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कैसे हुई फ्रेंडशिप डे की शुरुआत

Khushboo Dhruw
5 Aug 2023 4:31 PM GMT
कैसे हुई फ्रेंडशिप डे की शुरुआत
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अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। यह दोस्तों को समर्पित दिन है. हर किसी की जिंदगी में परिवार के बाद कोई न कोई ऐसा शख्स जरूर होता है जिससे खून का रिश्ता तो नहीं होता लेकिन दिल का रिश्ता जिंदगी भर के लिए जुड़ जाता है। दोस्ती के इसी रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल अगस्त में इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस साल भारत में फ्रेंडशिप डेट का इतिहास, कैसे हुई इसकी शुरुआत।
भारत में फ्रेंडशिप डे 2023 कब है?
भारत में फ्रेंडशिप डे रविवार, 6 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा। भारत के अलावा बांग्लादेश, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया भी इस दिन फ्रेंडशिप डे मनाएंगे। दोस्ती दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता है, इसलिए लोग इस दिन को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।
फ्रेंडशिप डे का इतिहास
30 जुलाई 1958 को पराग्वे में अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया। 2011 में संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे मनाने की घोषणा की थी, हालांकि अमेरिका, भारत, बांग्लादेश जैसे कई देश अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह दिन दुनिया के सभी देशों में दोस्ती के माध्यम से खुशी और एकता का संदेश फैलाने के माध्यम के रूप में अस्तित्व में आया।
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत कैसे हुई?
फ्रेंडशिप डे की शुरुआत को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि 1935 में अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. इस खबर से दुखी होकर उनके दोस्त ने आत्महत्या कर ली. दोस्ती की ऐसी मिसाल सामने आने के बाद अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मनाने का ऐलान किया। यह दिन जीवन में दोस्तों के महत्व को समझाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
जीवन में मित्र का क्या महत्व है?
भारतीय परंपरा में दोस्ती की कई कहानियां हैं। हमारे जीवन में सुख-दुख के साथ-साथ दोस्तों का भी ध्यान रखा जाता है, जब भी दोस्तों की बात आती है तो कृष्ण और सुदामा की दोस्ती की मिसाल दी जाती है। कृष्ण-सुदामा की मित्रता मित्र के प्रति ईमानदारी, त्याग और सम्मान की भावना दर्शाती है। जो एक सच्चे मित्र की निशानी है. कहते हैं परिवार ऊपर वाले का दिया हुआ उपहार होता है, लेकिन दोस्त चुनने का मौका हर किसी को मिलता है। एक सच्चा दोस्त जीवन के हर मोड़ पर साये की तरह हमारे साथ रहता है, जो न सिर्फ हमारे जीवन को सफल बनाता है बल्कि खुशियाँ भी बांटता है।
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