- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- भारत के इस जिले में...
लाइफ स्टाइल
भारत के इस जिले में खेला जाता है 'मौत का खेल', यहां लोगों को रौंदते हुए गुजरती हैं गाय
SANTOSI TANDI
26 Sep 2023 9:19 AM GMT
x
यहां लोगों को रौंदते हुए गुजरती हैं गाय
आजतक देशभर में आस्था के नाम पर कई चीजें होती हुई देखी जाती हैं। जहां लोग पूजा के नाम पर कई किमी तक पैदल यात्रा करते हैं, तो कई लोग आस्था के नाम पर सड़कों पर लेटते हुए मंदिर दर्शन के लिए भी जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्यप्रदेश में एक ऐसी जगह है जहां लोग खुद गाय के पैरों के नीचे लेट जाते हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में ऐसी आस्था का पालन किया जा रहा है। यहां दिवाली बीत जानें पर अगले दिन एकादशी पर्व को ये परंपरा निभाई जाती है।
गाय गोहरी परंपरा
इस परंपरा को गाय गोहरी नाम से जाना जाता है। यह परंपरा उज्जैन शहर से करीब 60 किलोमीटर दूर भिड़ावद और लोहारिया गांव में मनाई जाती है। गोवर्धन पूजा के नाम पर यह मौत का खेल खेला जाता है।
यहां लोग जमीन पर एक कतार में लेट जाते हैं, फिर धीरे धीरे गाय उन्हें रौंदते हुए उनके ऊपर से गुजरती है। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से उनके मन्नत पूरी होती है। ( मध्यप्रदेश का फेमस मंदिर )
मन्नत के लिए लोग खेलते हैं 'मौत का खेल'
इस गांव की आबादी मात्र 4000 है, लेकिन जब इस परंपरा को निभाया जाता है, तो जगह-जगह से लोग ये सब देखने के लिए जाते हैं। यह परंपरा बच्चों से लेकर बुर्जुग तक सभी बचपन से देखते आ रहे हैं। इस परंपरा में शामिल होने वो लोग आते हैं, जिनकी मन्नत पूरी हो गई होती है और जिन्हें मन्नत मांगनी होती है।
लोग 5 दिन पहले छोड़ देते हैं अपना घर
यहां लोग 5 दिन पहले अपना घर छोड़ देते हैं और माता भवानी के मंदिर में आकर रहते हैं। फिर जब उनकी मन्नत पूरी हो जाती है, तो वह दिवाली के अगले दिन गांव के रास्ते पर लेट जाते हैं और फिर उनके ऊपर से गाय को गुजारा जाता है।
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें।
Next Story