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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गेस्ट्राइटिस (Gastritis) पेट की गंभीर बीमारी है. इस बीमारी के कभी-कभी लक्षण दिखते हैं, तो कभी हम इसे महसूस नहीं कर सकते हैं. जैसे पेट पर सूजन और जलन महसूस होना ये इसके लक्षण हो सकते हैं. यह बीमारी किसी जहरीले पदार्थ (Poisonous substances), नकसीर या फिर संक्रमण की वजह से भी हो सकती है. साथ ही पेट के ऊपरी भाग में दर्द (Stomach Pain) या बेचैनी महसूस होना भी इसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं. बाकी लक्षणों में उल्टी, पेट भरा हुआ, उबकाई, डकार, मतली और पेट फूला हुआ महसूस होना भी शामिल है.
अगर यह बीमारी ज्यादा गंभीर हो जाती है, तो पेट के अंदर खून बहने (Bleeding) लगता है. इसके लक्षण सांस लेने में दिक्कत, बेहोशी, पसीना आना, छाती और पेट में दर्द, उल्टी में खून आना हो सकते हैं. अगर ऐसे लक्षण ज्यादा समय तक दिखाई दें तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. कभी-कभी गेस्ट्राइटिस से अल्सर (Ulcer) की भी समस्या पैदा हो जाती है. जो पेट में कैंसर (Cancer) का जोखिम बढ़ा देता है.
इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज (Avoid these foods)
अगर पेट में सूजन की समस्या है तो दूध के साथ दही, चाय के साथ लहसुन और दूध के साथ मछली खाने से बिल्कुल दूर रहें. ज्यादा मसाले वाला खाना, चाय, कॉफी व शराब से परहेज करें. साथ ही दिन में बिल्कुल न सोएं. भूख-प्यास लगे तो कंट्रोल न करें. साथ ही, पेशाब, मल त्याग बिना कंट्रोल किए करते रहें.
ये भी हो सकता है कारण
गेस्ट्रोइंटेस्टिनल बैक्टीरियल संक्रमण (Gastrointestinal bacterial infection) भी जन्म ले सकता है. 'हेलीकोबेक्टर पाइलोरी वायरस (Helicobacter pylori virus)' एक सामान्य बैक्टीरियल संक्रमण होता है, जिससे पेट की सूजन बढ़ती है, इस बैक्टीरिया से पेट की परत संक्रमित हो जाती है. दूषित पानी और भोजन का सेवन करने से यह फैल जाता है.
इनका करें सेवन
गेस्ट्राइटिस जैसी बीमारी हो या फिर लक्षण हों तो उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इनमें गाजर, सेब, ब्रोकली और दलिया शामिल है. मछली, चिकन और शराब से बचना चाहिए. कम एसिडिटी वाले औक खट्टे खाद्य पदार्थ न खाएं. बिना कैफीन और कार्बोनेटेड वाले पेय का सेवन करें.