लाइफ स्टाइल

व्रत रखने से हेल्थ को फायदा पहुंचता है, जानें

Bhumika Sahu
7 Sep 2021 4:45 AM GMT
व्रत रखने से हेल्थ को फायदा पहुंचता है, जानें
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Health benefits of Fasting: उपवास रखने से ब्रेन सही तरीके से काम करता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी जीव को जिंदा रहने के लिए भोजन और हेल्दी रहने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से सप्ताह या महीने में एक दिन भूखा या उपवास (Fasting) रखने का चलन भी बढ़ा है. भारतीय संस्कृति में यह परंपरा शुरुआत से ही है लेकिन अब कई विशेषज्ञ भी उपवास को प्रोत्साहित करने लगे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक होलेस्टिक लाइफस्टाइल कोच ल्यूक कोटिन्हो (Luke Coutinho) कहते हैं, सभी धर्मों में फास्टिंग या उपवास का महत्व है. उपवास हेल्थ और आध्यात्म दोनों तरह से फायदेमंद है. हालांकि वे कहते हैं, उपवास भूखा रहना नहीं है, ना ही हमारे पास खाने के लिए नहीं है तो हम खाना नहीं खा रहे हैं बल्कि यह एक अनुशासन है जिसमें हम अपने शरीर और डाइजेस्टिव सिस्टम को ब्रेक देते हैं. फास्टिंग से ऊर्जा पुनर्जीवित होती है और शरीर के टॉक्सिन बाहर (Detoxification) निकलते हैं.

चेहरे पर ग्लो लाता है उपवास

उद्मी और अनहत की फाउंडर राधिका अय्यर तलाती (Radhika Iyer Talati) इंस्टाग्राम पर उपवास के बारे में बताते हुए कहती हैं, फास्टिंग के कई हेल्थ फायदे हैं. इससे वजन कम करने में मदद मिलती है और दिमाग सही तरह से काम करता है. राधिका ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह फास्टिंग के फायदे बता रही हैं. वे कहती हैं, मैं पिछले 11 साल से उपवास रख रही हूं. मैंने अपना कई किलो वजन घटाया है और अब मैं पहले से ज्यादा स्मार्ट हूं. मेरा दिमाग पहले से बेहतर काम करता है. तलाती आगे कहती हैं, अब मेरे शरीर में पानी धारण की क्षमता बढ़ गई है. मेरा डाइजेशन बहुत ही बेहतर हुआ है. पहले जो स्किन एलर्जी थी अब उसका नामोनिशान नहीं है. चेहरे पर ग्लो आया है और बालों में वृद्धि होने लगी है.
फास्टिंग के कई रूप
अपनी आपबीती बताते हुए राधिका ने बताया कि उन्होंने यह महसूस किया है कि लोग इसलिए खाते हैं क्योंकि वे बोर हो जाते हैं. ऐसे कई लोगों को मैंने उपवास रखने के लिए प्रोत्साहित किया है. अब उनके जीवन में बहुत बदलाव आ चुका है. कोन्टिन्हो ने बताया कि हालांकि फास्टिंग सभी को रास नहीं आता. लेकिन अगर किसी को फास्ट का एक रूप रास नहीं आया तो यहां फास्टिंग के कई रूप हैं. जैसे कि अगर किसी को यूटीआई के कारण ड्राई फास्टिंग रास नहीं आ रहा है तो वह बिना किसी नियम के कुछ खाते हुए भी समय-समय पर उपवास कर सकते हैं. इसे इंटरमिटेंट फास्टिंग कहते (Intermittent Fasting) हैं. ड्राई फास्टिंग में पानी भी नहीं पीया जाता है.


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