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सुबह सबसे पहले डीप-पोर, सोप-फ्री और नॉन-फ़ोमिंग क्लेंज़र से चेहरे को साफ़ करें. क्योंकि फ़ोमिंग फ़ेस वॉश त्वचा को शुष्क बना देता है. थोड़ा-सा फ़ेस वॉश अपनी हथेलियों पर लेकर दो-तीन मिनट तक मसाज करें. ठंडे पानी से चेहरा धोएं और साफ़ तौलिए से सुखा लें.
टोनिंग: टोनर क्लेंजिंग के दौरान खुले हुए रोमछिद्रों को बंद करता है. टोनिंग से आपकी त्वचा में कसाव आता है. अतः हर क्लेंज़िंग रूटीन में इसे शामिल करना न भूलें. आप ख़ुद भी अपना टोनर तैयार कर सकती हैं. तुलसी, नीम और पुदीना के पत्तों को एक लीटर पानी में तब तक उबालें, जब तक कि पानी जलकर आधा न हो जाए. इसे स्टोर कर अपनी ज़रूरत के मुताबिक़, इस्तेमाल कर सकती हैं.
मॉइस्चराइज़िंगः यह स्टेप आवश्यक है और हर प्रकार की त्वचावालों को इसका अनुसरण करना चाहिए, यहां तक कि गर्मियों में भी. यह आपकी त्वचा को मुलायम और लचीला बनाता है और आपकी त्वचा को आवश्यक नमी पहुंचाता है. ऑयली स्किन के लिए जेल फ़ॉर्मूला का इस्तेमाल करें, सामान्य त्वचा के लिए वॉटर-बेस्ड, वहीं शुष्क त्वचा के लिए रिच, क्रीमी मॉइस्चराइज़र आज़माएं.
पोषित करें: उम्र के चौथे दशक में हमारी त्वचा को ज़्यादा पोषण की ज़रूरत होती है. सप्ताह में एक बार त्वचा पर बादाम के तेल से मसाज करें, ताकि त्वचा खिली-खिली नज़र आए.
सुरक्षा करें: त्वचा सूरज की किरणों के जितने ज़्यादा संपर्क में आएगी, उसके टैन होने की संभावना उतनी बढ़ जाएगी और एजिंग के संकेत उतनी ही जल्दी दिखाई देने लगेंगे. कम से कम 30 एसपीएफ़ वाला सनस्क्रीन, जो यूवीए और यूवीबी किरणों से त्वचा की रक्षा करे, का इस्तेमाल करें.
आयुर्वेद पौधों और एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल कर प्रभावकारी ऐंटी-एजिंग गुणोंवाले फ़ॉर्मूले तैयार करता है. आयुर्वेदिक ब्यूटी एक्स्पर्ट शहनाज़ हुसैन के अनुसार, इन सुपर इन्ग्रीडिएंट्स में नैसर्गिक ऐंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो फ्री रैडिकल्स से हमारी त्वचा की सुरक्षा करते हैं. “ऑक्सिडेशन की वजह से होनेवाली क्षति ही हमारी त्वचा के उम्रदराज़ नज़र आने की प्रमुख वजह है. कुछ बेहद सामान्य इन्ग्रीडिएंट्स जो अपने ऐंटी-ऑक्सिडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं, वे हैं आंवला, नीम, गोटु कोला, गुलाब, मंजिष्ठा, अश्वगंधा, हल्दी, अदरक और लौंग.”
Know how to get glowing skin from 4 beauty experts
शहनाज़ अभ्यंग के सेशन्स लेने की सलाह देती हैं, जो कि एक प्रकार का आयुर्वेदिक मसाज ट्रीटमेंट है. यह एजिंग के संकेतों को धीमा करता है. “इस मसाज में कुनकुने हर्बल ऑयल्स या प्रेस्ड ऑयल्स (आपके शरीर की ज़रूरतों के अनुसार तैयार किए गए) का इस्तेमाल किया जाता है. यह आपकी त्वचा को पोषित करने में मदद करता है, गहराई से मांसपेशियों को रिलैक्स और दिमाग़ को शांत करता है. कुछ महत्वपूर्ण मर्म (आयुर्वेद के अनुसार महत्वपूर्ण) बिंदुओं पर हल्के हाथों से सर्क्युलर मोशन में मसाज किया जाता है.”
हमारे सौंदर्य विशेषज्ञों की तरफ़ से कुछ ऐसी रेसिपीज़, जो आपकी त्वचा को लंबे समय तक दमकता हुआ बनाए रखने में मदद करेंगी.
सुर्पणा त्रिखा का सुपर स्किन पॉलिशर
50 ग्राम बीज़वैक्स को डबल बॉयलर में उबाल लें और उसमें तीन टेबलस्पून रॉ हनी, एक टीस्पून वीटजर्म ऑयल व एक टीस्पून ऑलिव ऑयल डाल दें. अच्छी तरह मिलाकर इसे ठंडा होने के लिए रख दें. ठंडा होने पर इसमें 2 टीस्पून फ्रेश क्रीम मिला लें और तब तक चलाती रहें जब तक कि मिश्रण चिकना न बन जाए. इसे एयर-टाइट ग्लास जार में उड़ेल दें और रेफ्रिजरेट करें. रोज़ इस मिश्रण से मसाज करें और 20 मिनट बाद इसे धोएं. आप इसे 10 दिनों तक फ्रिज में स्टोर कर सकती हैं. यह उम्दा स्किन पॉलिशर है.
भारती तनेजा का ऐंटी-एजिंग मास्क
एक कप में एक टीस्पून मुल्तानी मिट्टी लें. उसमें आधा केला मसल लें और कुछ बूंदें शहद व थोड़ा-सा दूध मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. इसे चेहरे पर लगाएं. 20 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें.
शहनाज़ हुसैन की सप्ताहांत योजना
आधे टीस्पून वीटजर्म ऑयल में दो बूंदें जिरेनियम ऑयल की मिलाएं. अब इसमें दो टीस्पून ओटमील, एक टीस्पून बादाम का चूरा और संतरे का रस मिलाएं. इस फ़ेस पैक में ऐंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स ए, डी और ई हैं. यह एक ताकतवर ऐंटी-एजिंग फ़ेस पैक है. इसे 30 मिनट तक लगाकर रखें.
एक टेबलस्पून बादाम के तेल, एक चौथाई टीस्पून कैस्टर ऑयल, कुछ बूंदें वीटजर्म ऑयल और कुछ बूंदें लोभान के तेल की मिलाकर इस घोल से चेहरे पर रोज़ मसाज करें. तेल का यह घोल आपकी त्वचा द्वारा अच्छी तरह शोषित हो जाए इसके लिए गर्म तौलिए को चेहरे पर रखें
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