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हार्ट अटैक और पैनिक अटैक,जानिए अन्तर..... क्या है ?

Rounak Dey
26 Aug 2023 4:43 AM GMT
हार्ट अटैक और पैनिक अटैक,जानिए अन्तर..... क्या है ?
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हार्ट समस्या टिप्स ; घबराहट और सीने में दर्द उठने पर सबसे पहले हमारा शक़ हार्ट अटैक पर ही जाता है। हालांकि हर बार जरूरी नहीं कि वजह हार्ट अटैक ही हो। पैनिक अटैक के लक्षण भी काफी कुछ हार्ट अटैक से मिलते हैं। ऐसे में आइए आज जानें कि लक्षण दिखने पर कैसे समझें कि संकेत हार्ट अटैक के हैं या पैनिक अटैक के हार्ट अटैक या पैनिक अटैक? जानें कैसे समझ सकते हैं दोनों में अंतर.. हार्ट अटैक या पैनिक अटैक: जानें दोनों में अंतर जब सीने में दर्द होता है, तो अमूमन इंसान यही सोचता है कि कहीं ये आने वाले हार्ट अटैक के लक्षण तो नहीं। जिन्हें पूरी जानकारी नहीं है वे अक्सर इसी दुविधा में सही इलाज करने में देरी भी कर देते हैं कि यह सीने का दर्द हार्ट अटैक है या फिर कोई पैनिक अटैक! तो एक आम आदमी कैसे समझे कि एक मामूली सा भी दर्द हो सकता है पैनिक अटैक या फिर अचानक से होने वाला तेज दर्द हो सकता है हार्ट अटैक। दोनों ही गंभीर स्थितियां हैं, जिनका फौरन इलाज जरूरी है। तो आइए हम बताते हैं कि आप कैसे हार्ट अटैक और पैनिक अटैक में अंतर को समझ सकते हैं। कैसे जानें कि होने वाला दर्द आखिर है क्या, जिससे आप उचित इलाज के लिए तत्काल कदम उठा सकें सबसे पहले समझते हैं कि हार्ट अटैक क्या है और इसके लक्षण क्या हैं। जब हृदय की कोई आर्टरी ब्लॉक हो जाती है, जिससे हृदय के किसी हिस्से को पर्याप्त मात्रा में ब्लड और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, तब हार्ट अटैक होता है। यह एक गंभीर स्तिथि होती है और इसके इलाज के लिए मरीज को तत्काल हॉस्पिटल ले कर जाना चाहिए अन्यथा यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।

हार्ट अटैक के लक्षण, सीने में तेज़ दर्द, चक्कर आना, बेहोशी, हृदयगति तेज़ होना, उल्टी और मितली, दम घुटना, सांस फूलना, शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द, अब समझते हैं कि पैनिक अटैक क्या है और इसके लक्षण क्या हैं। एक तेज़ घबराहट और चिंता के कारण पैनिक अटैक होता है। हालांकि, यह इतना तेज़ नहीं होता कि जानलेवा हो जाएं लेकिन फिर भी यह आम जीवन को प्रभावित करते हैं और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। पैनिक अटैक के लक्षण, अचानक से तेज़ चिंता और घबराहट, कंपकंपी या थरथराहट, सीने में दर्द। पसीना, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना,उल्टी,कैसे समझें अंतर को? अब इनके लक्षण देख कर एक दुविधा मन में जरूर आई होगी कि ये सभी लक्षण लगभग एक ही जैसे हैं। तो कैसे करें दोनों में अंतर। डॉ. मिलर के हिसाब से हार्ट अटैक का दर्द फैल कर बाजुओं में, जबड़े में या गर्दन तक जाता है और पैनिक अटैक का दर्द सीने तक ही सीमित रहता है। हार्ट अटैक का दर्द सीने में तेज़ जलन या सीने पर तेज़ दबाव जैसा महसूस होता है वहीं पैनिक अटैक का दर्द तीखी छुरी लगने के आभास जैसा होता है जिसमें हृदयगति तेज़ी से बढ़ती है। हार्ट अटैक किसी तेज़ शारीरिक गतिविधि के बाद हो सकता है वहीं पैनिक अटैक भावनात्मक रूप से किसी प्रकार का झटका लगने के कारण हो सकता है। इसका किसी विशेष शारीरिक गतिविधि से लेना देना नहीं है।

हार्ट अटैक का दर्द तेज़ी से आ कर फिर धीमा हो सकता है और फिर अचानक से तेज़ दर्द हो सकता है और अक्सर हॉस्पिटल ले जाने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है वहीं पैनिक अटैक का दर्द कुछ मिनट से लेकर अधिकतम कुछ घंटों तक रह सकता है और फिर घर पर ही उचित इलाज के पश्चात दर्द गायब भी हो जाता है। हालांकि अगर पैनिक अटैक के लक्षण अतिश्योक्ति बढ़े हुए हैं तो हॉस्पिटल लेकर जाना ही उचित है। दोनों ही परिस्थिति एक तनाव के बाद ही उत्पन्न होती है लेकिन हार्ट अटैक किसी तनाव भरी शारीरिक गतिविधि के कारण और पैनिक अटैक किसी भावनात्मक तनाव के कारण हो सकता है। हार्ट अटैक एक प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी है वहीं अगर समय रहते उचित कदम उठा लिए गए तो पैनिक अटैक कोई मेडिकल इमरजेंसी नहीं है।

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