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Health Tips: बालतोड़ से छुटकारा पाने के लिए अपनाये ये उपाय

Sanjna Verma
15 Aug 2024 1:30 PM GMT
Health Tips: बालतोड़ से छुटकारा पाने के लिए अपनाये ये उपाय
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Health Tips स्वास्थ्य सुझाव: त्वचा के संक्रमित होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी ही एक समस्या का नाम बालतोड़ भी है। बालतोड़ को लेकर आम लोगों में यह धारणा बनी हुई है कि शरीर के किसी हिस्से से अचानक किसी बाल के टूटने पर बालतोड़ हो जाता है। हालांकि यह बात बिल्कुल सच भी है। बता दें, बालतोड़ शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। लेकिन ज्यादातर ये समस्या चेहरे, गर्दन, बगल, कंधे, हाथ और कूल्हे पर अधिक देखी जाती है।
बालतोड़
काफी दर्द भरा होता है। समय रहते अगर इसका इलाज ना करवाया जाए तो यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। अगर आप भी बालतोड़ की समस्या से परेशान हैं तो ये घरेलू उपाय आपकी मदद कर सकते हैं।
क्या होता है बालतोड़-
Baltod होने पर शरीर में एक गांठ बन जाती है, जिसमें अकसर मवाद बनने लगता है। इस गांठ का रंग लाल या सफेद दोनों हो सकता है। बालतोड़ का इलाज अगर समय पर ना किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है।
बालतोड़ के लक्षण-
-प्रभावित जगह पर असहनीय दर्द।
-प्रभावित जगह पर सूजन आना।
-शरीर के उस हिस्से में गांठ दिखाी देना।
-गांठ में मवाद भरना।
बालतोड़ ठीक करने के लिए अपनाएं ये उपाय-
हल्दी-
हल्दी में मौजूद एंटी इफ्लेमेटरी और नेचुरल ब्लड प्यूरिफायर जैसे गुण चोट और सूजन में काफी राहत देते हैं। बालतोड़ होने पर आप हल्दी का लेप लगाकर दर्द और सूजन की समस्या से निजात पा सकते है।
लहसुन-
लहसुन में मौजूद एंटीबायोटिक और एंटीमाइक्रोबियल जैसे गुण फोड़े और फुंसियों के उपचार के लिए बेहतरीन माना जाता है। इस उपाय को करने के लिए दो से तीन कली लहसुन के पेस्ट को गरम करके 10 मिनट के लिए फोड़े पर लगाएं।
गर्म कपड़े से सिकाई-
बालतोड़ के दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए आप गर्म कपड़े की सिकाई भी कर सकते हैं। बता दें, संक्रमित जगह पर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए आप गर्म कपड़े से सिकाई कर सकते हैं। इसके लिए गर्म पानी में साफ कपड़े को भिगोकर 10 मिनट के लिए फोड़े पर रखें। दिन में तीन से चार बार ऐसा करें।
कलौंजी का तेल-
कलौंजी का तेल बाल तोड़ के अलावा त्वचा संक्रमण को भी ठीक करने में मदद कर सकता है। कलौंजी के तेल में मौजूद औषधि गुण का फायदा लेने के लिए सबसे पहले कलौंजी के बीज को पीसकर उसका पेस्ट प्रभावित जगह पर लगा दें।
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