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पुरुषों के लिए वरदान है 'गोखरू', जाने किन समस्याओं को करता है दूर

Admin2
1 July 2023 12:12 PM GMT
पुरुषों के लिए वरदान है गोखरू, जाने किन समस्याओं को करता है दूर
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गोखरू एक आयुर्वेदिक हर्ब है जिसका प्रयोग सदियों से कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं के उपचार के लिए किया जा रहा है। ये ऐसा हर्ब है जो आपके घर के आसपास आसानी से मिल जाता है। लेकिन एक साधारण से पौधे के अनगिनत लाभों से अधिकांश लोग अनजान हैं। इसके फल पर कांटे लगे होते हैं और ये आकार में काफी छोटा होता है। माना जाता है कि गोखरू पुरुषों की कई शारीरिक समस्‍याओं जैसे सीने में दर्द, एग्जिमा, प्रोस्‍टेट और सेक्‍सुअल प्रॉब्‍लम को दूर करने में मदद कर सकता है।
इसके अलावा ये वात, कफ और पित्‍त दोष को संतुलित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। ये पुरुषों की ही नहीं बल्कि महिलाओं की कई गंभीर समस्‍याओं का इलाज भलीभांति कर सकता है। लेकिन यदि आपने इसके सेवन में थोड़ी सी भी लापरवाही बरती तो इससे होने वाले नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। गोखरू क्‍या होता है और ये पुरुषों के लिए कितना फायदेमंद होता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
गोखरू मानसून के मौसम में उगने वाला छोटा सा पौधा है। इसके पत्‍ते चने की तरह छोटे होते हैं लेकिन इसके फल का आकार बड़ा होता है। इसके पौधे में पीले रंग के फूल आते हैं साथ ही इसमें कटीले फल निकलते हैं। जिसे गोखरू के नाम से जाना जाता है। इसे अंग्रेजी में गोक्षुर भी कहा जाता है। विभिन्‍न विकारों के उपचार में इसका इस्‍तेमाल किया जाता है। इस पौधे के फूल, फल, बीज, टहनियां, पत्तियों के साथ-साथ इसकी जड़ का भी इस्‍तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसकी पत्तियों में कैल्शियम कार्बोनेट, आयरन और प्रोटीन होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। गोखरू के अनगिनत गुणों के कारण आयुर्वेद में बड़े स्‍तर पर इसका प्रयोग किया जाता है।
गोखरू पुरुषों की कई समस्‍याओं के लिए रामबाण साबित हो सकता है। गोखरू का उपयोग हम शारीरिक विकारों और चुनौतियों को कम करने के लिए करते हैं।आपको बता दें कि इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन आमतौर पर ठंड के दिनों में किया जाता है। तो चलिए जानते हैं गोखरू पुरुषों की किन समस्‍याओं को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
उम्र के साथ पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्‍शन की समस्‍या होना आम है लेकिन इस समस्‍या को गोखरू के सेवन से काफी हद तक कम किया जा सकता है। शतावर और गोखरू को एक साथ मिलाकर लेने से इन‍फर्टिलिटी की समस्‍या से भी निजात मिल सकती है। बेहतर रिजल्‍ट के लिए आपको इसका सेवन लगभग तीन महीने तक लगातार करना होगा।
जिन पुरुषों को शारीरिक कमजोरी महसूस होती है उन्‍हें नियमित रूप से गोखरू का सेवन करना चाहिए। गोखरू का सेवन मिश्री के साथ मिलाकर करने से शरीर फुर्तीला और ऊर्जावान बनता है। हालांकि गोखरू की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन केवल सर्दी के मौसम में ही किया जाना चाहिए।
पुरुषों में यूरिन संबंधित समस्‍या होना सामान्‍य है क्‍योंकि अधिकांश पुरुष हाइजीन का ध्‍यान नहीं रखते। साथ ही वह यूरिन इंफेक्‍शन या इसके संबंध में बात करना जरूरी नहीं समझते। ऐसे में गोखरू का सेवन आपकी इस समस्‍या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। गोखरू का सेवन चिकित्‍सक की सलाहनुसार ही करें।
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे पुरुषों में स्‍पर्म काउंट की समस्‍या बढ़ती जाती है। पुरुषों की सेक्‍स पॉवर बढ़ाने में गोखरू फायदेमंद साबित हो सकता है। गोखरू का लगातार दो महीने तक सेवन करने से सेक्‍सुअल डिजायर और फर्टिलिटी दोनों को बढ़ाया जा सकता है। इससे स्‍पर्म काउंट भी तेजी से बढ़ते हैं।
गोखरू आयुर्वेदिक औषधि है जो हमारे शरीर की कई गंभीर समस्‍याओं को दूर करती है। गोखरू के अनगिनत फायदे हैं ये महिलाओं के साथ पुरुषों की कई समस्‍याओं का इलाज करने में सक्षम है। ये सिर्फ यौन संबंधित समस्‍याओं में ही नहीं बल्कि बीपी, डाइजेशन और सूजन को कम करने का काम भी बखूबी करता है। गोखरू के फायदे-
महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी बांझपन की शिकायत होती है। पुरुषों की इस समस्‍या को गोखरू के सेवन से काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। गोखरू के नियमित सेवन से फर्टिलिटी बढ़ती है और बांझपन से छुटकारा मिल सकता है। लेकिन ध्‍यान रहे इसका सेवन निय‍ंत्रित मात्रा में आवश्‍यकतानुसार किया जाना चाहिए।
गोखरू एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर होता है जो पुरुषों में टेस्‍टोस्‍टेरोन और ल्‍यूटिनाइजिंग हार्मोन का स्‍तर बढ़ाने में मदद करता है। आयुर्वेद में शीघ्रपतन का इलाज भी गोखरू की मदद से किया जा सकता है। इसके सेवन से स्‍पर्म काउंट भी बढ़ाए जा सकते हैं।
गोखरू यौन समस्‍याओं के अलावा दर्द और सूजन में भी लाभदायक होता है। गोखरू का रस सीने में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही ये हार्ट से संबंधित समस्‍याओं में भी आराम पहुंचाता है। हाथ या पैर में चोट के कारण आई सूजन को कम करने के लिए भी गोखरू का सेवन किया जा सकता है।
40 की उम्र के बाद महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी कामेच्‍छा घटने लगती है। ऐसे में गोखरू कामेच्‍छा बढ़ाने में मदद कर सकता है। जब महिला और पुरुष में सेक्‍स के प्रति रुचि कम होने लगती है तो उन्‍हें आवश्‍यक रूप से इस‍का सेवन करना चाहिए। इसका सेवन करने से पहले चिकित्‍सक से अवश्‍य सलाह कर लें।
महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यदि गोखरू का सेवन किया जाए तो वैजाइना को स्‍वस्‍थ रखने, दर्द को कम करने और सेक्‍स के दौरान इंफेक्‍शन होने के खतरे को कम किया जा सकता है। गोखरू वैजाइना के रूखेपन को भी कम कर सकता है।
सेक्‍स करने से आंत‍रिक खुशी मिलती है और न मिलने पर व्‍यक्ति शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बीमार हो सकता है। गोखरू के सेवन से ऑर्गेज्‍म तक पहुंचने में मदद मिलती है। गोखरू महिलाओं और पुरुषों में यौन इच्‍छा व उत्‍तेजना को बढ़ाता है जिससे आर्गेज्‍म तक पहुंचने में मदद मिलती है।
पुरुषों को ही नहीं बल्कि महिलाओं को भी यौन समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है। महिलाओं को होने वाली यौन समस्‍याओं को कम करने में गोखरू मदद कर सकता है। गोखरू के नियमित सेवन से सेक्‍सुअल डिजायर, सेक्‍स पॉवर, लुब्रिकेशन और सेक्‍स करने की शक्ति में इजाफा होता है। लेकिन इसका सेवन करने से पहले महिलाओं को अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य सलाह लेनी चाहिए।
मौसम में परिवर्तन के साथ कई बार स्किन में खुजली, लालपन और सूजन हो जाती है। जिसे आम भाषा में एग्जिमा कहा जाता है। एग्जिमा को ठीक करने के लिए गोखरू का सेवन किया जा सकता है। इससे स्किन पर हो रहे लालपन और ब्रेकआउट को कम करने में मदद मिलती है।
गोखरू की तासीर गर्म होती है जो लिवर को प्रभावित कर सकती है। कुछ खास स्थितियों में ये हेप्‍टोटोक्सिसिटी का कारण बन सकता है। ये एक लिवर से संबंधित समस्‍या है जो गोखरू का अधिक सेवन करने की वजह से उत्‍पन्‍न हो सकती है।
गोखरू का अधिक सेवन टेस्‍टोस्‍टेरोन जैसे हार्मोन को सामान्‍य से अधिक बढ़ा सकता है। जो हार्ट हेल्‍थ के लिए घातक हो सकता है। साथ ही इसका अधिक लंबे समय तक सेवन करने से हाई बीपी की समस्‍या भी हो सकती है। ये महिलाओं के हार्मोन में भी इजाफा कर सकता है।
हालांकि गोखरू एक औषधि है जिससे शरीर को ज्‍यादा नुकसान नहीं पहुंचता लेकिन यदि इसका सही तरीके से सेवन न किया जाए तो इससे न्‍यूरो टॉक्सिसिटी यानी नर्वस सिस्‍टम को हानि पहुंच सकती है। इसके अधिक सेवन से मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है।
जैसा कि हम जानते हैं कि गोखरू की तासीर गर्म होती है जो पेट संबंधित समस्‍याओं को बढ़ा सकती है। इससे पेट खराब हो सकता है साथ ही जलन और दर्द जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। हर किसी के शरीर के अनुसार इसके रिएक्‍शन भी भिन्‍न हो सकते हैं।
गोखरू का सेवन किसी भी फॉर्म में किया जाए इसके फायदे एक समान ही मिलते हैं। इसका सेवन या उपयोग निम्‍न प्रकार से किया जा सकता है।
-गोखरू का सेवन यदि पाउडर के तौर पर किया जाए तो इसे इस्‍तेमाल करने में कठिनाई नहीं आएगी। इसका पाउडर बाजार में आसानी से उपलब्‍ध हो जाता है।
-गोखरू के फूल को धूप में सुखाकर और पीसकर भी इसका पाउडर घर में बनाया जा सकता है।
-गोखरू पाउडर का सेवन पानी या दूध में मिलाकर किया जाता है।
-गोखरू और अदरक के पाउडर को मिलाकर एक गिलास पानी में उबाल लें और फिर इसका सेवन करें।
-इसके अलावा गोखरू के अर्क का सेवन भी किया जा सकता है।
-गोखरू के तने से काढ़ा बनाकर पीने से भी शरीर को समान लाभ मिलता है।
-इसके पाउडर को गर्म पानी में डालकर शहद के साथ भी पिया जा सकता है।
-गोखरू पाउडर को छाछ या मठ्ठे में मिलाकर भी पिया जा सकता है।
-गोखरू के साथ मुलेठी मिलाकर पाउडर फॉर्म में भी खा सकते हैं।
-गोखरू का सेवन सुबह व शाम के समय करना चाहिए। वैसे सुबह के समय इसका सेवन करना अधिक फायदेमंद होता है।
-गोखरू के काढ़े को हफ्ते मे एक से दो बार पिया जा सकता है। एक बार में आधा चम्‍मच गोखरू पाउडर का ही सेवन करें। ज्‍यादा खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
-गोखरू के जिनते फायदे हैं उतना ही ये नुकसानदायक भी हो सकता है, इसलिए इसका सेवन करने से पहले चिकित्‍सक से परामर्श अवश्‍य कर लें।
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