किसी भी सिम्पटम्स का एक्सपीरियंस नहीं कर पIते इसलिए वे इस बात से अनजान होते हैं कि वे इन्फेक्टेड हैं।
6. जेनिटल वार्ट्स
जेनिटल वार्ट फ्लेशी ग्रोथस उभार या त्वचा मे बदलाव पैदा करते हैं जो आपके जेनिटल या रेक्टल एरिया पर या उसके आसपास पैदा होते हैं। ये एचपीवी (Human Papillomavirus) की वजह से होते हैं।
7. जननांग
रिप्रोडक्टिव ऑर्गन दाद, हर्पीस सिम्पलेक्स वायर के कारण होने वाला एक आम इन्फेक्शन है I मुँह के छाले भी इसी वायरस के कारण होते हैं I
8. ट्राइकोमोनास
ट्राइकोमोनास वैजिनैलिस (Trichomonas vaginalis) एक छोटे पैरसायट से होने वाला सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन है। यह सेक्शुअल रिलेशन्स द्वारा आसानी से पारित होता है तथा ज्यादातर लोग इस के बारे मे अनजान होते हैं कि वे इन्फेक्टेड हैं।
9. प्यूबिक जूँ
प्यूबिक लिके ‘क्रेबस ‘ जेनिटल्स के करीब आने पर आसानी से दूसरे में पारित होते हैं।
10. स्केबीज़
स्केबीज़ एक छोटे कीट के कारण होता है जो त्वचा के अंदर एंटर हो जाते हैं। यह शरीर के क्लोज संपर्क से अथवा सेक्शुअल कांटेक्ट से अथवा इन्फेक्टेड बिस्तर, कपड़ों या तौलिए से भी इंटर हो सकते हैं।
Next Story