लाइफ स्टाइल

पैंगॉन्ग लेक के बजाए जाएं चंद्रताल लेक

Kajal Dubey
13 May 2023 1:00 PM GMT
पैंगॉन्ग लेक के बजाए जाएं चंद्रताल लेक
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जी नहीं, हमारा इरादा आपको किसी जगह जाने से रोकना नहीं है, हम तो बस सैलानियों के बीच मशहूर और भीड़ से भरी जगहों के उतने ही शानदार विकल्प बता रहे हैं, जहां अब तक घुमक्कड़ों की फ़ौज नहीं पहुंची है. अगली बार छुट्टियों में उन जगहों का रुख़ करें, जो धीरे-धीरे पर्यटन के नक्शे पर अपनी जगह बना रही हैं और सुखद आश्चर्य के लिए तैयार रहेंथ्री ईडियट्स और जब तक है जान जैसी फ़िल्मों की बदौलत देशभर के सैलानियों के बीच पैंगॉन्ग झील ख़ासी मशहूर हो गई है. लोग नीले पानी से चमकती इस झील के बेमिसाल प्राकृतिक सौंदर्य का नज़ारा देखने के लिए इसके किनारे लग्ज़ीरियस तंबुओं में रहते हैं. यदि आप उन लोगों में से हैं, जिन्हें पर्यटकों की भीड़ से अछूती जगहों की यात्रा में अधिक रुचि है तो आपको हिमाचल प्रदेश के स्पिति में 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नीले पानी की झील चंद्रताल जाना चाहिए.
इसका नाम चंद्रताल इसलिए पड़ा, क्योंकि यह चंद्रमा के आकार की है. पैंगॉन्ग की तरह ही इसके पानी का रंग भी गहरा नीला है, लेकिन आसमान की छंटा के साथ-साथ दिनभर इसकी रंगत बदलती रहती है. 2.5 किलोमीटर के घेरेवाली यह झील चंद्रा नदी का उद्गम स्थल है. झील के एक ओर चंद्रभाग नामक पहाड़ियों की एक शृंखला है तो दूसरी ओर पहाड़ी ढलान. कैम्पर्स के बीच धीरे-धीरे चंद्रताल की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है. बतल घाटी और कुंज़म दर्रे से यहां पैदल जाया जा सकता है. बतल से चंद्रताल की दूरी 14 किलोमीटर है. वहां से मोटरेबल रोड भी है.
ठहरें: आप सरकारी गेस्ट हाउस में या बतल घाटी या कुंज़म दर्रे के पास कमरा किराए पर ले सकते हैं. वैसे ज़्यादार सैलानी तंबुओं में ठहरने को प्राथमिकता देते हैं.
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