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अमेरिका और भारत का पॉपुलर नाश्ता कॉर्न फ्लेक्स कैसे बना था

SANTOSI TANDI
6 Jun 2023 6:55 AM GMT
अमेरिका और भारत का पॉपुलर नाश्ता कॉर्न फ्लेक्स कैसे बना था
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अमेरिका और भारत का पॉपुलर
जब भी ऑफिस के लिए देर हो रही होती है, तो मैं एक टिफिन में कॉर्न फ्लेक्स, दूध और ड्राई फ्रूट्स मिक्स करके ऑफिस ले जाती हूं। यही मेरा ब्रेकफास्ट होता है, जिससे मेरा पेट भी तुरंत भर जाता है। मुझे यकीन है हममे से अधिकांश लोग नाश्ते में कॉर्न फ्लेक्स का सेवन करते हैं, क्योंकि इसे तैयार करना भी आसान है और यह स्वाद से भरपूर होता है।
हम भारतीय भले ही इसे हफ्ते में एक आधी बार खाएं लेकिन क्या आपको पता है कि अमेरिकन्स का तो फेवरेट नाश्ता ही सीरीयल्स है। एक पॉपुलर मैगजीन ने अपने अंक में बताया है कि गूगल से निकाले गए डेटा में उन्होंने पाया कि अमेरिका में 30 तरह के पॉपुलर सीरीयल्स हैं। वे लोग बोर भी हो रहे होते हैं तो सीरीयल्स या कॉर्न फ्लेक्स खाते हैं।
खैर, आज हम यह बात नहीं करेंगे कि अमेरिकन्स को ब्रेकफास्ट सीरीयल्स कितने पसंद हैं, बल्कि जानेंगे कि आखिर ये जो पॉपुलर कॉर्न फ्लेक्स हैं ये कैसे बनाए गए? हम सभी ने इनके खूबसूरत कार्टन पैक्स देखे हैं, जिनमें ये फ्लेक्स आते हैं। कॉर्न फ्लेक्स बनते कैसे हैं, इसके बार में कभी सोचा है?
आज इस आर्टिकल में चलिए जानते हैं कि यह पॉपुलर ब्रेकफास्ट फैक्ट्री में तैयार कैसे किया जाता है और किन चरणों से गुजरकर हमारे पास पहुंचता है?
ये कॉर्न से बनाए गए ब्रेकफास्ट सीरीयल को कहा जाता है, जिसे एक लंबे प्रोसेस के बाद फ्लेक्स के रूप में तैयार किया जाता है। ये अमेरिका का सुबह का पॉपुलर नाश्ता है और ऐसा माना जाता है कि इसका इंवेशन भी अपच को दूर करने के लिए किया गया था। अमेरिका में ही नहीं, इसे अन्य देशों में भी खूब चाव से खाया जाता है।
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फैक्ट्री में कैसे तैयार होता है कॉर्न फ्लेक्स
फैक्ट्रियों में मक्के के दानों को कई चरणों में प्रोसेस किया जाता है। ये कम से कम 5-6 चरणों से होकर गुजरते हैं और तब कॉर्न फ्लेक्स तैयार होते हैं। चलिए जानें इनके प्रोसेस होने का तरीका कैसा होता है-
मक्के के दाने होते हैं साफ
सबसे पहले प्रोसेस में मक्के के दाने क्वालिटी चेक से गुजरते हैं। इसके बाद इन्हें छानकर अच्छी तरह से साफ किया जाता है ताकि धूल या गंदगी इससे निकल जाए। इसके बाद इन मक्कों को हलिंग प्रोसेस से गुजरना होता है जो मक्के के बाहरी भूसे या कवर को निकालने का काम करता है।
दानों को पीसने का प्रोसेस
क्वालिटी चेक और साफ -सफाई से गुजरने के बाद इन दानों को पीसा और पकाया जाता है। मक्के के टुकड़ों को फ्लेवर वाले मिश्रण के साथ मिलाया जाता है और फिर इन्हें अलग-अलग बैच में बड़े स्टीम कुकर (प्रेशर कुकर के हैक्स) में पकाने का काम होता है। ये मक्के के दाने दो से ढाई घंटे तक पकाए जाते हैं। पकाने बाद इन्हें ठंडा किया जाता है।
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मक्के के दानों को चपटा करने का प्रोसेस
कुकिंग के दौरान मक्के दाने आपस में चिपक जाते हैं, उन मक्कों को अलग-अलग किया जाता है। इसके बाद ये दाने कंवेयर बेल्ट के द्वारा चपटे किए जाते हैं और सबसे आखिरी प्रोसेस होता है इन फ्लेक्स को टोस्ट करने का। इन्हें तेज गर्म हवा में रोस्ट किया जाता है। मशीन में ऐसे छेद होते हैं जिनसे ये हवा पास होती है और फ्लेक्स बिना एक-दूसरे से चिपके हुए तैयार होते हैं। इन्हें ठंडा करने के बाद हाथों से क्रश किया जाता है और बस इस तरह आपका नाश्ता तैयार होकर कार्टन में पैक होता है (कॉर्न फ्लोर कैसे बनाते हैं)।
अब भले ही फ्लेक्स को कई प्रोसेस के बाद तैयार किया जाता है, लेकिन इन्हें सबसे पहले इस एक्सपेरिमेंट से बनाया गया था कि यह उन लोगों के लिए अच्छा होगा जिन्हें अपच की शिकायत होती है। ऐसा माना जाता है कि दो भाइयों विलियम कीथ और डॉ. जॉन हार्वे केलॉग ने ये फ्लेक्स अपने मरीजों के लिए तैयार किया था और यह दुनिया भर में खाया जाता है।
अब आपको पता चला कि आपका फेवरेट नाश्ता कैसे तैयार किया जाता है? हमें उम्मीद है यह लेख आपको पसंद आएगा। अगर यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
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