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व्यक्ति के शरीर के कई अंग होते हैं जिनका सुचारू रूप से चलना बहुत आवश्यक होता हैं। शरीर के कई अंग तो ऐसे होते हैं जो कि बहुत सेंसेटिव होते हैं और इनका बहुत ध्यान रखना पड़ता हैं। जिनमें से एक हैं कान जो कि कोई भी आवाज सुनने का जरिया होता हैं। कई बार कान में दर्द की समस्या अचानक ही उत्पन्न हूँ जाती हैं जो कि असहनीय स्थिति होती हैं। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जो की कान दर्द को जल्द दूर करें। अगर आप भी कभी कान में दर्द की समस्या से जूझते हैं तो हमारे द्वारा बताये जा रहे इन उपायों को काम में ले सकते हैं। तो आइये जनते हैं इन उपायों के बारे में।
* लहसुन : लहसुन में एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुण होते है जो इंफेक्शन और दर्द दूर करने में असरदार है। सरसो के तेल में लहसुन की दो से तीन कलियाँ पीस कर गरम करे फिर इस तेल को ठंडा होने पर छान ले और इसकी दो से तीन बूँद कान में डाले। इसके इलावा आप लहसुन पीस कर कान में इसका रस भी डाल सकते है। इस देसी नुस्खे से कान दर्द में जल्दी आराम मिलता है।
* प्याज : महंगी कान दर्द की दवा की जगह आप अपने घर में आसानी से उपलब्ध प्याज़ से भी इस पीड़ादायक समस्या से निजात पा सकते है। प्याज़ स्वाभाव में जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक होता है जिससे कान दर्द जल्दी ठीक होने में मदद मिलती हैं। एक साफ़ प्याज़ का टुकड़ा ले और उससे रस निकल ले। इस रस को धीमी आग में हल्का गर्म करे। अब इस हलके गर्म प्याज़ के रस की 2-3 बुँदे कान में डाले। ऐसा आप दिन में 2 बार सुबह शाम करे।
* मुलहठी : मुलहठी कान दर्द में उपयोगी है। इसे घी में भूनकर बारीक पीसकर पेस्ट बनाएं। फिर इसे कान में लगाएं। कुछ ही मिनिट में दर्द बिलकुल समाप्त होगा।
* तुलसी : तुलसी के पत्ते पीस ले और उसके रस की कुछ बूंदों को कान में डाले। तुलसी के रस का प्रयोग दिन में दो से तीन बार करने पर कान का इंफेक्शन और दर्द दूर होता है। अगर कान में जख्म हो गया है तब भी इससे आराम मिलता हैं।
* मूली : एक मूली के बारीक टुकडे करके उसे सरसों के तेल में पकावें। फिर इसे छानकर शीशी में भर लें ।कान दर्द में इसकी 2-4 बूंदे दिन में 3-4 बार टपकाने से जल्दी ही आराम मिलता है।
* पुदीना : पहला तरीका है कुछ पुदीने की ताज़ा पत्तियों का जूस निकाले और इस रस की कुछ बूंदे कान में डाले। दूसरा तरीका है रुई को पुदीने के तेल में बिगोए और उससे कान के बाहरी तरफ कुछ समय के लिए रखे। ध्यान रहे पुदीने का तेल कान के अंदर ना जाने पाए।
* नीम : नीम के पत्तों के रस की दो से तीन बूंदे कान में डाले। कोई भी इंफेक्शन या दर्द हो नीम के रस के प्रयोग से ट्रीटमेंट करने में मदद मिलती है। नीम का तेल भी कान दर्द के लिए एक आयुर्वेदिक दवा की तरह काम करता है। रूई मदद से नीम के तेल की कुछ बूंदे कान में डाले और उसके बाद रूई को कुछ समय के लिए कान पर लगा दे।
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Kiran
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